गणपति तुम सब गण के राजा (Ganpati Tum Sab Gan Ke Raja)

गणपति तुम सब गण के राजा,

गणपति तुम सब गण के राजा,

पूरण करो हमारे काज,

पूरण करो हमारे काज,

गणपति तूम सब गण के राजा,

पूर्ण करो हमारे काज ॥


आशुतोष सूत तुम दुर्वा से,

तुष्ट होते महाराज गणपति,

पूरण करो हमारे काज,

पूरण करो हमारे काज,

गणपति तूम सब गण के राजा,

पूर्ण करो हमारे काज ॥


चन्द्र भाल तनु विशाल शोभित,

राखत बदन प्रलाज गणपति,

पूरण करो हमारे काज,

पूरण करो हमारे काज,

गणपति तूम सब गण के राजा,

पूर्ण करो हमारे काज ॥


कठिन काल आया है स्वामी,

राखो सबकी लाज गणपति,

पूरण करो हमारे काज,

पूरण करो हमारे काज,

गणपति तूम सब गण के राजा,

पूर्ण करो हमारे काज ॥


गणपति तुम सब गण के राजा,

गणपति तूम सब गण के राजा,

पूरण करो हमारे काज,

पूरण करो हमारे काज,

गणपति तूम सब गण के राजा,

पूर्ण करो हमारे काज ॥

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म्हारे सर पर है मैया जी रो हाथ(Mhare Sar Pe Hai Maiyaji Ro Hath)

म्हारे सर पर है मैया जी रो हाथ,
कोई तो म्हारो कई करसी ॥

रक्षाबंधन क्यों मनाते हैं

रक्षाबंधन भाई-बहन के अटूट प्रेम और स्नेह का प्रतीक है। यह पर्व प्रतिवर्ष सावन माह की पूर्णिमा तिथि पर मनाया जाता है। इस दिन बहनें पूजा करके अपने भाइयों की कलाई पर राखी बांधती हैं और उनकी सफलता एवं दीर्घायु की कामना करती हैं।

श्री गौमाता जी की आरती (Shri Gaumata Ji Aarti)

ॐ जय गौमाता, मैया जय जय गौमाता,
जो कोई तुमको सेवत, त्रिभुवन सुख पाता।।

तारा है सारा जमाना, श्याम हम को भी तारो (Tara Hai Sara Zamana, Shyam Hamko Bhi Taro)

तारा है सारा जमाना,
श्याम हम को भी तारो ।

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