हिन्दू धर्म मे नवरात्रि का विशेष महत्व है। हर साल चैत्र शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा से शुरू होकर रामनवमी तक चलने वाला यह पर्व भक्तों के लिए देवी के चरणों में समर्पण का प्रतीक बन जाता है। इस बार नवरात्रि 30 मार्च से 6 अप्रैल तक मनाई जाएगी। यदि आप भी चैत्र नवरात्रि 2025 में नया वाहन, संपत्ति और सोना खरीदने का प्लान कर रहें हैं, तो ध्यान रहे कि ये खरमास चल रहा है। खरमास को हिंदू धर्म में महत्वपूर्ण समय माना गया है, क्योंकि इस अवधि में सभी मांगलिक कार्यों को करने की मनाही होती है। खरमास की शुरुआत शुक्रवार 14 मार्च से हुई है, जो 14 अप्रैल सोमवार तक जारी रहेगा। शास्त्रों में खरमास के बीच खरीदारी की मनाही नहीं है। अगर अति-आवश्यक हो तो कोई भी सामान खरीदने में कोई समस्या नहीं है।
ज्योतिष ग्रंथों के मुताबिक इन दिनों में मकान, प्लॉट या रियल एस्टेट से जुड़ी खरीदारी भी की जा सकती है। केवल सोने और गुरु ग्रह से संबंधित चीजों की खरीदारी के लिए इस समय को ठीक नहीं माना जाता है, लेकिन इनकी बुकिंग आदि की जा सकती है। ऐसे में आइये जानते हैं चैत्र नवरात्रि के दौरान वाहन, संपत्ति और सोना खरीदने के शुभ मुहूर्त क्या है? साथ ही चैत्र नवरात्रि के नौ दिनों के शुभ मुहूर्त भी आप इस आर्टिकल में जान सकते हैं।
चैत्र नवरात्रि में वाहन खरीदने के लिए पंचमी, षष्ठी, सप्तमी और अष्टमी तिथियां शुभ मानी जाती है। मान्यताओं के अनुसार, खरमास के दौरान कुछ भी नई चीजों की खरीदारी या फिर नई चीजों की शुरुआत की मनाही होती है, लेकिन आप इनकी बुकिंग कर सकते हैं। साथ ही अति-आवश्यक हो तो कोई भी सामान खरीदने में कोई समस्या नहीं है। इस दौरान वाहन आदि भी खरीदे जा सकते हैं। इसके लिए शुभ मुहूर्त नीचे दिए गए हैं-
चैत्र नवरात्रि में नया घर, ऑफिस, जमीन या अन्य स्थायी संपत्ति खरीदने पंचमी, षष्ठी और सप्तमी तिथियां शुभ मानी जाती है। मान्यताओं के अनुसार, खरमास के दौरान कुछ भी नई चीजों की खरीदारी या फिर नई चीजों की शुरुआत की मनाही होती है, लेकिन आप इनकी बुकिंग कर सकते हैं। साथ ही अति-आवश्यक हो तो कोई भी सामान खरीदने में कोई समस्या नहीं है। इस दौरान घर, संपत्ति आदि भी खरीदे जा सकते हैं। इसके लिए शुभ मुहूर्त नीचे दिए गए हैं-
नवरात्रि में सोना खरीदने के लिए अक्षय तृतीया शुभ मानी जाती है। मान्यताओं के अनुसार, खरमास के दौरान कुछ भी नई चीजों की खरीदारी या फिर नई चीजों की शुरुआत की मनाही होती है, लेकिन आप इनकी बुकिंग कर सकते हैं। साथ ही अति-आवश्यक हो तो कोई भी सामान खरीदने में कोई समस्या नहीं है। इस दौरान सोना, चांदी आदि भी खरीद सकते हैं। इसके लिए शुभ मुहूर्त नीचे दिए गए हैं-
चैत्र नवरात्रि के पहले दिन के शुभ मुहूर्त (30 मार्च 2025) प्रतिपदा तिथि
चैत्र नवरात्रि के दूसरे दिन के शुभ मुहूर्त (31 मार्च 2025) द्वितीया तिथि और तृतीया तिथि
चैत्र नवरात्रि के तीसरे दिन के शुभ मुहूर्त (01 अप्रैल 2025) चतुर्थी तिथि
चैत्र नवरात्रि के चौथे दिन के शुभ मुहूर्त (02 अप्रैल 2025) पंचमी तिथि
चैत्र नवरात्रि के पांचवे दिन के शुभ मुहूर्त (03 अप्रैल 2025) षष्ठी तिथि
चैत्र नवरात्रि के छठे दिन के शुभ मुहूर्त (04 अप्रैल 2025) सप्तमी तिथि
चैत्र नवरात्रि के आठवें दिन के शुभ मुहूर्त (05 अप्रैल 2025) अष्टमी तिथि
चैत्र नवरात्रि के नवें दिन के शुभ मुहूर्त (06 अप्रैल 2025) नवमी तिथि
फाल्गुन मास की पूर्णिमा के दिन होली मनाई जाती है। इस दिन पूरा देश अबीर-गुलाल और रंग में सराबोर रहता है। हर कोई एक-दूसरे पर प्यार के रंग बरसाते हैं। होली के रंगों को प्रेम का प्रतीक भी माना जाता है।
सनातन हिंदू धर्म में, अन्वाधान व इष्टि दो प्रमुख अनुष्ठान हैं। जिसमें भक्त अपनी मनोकामनाओं की पूर्ति के लिए किया करते हैं। इसमें प्रार्थना व पूजा कुछ समय के लिए यानी छोटी अवधि के लिए ही की जाती है।
फरवरी माह में प्रकृति में भी बदलाव आता है, मौसम में ठंडक कम होने लगती है। पेड़ों पर कोमल पत्ते आने लगते हैं। इस साल फरवरी में गुरु मार्गी होंगे और सूर्य, बुध भी राशि परिवर्तन करेंगा। इसलिए यह महीना बहुत खास रहने वाला है।
इष्टि यज्ञ वैदिक काल के प्रमुख अनुष्ठानों में से एक है। संस्कृत में ‘इष्टि’ का अर्थ ‘प्राप्ति’ या ‘कामना’ होता है। यह यज्ञ विशेष रूप से मनोकामना पूर्ति और जीवन में समृद्धि लाने के उद्देश्य से किया जाता है।