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कालकाजी मंदिर, दिल्ली, हिंदू धर्म में एक महत्वपूर्ण और प्रसिद्ध स्थल है। यह मंदिर माँ काली को समर्पित है, जो शक्ति की देवी के रूप में पूजी जाती हैं। इस मंदिर का महत्व धार्मिक और सांस्कृतिक दृष्टि से गहरा है और यहाँ लाखों श्रद्धालु वार्षिक रूप से आते हैं ताकि माँ काली की कृपा और आशीर्वाद प्राप्त कर सकें।
कालकाजी मंदिर का इतिहास विचारशीलता और धार्मिकता के साथ गहरे रूप में जुड़ा है। यहाँ कई पौराणिक कथाओं और लोककथाओं की प्रसिद्धि है, जो इसे एक महत्वपूर्ण धार्मिक स्थल बनाती हैं।
इस मंदिर का महत्व विशेष रूप से नवरात्रि के उत्सव के दौरान उज्जवल होता है, जब बहुत से श्रद्धालु यहाँ पहुंचते हैं और माँ काली की पूजा-अर्चना करते हैं। यहाँ कार्तिक मास के अंत में मनाया जाने वाला काली पूजा उत्सव भी विख्यात है, जो श्रद्धालुओं को आकर्षित करता है।
इस रूप में, कालकाजी मंदिर, दिल्ली, हिंदू धर्म के साथ-साथ समाज के भीतर भगवान की शक्ति और आशीर्वाद की महत्वपूर्ण स्थलों में से एक है।
कालकाजी मंदिर, दिल्ली के सम्बंध में एक प्रसिद्ध कथा है जो इस मंदिर की महिमा को और भी गहरा बनाती है।
लाखों वर्ष पहले, वर्तमान मंदिर के पड़ोस में रहने वाले देवता दो दिग्गजों से परेशान थे और उन्हें अपनी शिकायत 'सभी के देवता' भगवान ब्रह्मा से करने के लिए मजबूर होना पड़ा। लेकिन भगवान ब्रह्मा ने हस्तक्षेप करने से इनकार कर दिया और उन्हें देवी पार्वती के पास भेज दिया। माँ पार्वती के मुख से कौशकी देवी निकलीं, जिन्होंने दो राक्षसों पर हमला किया और उनका वध कर दिया, लेकिन ऐसा हुआ कि जैसे ही उनका खून सूखी धरती पर गिरा, हजारों राक्षस जीवित हो गए, और कौशकी देवी ने उनके खिलाफ लड़ाई जारी रखी। बड़ी संभावना है. मां पार्वती को अपनी संतान पर दया आई और कौशकी देवी की भौंहों से मां काली देवी प्रकट हुईं, 'जिनका निचला होंठ नीचे की पहाड़ियों पर था और ऊपरी होंठ ऊपर आकाश को छूता था। उन्होंने मारे गए दिग्गजों का रक्त उनके घावों से निकलते हुए पी लिया, और देवी ने उनके शत्रुओं पर पूर्ण विजय प्राप्त की। माँ काली देवी ने फिर यहीं अपना निवास स्थापित किया और उन्हें इस स्थान की मुख्य देवी के रूप में पूजा जाने लगा।
इस कथा से स्पष्ट होता है कि कालकाजी मंदिर माँ काली की अद्वितीय शक्ति और भक्त की निष्ठा का प्रतीक है। यहाँ आने वाले भक्तों के लिए आशीर्वाद और सुरक्षा की प्राप्ति का स्थान है।
कालकाजी मंदिर, दिल्ली में पूजा की विधि बहुत ही सरल और शांतिपूर्ण होती है। यहाँ पर विभिन्न प्रकार की पूजा-अर्चना की जाती है जो भक्तों को धार्मिक और आध्यात्मिक संबल प्रदान करती है।
पूजा की शुरुआत होती है देवी माँ कालकाजी के मंदिर में प्रवेश करने से।
फिर भक्त अपने हाथों को धोकर शुद्धि का आभास करते हुए मंदिर के अंदर जाते हैं।
वहां पर उन्हें देवी माँ कालकाजी के सामने अपनी प्रार्थना करनी होती है।
भक्त ध्यान और श्रद्धा के साथ माँ कालकाजी की मूर्ति की पूजा करते हैं।
यहाँ पर प्रसाद का भोग चढ़ाया जाता है जो माँ कालकाजी को समर्पित किया जाता है।
ध्यान, मंत्र जप, आरती और भजन भी पूजा के दौरान किए जाते हैं।
अन्य धार्मिक कार्यक्रमों के समय प्रसाद वितरित किया जाता है और भक्तों को प्रसाद का भोजन किया जाता है।
इस प्रकार, कालकाजी मंदिर में पूजा की विधि शांतिपूर्ण और धार्मिक सामग्री से सम्पन्न होती है जो भक्तों को आध्यात्मिक संबल प्रदान करती है।
कालकाजी मंदिर, दिल्ली तक पहुंचने के लिए विभिन्न परिवहन सुविधाएं हैं जो भक्तों को संगठित और सुगम यात्रा का अनुभव कराती हैं।
मेट्रो: दिल्ली मेट्रो नेटवर्क का इस्तेमाल करके भक्त कालकाजी मंदिर तक पहुंच सकते हैं। कालकाजी मेट्रो स्टेशन मंदिर के निकटतम स्थान पर है।
बस: दिल्ली के विभिन्न क्षेत्रों से बस सेवाएं मंदिर के पास जाती हैं। इसके लिए दिल्ली सरकार द्वारा चलाई जाने वाली बसें उपयुक्त हैं।
ऑटो और रिक्शा: कालकाजी मंदिर तक ऑटो और रिक्शा सेवाएं भी उपलब्ध हैं। ये सुविधाएं स्थानीय यात्रियों को मंदिर तक पहुंचाती हैं।
टैक्सी: टैक्सी भी एक अन्य विकल्प है जो भक्तों को मंदिर पहुंचाने के लिए उपलब्ध है।
खुद की गाड़ी: यदि भक्त के पास अपनी गाड़ी है, तो स्वयं गाड़ी चलाकर वह मंदिर तक पहुंच सकता है।
इन सभी परिवहन सुविधाओं का उपयोग करके भक्त आसानी से कालकाजी मंदिर पहुंच सकते हैं और माँ काली की दर्शन कर सकते हैं।
कालकाजी मंदिर, दिल्ली के आस-पास कई अच्छे होटल और गेस्ट हाउस हैं जो भक्तों को आरामदायक और सुविधाजनक रहने का विकल्प प्रदान करते हैं। यहाँ कुछ लोकप्रिय होटल और गेस्ट हाउस की सूची है:
होटल आशीष इंटरनेशनल
होटल साविता
होटल राजधानी और रेस्टोरेंट
होटल ताज आशियाना
होटल लीला पैलेस
होटल कल्याण पैलेस
होटल लाल कुंवारा
होटल कामला
होटल नई दिल्ली मेट्रो स्टेशन
होटल स्वर्णा पैलेस
इन होटल और गेस्ट हाउस में आपको सुविधाजनक कमरे, साफ़ और स्वच्छ वातावरण, उत्तम सेवाएं, और सुरक्षित रहने की व्यवस्था मिलेगी। इनके आसपास कई भोजन स्थल और आकर्षण भी हैं जो आपको अपने यात्रा का अधिक आनंद देंगे।
'इस लेख में दी गई जानकारी/सामग्री/गणना की प्रामाणिकता या विश्वसनीयता की गारंटी नहीं है। सूचना के विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/धार्मिक मान्यताओं/धर्मग्रंथों से संकलित करके यह सूचना आप तक प्रेषित की गई हैं। हमारा उद्देश्य सिर्फ सूचना पहुंचाना है, पाठक या उपयोगकर्ता इसे सिर्फ सूचना समझकर ही लें। इसके अतिरिक्त इसके किसी भी तरह से उपयोग की जिम्मेदारी स्वयं उपयोगकर्ता या पाठक की ही होगी।
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