बजरंगबली आओ,
हनुमान चले आओ,
माँ अंजनी के प्यारे,
बालाजी आ जाओ ॥
महावीर तुम्हारे हम,
दर्शन अभिलाषी है,
तुम आकर भक्तो को,
प्रभु दरश दिखा जाओ ॥
श्री राम दुलारे हो,
करते हो दया सब पर,
मेरी नाव भवर में है,
मुझे पार लगा जाओ ॥
हमें संकट ने घेरा,
तुम बिन ना कोई मेरा,
बाबा संकट दूर करो,
किरपा बरसा जाओ ॥
श्री राम काज किये,
सबके दुःख हरते हो,
बालाजी मेरे भी,
कष्टों को मिटा जाओ ॥
हम तुम्हे मनाते है,
श्रद्धा से बुलाते है,
भक्तो की विनती पर,
दो ध्यान चले आओ ॥
तुम पर ही भरोसा है,
विश्वास तुम्हारा है,
हम दीनो के बाबा,
तुम भाग्य जगा जाओ ॥
बजरंगबली आओ,
हनुमान चले आओ,
माँ अंजनी के प्यारे,
बालाजी आ जाओ ॥
शुक्रवार का दिन देवी पार्वती सहित सभी स्त्री देवी-स्वरूपों की पूजा के लिए समर्पित है। यह दिन माता पार्वती को प्रसन्न करने और उनके आशीर्वाद से परिवार में सुख, समृद्धि और सौभाग्य लाने का उत्तम समय है।
धन जोबन और काया नगर की,
कोई मत करो रे मरोर ॥
ढँक लै यशोदा नजर लग जाएगी
कान्हा को तेरे नजर लग जाएगी ।
हिंदू धर्म में हर माह के कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि को कालाष्टमी का पर्व मनाया जाता है। इसे भैरव अष्टमी के रूप में भी जाना जाता है।