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देवी दुर्गा के देशभर में प्रमुख मंदिर

देवी दुर्गा के देशभर में प्रमुख मंदिर

Durga Temples: चैत्र नवरात्रि के खास मौके पर प्रसिद्ध देवी मंदिरों के दर्शन से पाएं शांति और समृद्धि


चैत्र नवरात्रि 30 मार्च 2025 रविवार से शुरू होकर 7 अप्रैल 2025 सोमवार को समाप्त होगी। इस पावन अवसर पर आप देश के विभिन्न प्रसिद्ध दुर्गा मंदिरों के दर्शन कर सकते हैं। यहां भारत के कुछ प्रमुख देवी मंदिरों और शक्तिपीठों के बारे में बताया जा रहा है।


प्रमुख शक्तिपीठ और देवी मंदिर:


1. मध्य प्रदेश के प्रसिद्ध मंदिर:


  • मैहर माता मंदिर: प्रसिद्ध मैहर माता मंदिर मध्य प्रदेश के सतना जिले में त्रिकूट पहाड़ी पर स्थित है। ऐसा माना जाता है कि माता सती का हार यहीं गिरा था। इसलिए इसका नाम मैहर पड़ा। मंदिर तक पहुँचने के लिए भक्तों को 1063 सीढ़ियाँ चढ़नी पड़ती हैं। मंदिर तक पहुँचने के लिए रोपवे सेवा भी उपलब्ध है।
  • कालिका माता मंदिर: कालिका माता मंदिर रतलाम जिले में स्थित है। इस मंदिर को चमत्कारी माना जाता है। ऐसा कहा जाता है कि जब भक्त मंदिर में माता कालिका की मूर्ति के सामने खड़े होते हैं, तो उन्हें अपने शरीर में एक विशेष प्रकार की ऊर्जा का एहसास होता है। नवरात्रि के दिनों में मंदिर के पास मेला भी लगता है।


2. भारत के अन्य प्रसिद्ध देवी मंदिर:


  • वैष्णो देवी मंदिर: जम्मू और कश्मीर में स्थित वैष्णो देवी मंदिर उत्तर भारत के सबसे प्रसिद्ध दुर्गा मंदिरों में से एक है। यहां हर साल लाखों भक्त पहुंचते हैं। खूबसूरत त्रिकूट पर्वतों में बसा यह पूजनीय मंदिर देवी दुर्गा को उनके वैष्णो देवी रूप में समर्पित है। मंदिर तक पहुँचने का पवित्र मार्ग भक्तों को सुंदर दृश्यों से होकर ले जाता है, और कई लोगों का मानना है कि केवल देवी द्वारा बुलाए गए लोग ही तीर्थयात्रा पूरी कर सकते हैं। ऐसा कहा जाता है कि यहाँ हर मनोकामना पूरी होती है।
  • कामाख्या मंदिर: असम का कामाख्या मंदिर भारत के सबसे पुराने दुर्गा मंदिरों में से एक है और इसका धार्मिक और सांस्कृतिक महत्व बहुत ज़्यादा है। यह प्राचीन मंदिर देवी दुर्गा के एक रूप देवी कामाख्या को समर्पित है और इसे भारत के सबसे महत्वपूर्ण शक्तिपीठों में से एक माना जाता है।
  • चामुंडा देवी मंदिर: हिमाचल प्रदेश में स्थित चामुंडा देवी मंदिर भारत के सबसे पुराने दुर्गा मंदिरों में से एक है और इसका गहरा धार्मिक महत्व है। यह मंदिर आशीर्वाद और शांति पाने के लिए भक्तों को आकर्षित करता है।


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