तेरी प्रीत में मोहन,
मन बावरा है,
लागि लगन तू ही,
मेरा सांवरा है,
मेरा सांवरा है,
हमें तो कन्हैया,
तेरा आसरा है,
लागि लगन तू ही,
मेरा सांवरा है,
मेरा सांवरा है ॥
जीवन की ये कैसी छाया,
जीवन की ये कैसी छाया,
जीवन की ये कैसी छाया,
चहुँ और फैली फरेब की माया,
इक तेरा दर ही तो सबसे निराला,
कण कण यहाँ सच्चा प्यार भरा है,
प्यार भरा है,
तेरी प्रीत में मोंहन,
मन बावरा है,
लागि लगन तू ही,
मेरा सांवरा है,
मेरा सांवरा है ॥
जलती गई जब ज्ञान की ज्योति,
जलती गई जब ज्ञान की ज्योति,
मिलते गए तेरी प्रीत के मोती,
और रतन जहाँ के क्या मांगू भगवन,
प्रेम के अमृत से अंतर भरा है,
अंतर भरा है,
तेरी प्रीत में मोंहन,
मन बावरा है,
लागि लगन तू ही,
मेरा सांवरा है,
मेरा सांवरा है ॥
अब तो कन्हैया सबको बता दे,
अब तो कन्हैया सबको बता दे,
प्रीत की गंगा ऐसी बहा दे,
‘अंकुश’ कहे जमाना सच्ची मेरी भक्ति,
सच्ची है प्रीत सच्चा ये सांवरा है,
ये सांवरा है,
तेरी प्रीत में मोंहन,
मन बावरा है,
लागि लगन तू ही,
मेरा सांवरा है,
मेरा सांवरा है ॥
तेरी प्रीत में मोहन,
मन बावरा है,
लागि लगन तू ही,
मेरा सांवरा है,
मेरा सांवरा है,
हमें तो कन्हैया,
तेरा आसरा है,
लागि लगन तू ही,
मेरा सांवरा है,
मेरा सांवरा है ॥
वट सावित्री व्रत 10 जून, ज्येष्ठ मास की अमावस्या तिथि को मनाया जाएगा। यह व्रत विशेष रूप से सुहागिन महिलाओं के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण होता है।
वट सावित्री व्रत 2025 में 10 जून को सुहागिन महिलाएं ज्येष्ठ अमावस्या के दिन व्रत रखकर वट वृक्ष (बरगद के पेड़) की पूजा करेंगी। यह व्रत पति की लंबी उम्र, अच्छे स्वास्थ्य और सुखी दांपत्य जीवन के लिए किया जाता है।
आज 11 जून 2025 को ज्येष्ठ माह का 30वां दिन है। साथ ही आज पंचांग के अनुसार, ज्येष्ठ माह के शुक्ल पक्ष तिथि पूर्णिमा है। आज बुधवार का दिन है। सूर्य देव वृषभ राशि में रहेंगे।
आज 12 जून 2025 को आषाढ़ माह का पहला दिन है। साथ ही आज पंचांग के अनुसार, आषाढ़ माह के कृष्ण पक्ष तिथि प्रतिपदा है। आज गुरूवार का दिन है। सूर्य देव वृषभ राशि में रहेंगे। वहीं चंद्रमा धनु राशि में रहेंगे।