16 May 2025 Panchang (16 मई 2025 का पंचांग)

Aaj Ka Panchang: आज 16 मई 2025 का शुभ मुहूर्त, राहुकाल का समय, आज की तिथि और ग्रह


Aaj Ka Panchang 16 May 2025: आज 16 मई 2025 को ज्येष्ठ माह का चौथा दिन है। साथ ही आज पंचांग के अनुसार, ज्येष्ठ माह के कृष्ण पक्ष तिथि चतुर्थी है। आज शुक्रवार का दिन है। इस तिथि पर सिद्ध योग रहेगा। सूर्य वृषभ राशि में रहेंगे। वहीं चंद्रमा राशि धनु राशि में रहेंगे। आपको बता दें, आज शुक्रवार के दिन अभिजीत मुहूर्त सुबह 11 बजकर 50 मिनट से दोपहर 12 बजकर 45 मिनट तक रहेगा। इस दिन राहुकाल सुबह 10 बजकर 36 मिनट से दोपहर  12 बजकर 18 मिनट तक रहेगा। आज वार के हिसाब से आप शुक्रवार का व्रत रख सकते हैं, जो माता लक्ष्मी को समर्पित होता है। आज एकदंत संकष्टी चतुर्थी है, जो भगवान गणेश को समर्पित है। आइए भक्त वत्सल के इस लेख में हम विस्तार से आपको आज के पंचांग के बारे में बताएंगे कि आज आपके लिए शुभ मुहूर्त क्या है। किस समय कार्य करने से शुभ परिणाम की प्राप्ति हो सकती है। साथ ही आज किन उपायों को करने से लाभ हो सकता है। 

आज का पंचांग 16 मई 2025

  • तिथि- ज्येष्ठ कृष्ण पक्ष चतुर्थी तिथि  
  • नक्षत्र - मूल
  • दिन/वार- शुक्रवार
  • योग- सिद्ध
  • करण- बव और बालव  
ज्येष्ठ कृष्ण पक्ष चतुर्थी तिथि प्रारंभ- 16 मई प्रात:काल 04:02 बजे
ज्येष्ठ कृष्ण पक्ष चतुर्थी तिथि समाप्त-  17 मई प्रात:काल 05:13 बजे

सूर्य-चंद्र गोचर

  • सूर्य - सूर्य देव वृषभ राशि में रहेंगे।  
  • चंद्र - चंद्रमा धनु राशि में रहेंगे। 

सूर्य और चंद्रमा का मुहूर्त

  • सूर्योदय- सुबह 5 बजकर 30 मिनट पर 
  • सूर्यास्त-  शाम 7 बजकर 06 मिनट पर 
  • चन्द्रोदय- रात्रि 10 बजकर 39 मिनट पर 
  • चन्द्रास्त-  सुबह 7 बजकर 51 मिनट पर   

आज का शुभ मुहूर्त और योग 16 मई 2025

  • ब्रह्म मुहूर्त - प्रात:काल 04:06 बजे से सुबह 04:48 बजे तक।
  • अभिजीत मुहूर्त - सुबह 11:50 बजे से दोपहर 12:45 बजे तक। 
  • अमृत काल- सुबह 09:11 बजे से सुबह 10:55 बजे तक। 
  • विजय मुहूर्त  -  दोपहर 02:34 बजे से दोपहर 03:28 बजे तक। 
  • गोधूलि मुहूर्त  - शाम 07:04 बजे से शाम 07:25 बजे तक।
  • संध्या मुहूर्त - शाम 07:06 बजे से रात्रि 08:08 बजे तक।

आज का अशुभ मुहूर्त 16 मई 2025

  • राहु काल - सुबह 10:36 बजे से दोपहर 12:18 बजे तक। 
  • गुलिक काल  -  सुबह 07:12 बजे से सुबह 08:54 बजे तक।  
  • यमगंड   -  दोपहर 03:42 बजे से शाम 05:24 बजे तक।  
  • दिशाशूल  - पश्चिम, इस दिशा में यात्रा करने से बचना चाहिए।
  • वर्ज्य - दोपहर 02:23 बजे से शाम 04:07 बजे तक।
  • विडाल योग - प्रात:काल 05:30 बजे से शाम 04:07 बजे तक। 
  • गण्ड मूल - प्रात:काल 05:30 बजे से शाम 04:07 बजे तक। 

16 मई 2025 पर्व/त्योहार/व्रत

  • शुक्रवार का व्रत - आज आप शुक्रवार का व्रत रख सकते हैं, जो माता लक्ष्मी को समर्पित है। 
  • एकदंत संकष्टी चतुर्थी - संकष्टी चतुर्थी भगवान गणेश का प्रिय व्रत है, जो हर माह के कृष्ण पक्ष में आता है। इस व्रत को करने से गणेश जी की कृपा से समस्त मनोकामनाएं जल्द पूरी होती हैं। संकष्टी चतुर्थी जीवन की चुनौतियों पर विजय पाने और भगवान गणेश का आशीर्वाद लेने के लिए बेहद फलदायी है। इस दिन भगवान गणेश की विधिपूर्वक पूजा करने और व्रत करने से सभी दुख और संताप खत्म हो जाते हैं।

आज का उपाय 16 मई  2025

16 मई को सिद्ध योग बन रहा है। सिद्ध को अधिकांश शुभ कार्यों के लिये श्रेष्ठ माना जाता है। इसीलिये यह शुभ मुहूर्त में स्वीकृत है। इस दिन कुछ विशेष उपाय करने से आपको अपने जीवन में सफलता, समृद्धि और सुख की प्राप्ति हो सकती है। आज के दिन दान-पुण्य करने से आपको पुण्य मिलेगा और आपके जीवन में सकारात्मक परिवर्तन आएंगे। 
  • शुक्रवार के उपाय - शुक्रवार का दिन देवी लक्ष्मी और शुक्र ग्रह को समर्पित है। इस दिन कुछ उपाय करके आप अपनी आर्थिक स्थिति को मजबूत कर सकते हैं और जीवन में सुख-समृद्धि ला सकते हैं। शुक्रवार के दिन सुबह जल्दी उठकर स्नान करें और सफेद या हल्के रंग के वस्त्र पहनें। इसके बाद देवी लक्ष्मी की पूजा करें और उन्हें कमल के फूल, सफेद चंदन, और मिठाई अर्पित करें। शुक्रवार के दिन गरीबों को सफेद वस्त्र और दूध दान करना भी लाभदायक होता है। इसके अलावा, शुक्र ग्रह की शांति के लिए शुक्रवार के दिन व्रत रखें और शुक्र ग्रह के मंत्र "ॐ शुक्राय नमः" का जाप करें। इन उपायों को करने से आपको जीवन में सुख-समृद्धि और आर्थिक लाभ प्राप्त हो सकता है।
  • एकदंत संकष्टी चतुर्थी के उपाय -  वृषभ संक्रांति के दिन गौदान करना अत्यधिक शुभ माना जाता है। इसके अलावा इस दिन दान-पुण्य करना, स्नान करना और भगवान विष्णु की पूजा करना भी विशेष लाभकारी होता है। वृषभ संक्रांति के समय संक्रांति क्षण से पूर्व की सोलह घटी में दान-पुण्य करने से पुण्य फल की प्राप्ति होती है। इस दिन पवित्र नदियों में स्नान करने और दान करने से भी विशेष लाभ होता है।

16 मई 2025 आज के पंचांग का महत्व

आज मूल नक्षत्र है। मूल को अधिकांश शुभ कार्यों के लिये सामान्य माना जाता है। इसीलिये यह शुभ मुहूर्त में स्वीकृत है। साथ ही ज्येष्ठ मास की शुरूआत हो चुकी है। इस माह में सूर्य देव और वरुण देव की आराधना करने से विशेष शुभ फलों की प्राप्ति होती है। इस माह में जल के दान का महत्व बहुत बड़ा माना जाता है, इसलिए प्यासे लोगों और जानवरों को पानी पिलाना चाहिए। वार के हिसाब से आज आप माता लक्ष्मी की विधिवत पूजन करे। इसके अलावा आज एकदंत संकष्टी चतुर्थी है, जो भगवान गणेश को समर्पित है।

डिसक्लेमर

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