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आओ अंगना पधारो श्री गणेश जी (Aao Angana Padharo Shri Ganesh Ji)

आओ अंगना पधारो श्री गणेश जी (Aao Angana Padharo Shri Ganesh Ji)

आओ अंगना पधारो श्री गणेश जी ॥


श्लोक – गजाननं भूतगणादि सेवितं,

कपित्थजम्बूफलसार भक्षितम्,

उमासुतं शोकविनाशकारणं,

नमामि विघ्नेश्वर पादपङ्कजम् ॥


तेरी पूजा करूँ तेरा अर्चन करूँ,

तेरा वंदन करूँ आव्हान करूँ,

गणपति मेरे काटो कलेश जी,

आओ अंगना पधारो श्री गणेश जी ॥


गौरी सूत गणराज गजानन,

कष्ट हरो मेरे आनन फानन,

रिद्धि सिद्धि संग दर्शन दो प्रभु,

रिद्धि सिद्धि संग दर्शन दो प्रभु,

करो मम ह्रदय प्रवेश जी,

आओं अंगना पधारो श्री गणेश जी ॥


लम्बोदर श्री सिद्ध विनायक,

मंगल करण सदा सुख दायक,

सेवा करो स्वीकार भक्त की,

सेवा करो स्वीकार भक्त की,

प्रथम पूज्य प्रथमेश जी,

आओं अंगना पधारो श्री गणेश जी ॥


तुम्हरे चरण शरण हो स्वामी,

मो पर रिझो अंतर्यामी,

कृपा करो नित सेवक जन पर,

कृपा करो नित सेवक जन पर,

करुणा कर करुणेश जी,

आओं अंगना पधारो श्री गणेश जी ॥


दिन दयाल दया के सागर,

करहु दया हे नाथ दया कर,

दो अनुपम अक्षय वर भगवन,

दो अनुपम अक्षय वर भगवन,

विनय करे अखिलेश जी,

आओं अंगना पधारो श्री गणेश जी ॥


तेरी पूजा करूँ तेरा अर्चन करूँ,

तेरा वंदन करूँ आव्हान करूँ,

गणपति मेरे काटो कलेश जी,

आओ अंगना पधारो श्री गणेश जी,

आओ अंगना पधारो श्री गणेश जी ॥

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चैती छठ की पौराणिक कहानी

छठ सिर्फ एक पर्व नहीं, बल्कि महापर्व है, जो चार दिनों तक चलता है। इसकी शुरुआत नहाय-खाय से होती है, जो डूबते और उगते सूर्य को अर्घ्य देकर समाप्त होता है। ये पर्व साल में दो बार मनाया जाता है, पहली बार चैत्र में और दूसरी बार कार्तिक में।

चैती छठ की पूजा विधि

हिंदू धर्म में आस्था और सूर्य उपासना का सबसे बड़ा पर्व चैती छठ को माना जाता है। छठ पूजा साल में दो बार कार्तिक और चैत्र माह में मनाई जाती है। कार्तिक छठ की तुलना में चैती छठ को कम लोग मनाते हैं, लेकिन इसका धार्मिक महत्व भी उतना ही खास है।

संतान प्राप्ति के लिए छठ पर ये उपाय करें

छठ महापर्व साल में दो बार मनाया जाता है। एक चैत्र मास में और दूसरा शारदीय मास में। हिंदू धर्म में छठ महापर्व का विशेष महत्व है। छठ पूजा को त्योहार के तौर पर नहीं, बल्कि महापर्व के तौर पर मनाया जाता है।

7 April 2025 Panchang (7 अप्रैल 2025 का पंचांग)

आज 07 अप्रैल 2025 चैत्र माह का बाईसवां दिन है और आज इस पंचांग के अनुसार चैत्र माह के शुक्ल पक्ष तिथि दशमी है। आज सोमवार का दिन है। इस तिथि पर धृति योग रहेगा।

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