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नई दुकान खोलने के शुभ मुहूर्त जुलाई 2025

नई दुकान खोलने के शुभ मुहूर्त जुलाई 2025

July 2025 Shop Opening Muhurat: जुलाई 2025 में खोलना चाहते हैं नई दुकान, इन तारीखों पर करें शुरूआत; जानें शुभ मुहूर्त और नक्षत्र

नई दुकान खोलना एक महत्वपूर्ण कदम है, जिससे आपके भविष्य की सफलता और समृद्धि की नींव रखी जाती है। हिंदू पंचांग के अनुसार, किसी भी नए उद्यम की शुरुआत करने से पहले शुभ मुहूर्त और तिथि का चयन करना अत्यंत महत्वपूर्ण होता है। यह न केवल आपके व्यवसाय की सफलता को सुनिश्चित करता है, बल्कि आपके जीवन में सकारात्मकता और समृद्धि भी बढ़ाता है। इस लेख में हम आपको जुलाई 2025 में नई दुकान खोलने के लिए शुभ मुहूर्त और तिथियों के बारे में विस्तार से बताएंगे।

जुलाई 2025 में नई दुकान खोलने के लिए शुभ मुहूर्त

नई दुकान खोलने के लिए 10,19,20,26 और 27 जुलाई 2025 जैसी तारीखें चुन सकते हैं। इसके अलावा और शुभ तिथियां, शुभ मुहूर्त और नक्षत्र नीचे दिए गए हैं- 

1. 10 जुलाई, गुरुवार

    - समय: दोपहर 03:47 से शाम 06:05 तक

    - नक्षत्र: पूर्वाषाढ़ा

2. 19 जुलाई, शनिवार

    - समय: सायं 05:30 से 07:34 तक

    - नक्षत्र: भरणी

3. 20 जुलाई, रविवार

    - समय: दोपहर 03:07 से शाम 07:30 तक

    - नक्षत्र: कृतिका

4. 26 जुलाई, शनिवार

    - समय: सुबह 06:10 से दोपहर 12:24 तक

    - नक्षत्र: आश्लेषा

5. 27 जुलाई, रविवार

    - समय: 04:58 अपराह्न से 07:02 अपराह्न तक

    - नक्षत्र: माघ

शुभ दिन क्यों चुनें?

ज्योतिष के अनुसार, मुहूर्त का अर्थ किसी महत्वपूर्ण कार्य को शुरू करने के लिए सबसे अनुकूल समय से है। नई दुकान खोलना भी एक महत्वपूर्ण कार्य है और इसके लिए शुभ दिन का चयन करना भी आवश्यक होता है। नक्षत्र, तिथि और ग्रहों की स्थिति के आधार पर निर्धारित एक शुभ मुहूर्त कार्य को सकारात्मक ऊर्जा से भर देता है। इससे सफलता, विकास और बाधाओं से सुरक्षा सुनिश्चित होती है। नई दुकान खोलने के लिए द्वितीया, तृतीया, पंचमी, सप्तमी, अष्टमी, दशमी, एकादशी, द्वादशी, त्रयोदशी और पूर्णिमा तिथियां शुभ मानी जाती हैं।

व्यवसाय शुरू करने के लिए शुभ दिन

  • सोमवार: स्थिरता और विकास से जुड़ा दिन, जो इसे निरंतरता की आवश्यकता वाले उद्यमों के लिए उपयुक्त बनाता है।
  • गुरुवार: बृहस्पति द्वारा शासित यह दिन वित्तीय और विस्तारवादी विकास के लिए उपयुक्त है।
  • शुक्रवार: शुक्र द्वारा शासित यह दिन रचनात्मक व्यवसायों या लक्जरी उत्पादों से संबंधित व्यवसायों के लिए शुभ माना जाता है।

नई दुकान के लिए काउंटर कहां रखें?

वास्तु शास्त्र के अनुसार, नई दुकान के लिए कुछ महत्वपूर्ण दिशानिर्देशों का पालन करना आवश्यक है। इनमें से एक महत्वपूर्ण बात यह है कि काउंटर का आकार गोलाकार न होकर कोणीय, वर्गाकार या आयताकार होना चाहिए। ऐसा माना जाता है कि गोलाकार आकृतियां आर्थिक नुकसान का कारण बन सकती हैं।

काउंटर की स्थिति भी बहुत महत्वपूर्ण होती है। इसे दक्षिण-पश्चिम या दक्षिण-पूर्व दिशा में रखना चाहिए, क्योंकि ये दिशाएं सबसे शुभ मानी जाती हैं। इसके अलावा, काउंटर पर पर्याप्त जगह होनी चाहिए, ताकि ग्राहकों को आसानी से सेवा प्रदान की जा सके।

एक और महत्वपूर्ण बात यह है कि यदि संभव हो, तो उत्तर दिशा की ओर खुलने वाला एक अलग कैश काउंटर होना चाहिए। इससे व्यवसाय में सुख-समृद्धि और वृद्धि की संभावना बढ़ जाती है। इन वास्तु टिप्स का पालन करके, आप अपनी दुकान में सकारात्मक ऊर्जा को आकर्षित कर सकते हैं और अपने व्यवसाय को सफल बना सकते हैं।

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विभीषण (Vibhishan)

विभीषण ऋषि विश्रवा और राक्षसी कैकसी के पुत्र थे। वे एक धर्मपरायण व्यक्ति थे जो हमेशा सत्य के मार्ग पर चलते थे।

कृपाचार्य (Kripacharya)

कुरुवंश के कुलगुरु के रूप विख्यात कृपाचार्य महर्षि यानी संत होने के साथ-साथ अद्वितीय योद्धा भी थे

परशुराम (Parashuram)

भगवान परशुराम भगवान विष्णु के छठे अवतार के रूप में जाने जाते हैं हालांकि कुछ जगहों पर इन्हें केवल एक अंशावतार कहा जाता है।

ऋषि वशिष्ठ (Rishi Vashishtha)

वशिष्ठ ऋषि वैदिक काल के विख्यात ऋषि थे। वे उन सात ऋषियों (सप्तर्षि) में से एक हैं जिन्हें ईश्वर द्वारा सत्य का ज्ञान प्राप्त हुआ था और जिन्होंने वेदों में निहित ज्ञान को मानव तक पहुंचाने के लिए महत्वपूर्ण कदम उठाए थे।

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