रामजी ओ रामजी सांचो तेरो नाम जी (Ramji O Ramji Sancho Tero Naamji)

जय रामजी, जय रामजी

जय रामजी, जय रामजी


रामजी ओ रामजी,

सांचो तेरो नाम जी

सांचो तेरो नाम,

जग में सारे झूठो

रामजी ओ रामजी,

सांचो तेरो नाम जी


प्रीत करन की रीत ना जानू

अपना बनाना तोहे ना जानू

जानू में बस इतना जानू

नाम तेरा बलिहारी रे


रामजी ओ रामजी,

सांचो तेरो नाम जी

सांचो तेरो नाम,

जग में सारे झूठो

रामजी ओ रामजी,

सांचो तेरो नाम जी


लोग कहें राम बड़ा,

मैं कहूँ तेरा नाम बड़ा

तोह से बड़ा तेरा,

नाम है जग में

हे नाम की महिमा,

बड़ी न्यारी रे


रामजी ओ रामजी,

सांचो तेरो नाम जी

सांचो तेरो नाम,

जग में सारे झूठो

रामजी ओ रामजी,

सांचो तेरो नाम जी


नाम्म में तेरी इतनी शक्ति

दिल में जगाए तेरी भक्ति

हुई जीत जाग में उसी की

जिसने लिया तेरा नाम जी


रामजी ओ रामजी,

सांचो तेरो नाम जी

सांचो तेरो नाम,

जग में सारे झूठो

रामजी ओ रामजी,

सांचो तेरो नाम जी


जय रामजी, जय रामजी

जय रामजी, जय रामजी

जय रामजी, जय रामजी

जय रामजी, जय रामजी

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राम नाम तू जप ले रे बंदे, बनेंगे तेरे काम(Ram Naam Tu Japle Re Bande Banenge Tere Kaam)

राम नाम तू जप ले रे बंदे,
बनेंगे तेरे काम,

अन्नपूर्णा जयंती के दिन उपाय

सनातन धर्म में माता अन्नपूर्णा को अन्न की देवी माना गया है। इसलिए, हर साल मार्गशीर्ष माह में अन्नपूर्णा जयंती मनायी जाती है। मान्यताओं के अनुसार इस दिन माता पार्वती धरती पर मां अन्नपूर्णा के रूप में अवतरित हुई थीं।

दिसंबर माह के प्रदोष व्रत

सनातन धर्म में प्रदोष व्रत को अत्यंत शुभ और फलदायी माना जाता है। यह व्रत हर माह के कृष्ण और शुक्ल पक्ष की त्रयोदशी तिथि को रखा जाता है। भगवान शिव की साधना करने वाले साधक को पृथ्वी लोक के सभी सुख प्राप्त होते हैं और मृत्यु उपरांत उच्च लोक में स्थान मिलता है।

आदियोगी दूर उस आकाश की गहराइयों में (Adiyogi door us aakash ke gaharaiyon mein)

दूर उस आकाश की गहराइयों में,
एक नदी से बह रहे हैं आदियोगी,

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