चैत्र नवरात्रि का पर्व भारत में श्रद्धा और भक्ति के साथ मनाया जाता है। यह नौ दिनों तक चलता है, जिसमें भक्तजन मां दुर्गा के नौ स्वरूपों की पूजा करते हैं और उपवास रखते हैं। नवरात्रि के दौरान नियमों का पालन करना अनिवार्य होता है, ताकि आध्यात्मिक और शारीरिक शुद्धि बनी रहे। यदि आप भी इस साल नवरात्रि का व्रत रखने का संकल्प ले रहे हैं, तो आपको इसकी संपूर्ण प्रक्रिया और नियमों को जानना आवश्यक है।
व्रत के दौरान सही दिनचर्या का पालन करने से आध्यात्मिक लाभ मिलता है।
जल्दी उठें: सूर्योदय से पहले उठकर स्नान करें और स्वच्छ वस्त्र धारण करें।
मांसाहार और नशे से बचें: इस दौरान मांस, शराब, तंबाकू और अन्य अपवित्र वस्तुओं का सेवन न करें।
व्रत में उपयोगी सामग्री: फल, दूध, दही, कुट्टू का आटा, सिंघाड़े का आटा, साबूदाना, आलू और मूंगफली आदि का सेवन करें।
तेल और नमक का चयन: सरसों और तिल के तेल की जगह मूंगफली के तेल या घी का उपयोग करें। सामान्य नमक की जगह सेंधा नमक का सेवन करें।
व्रत के दौरान मानसिक और शारीरिक स्वच्छता का ध्यान रखना आवश्यक है।
सनातन धर्म में भगवान श्रीकृष्ण को पूर्णावतार माना गया है। उनका जन्म भाद्रपद मास के कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि को हुआ था।
श्याम सलोनो प्यारो म्हारो, मैं लुल लुल जावा
मन को मोर्यो नाचन लाग्यो झूम झूम गावा ,
दिखाऊं कोनी लाड़लो,
नजर लग जाए,
श्याम दर्शन,
जरा दिखा जाओ,