मेरे ओ सांवरे, तूने क्या क्या नहीं किया (Mere O Sanware Tune Kya Kya Nahi Kiya)

मेरे ओ सांवरे,

तूने क्या क्या नहीं किया,

जब लगा मैं गिरा,

थामा तूने लिया,

फिर दोबारा ना गिरने दिया,

मेरे ओ साँवरे,

तूने क्या क्या नहीं किया ॥


अपनों की कहूं,

क्या मैं तुझसे प्रभु,

कौन अपना है ये,

जानता है भी तू,

डाल मुझ पे नज़र,

तू मेरा हमसफर,

है ये जग को बता दिया,

मेरे ओ साँवरे,

तूने क्या क्या नहीं किया ॥


जिसपे पड़ जाती है,

श्याम तेरी नज़र,

डगमगाती नहीं ,

कभी उसकी डगर,

संकटों ने ना फिर,

मुडके उसकी तरफ,

रुख दोबारा कभी भी किया,

मेरे ओ साँवरे,

तूने क्या क्या नहीं किया ॥


मेरी है एक अरज,

तुमसे ऐ सांवरे,

देना कुछ भी,

ना देना अहम सांवरे,

गाऊं तेरे मैं गुण,

हर जगह घूम घूम,

श्याम ने क्या से क्या कर दिया,

मेरे ओ साँवरे,

तूने क्या क्या नहीं किया ॥


मेरे ओ सांवरे,

तूने क्या क्या नहीं किया,

जब लगा मैं गिरा,

थामा तूने लिया,

फिर दोबारा ना गिरने दिया,

मेरे ओ साँवरे,

तूने क्या क्या नहीं किया ॥

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श्री गायत्री मैया की आरती (Shri Gayatri Maiya Ki Aarti)

जयति जय गायत्री माता, जयति जय गायत्री माता।
सत् मारग पर हमें चलाओ, जो है सुखदाता॥

जपे जा तू बन्दे, सुबह और शाम (Jape Ja Tu Bande Subah Aur Sham)

जपे जा तू बन्दे,
सुबह और शाम,

माँ दुर्गे आशीष दो (Maa Durge Ashish Do)

माँ दुर्गे आशीष दो माँ दुर्गे आशीष दो
मन मे मेरे वास हो तेरा चरणो संग प्रीत हो ॥

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