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तेरी सूरत पे जाऊं बलिहार रसिया(Teri Surat Pe Jaun Balihari Rasiya)

तेरी सूरत पे जाऊं बलिहार रसिया(Teri Surat Pe Jaun Balihari Rasiya)

तेरी सूरत पे जाऊं बलिहार रसिया

मैं तो नाचूंगी तेरे दरवार रसिया ॥


तेरी सूरत पे जाऊं बलिहार रसिया

मैं तो नाचूंगी तेरे दरवार रसिया ॥


ओड़ के आई मैं तो लाल चुनारिया,

मटकी उठा के मैं तो, बन गयी गुजरिया ।

मैं तो कर आई सोला श्रृंगार रसिया,

मैं तो नाचूंगी तेरे दरवार रसिया ॥


तेरी सूरत पे जाऊं बलिहार रसिया

मैं तो नाचूंगी तेरे दरवार रसिया ॥


तेरे पीछे मैं तो आई हूँ अकेली,

बड़े गोप की नयी नवेली।

आई हूँ करने मनोहार रसिया,

मैं तो नाचूंगी तेरे दरवार रसिया ॥


तेरी सूरत पे जाऊं बलिहार रसिया

मैं तो नाचूंगी तेरे दरवार रसिया ॥


जब से लगी है तेरी लगनवा,

बिसर गयो मोहे घर आंगनवा ।

मैं तो छोड़ आई सारा संसार रसिया,

मैं तो नाचूंगी तेरे दरवार रसिया ॥


तेरी सूरत पे जाऊं बलिहार रसिया

मैं तो नाचूंगी तेरे दरवार रसिया ॥


------- भजन को कुछ भक्ति इस रूप मे भी गाते हैं -------

तेरी बंसी पे जाऊं बलिहार रसिया,

मैं तो नाचूंगी बीच बाजार रसिया।

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जून के आखिरी हफ्ते के व्रत-त्योहार की लिस्ट

हिंदू पंचांग के अनुसार जून का चौथा सप्ताह धार्मिक दृष्टि से काफी खास है। इस हफ्ते कई महत्वपूर्ण व्रत और त्योहार आ रहे हैं, जिनमें भगवान शिव, विष्णु, गणेश और देवी शक्ति की पूजा का विशेष महत्व रहेगा।

17 June 2025 Panchang (17 जून 2025 का पंचांग)

आज 17 जून 2025 को आषाढ़ माह का छठवां दिन है। साथ ही आज पंचांग के अनुसार, आषाढ़ माह के कृष्ण पक्ष तिथि षष्ठी है। आज मंगलवार का दिन है। सूर्य मिथुन में और चंद्र देव कुंभ राशि में रहेंगे।

18 June 2025 Panchang (18 जून 2025 का पंचांग)

आज 18 जून 2025 को आषाढ़ माह का सातवां दिन है। साथ ही आज पंचांग के अनुसार, आषाढ़ माह के कृष्ण पक्ष तिथि सप्तमी है। आज बुधवार का दिन है। सूर्य देव मिथुन राशि में रहेंगे। वहीं चंद्रमा कुंभ से मीन राशि में प्रवेश करेंगे।

Jyeshtha Purnima 2025 (ज्येष्ठ पूर्णिमा कब मनाई जाएगी)

हिंदू पंचांग के अनुसार, ज्येष्ठ पूर्णिमा एक महत्वपूर्ण तिथि मानी जाती है। यह दिन धार्मिक दृष्टिकोण से अत्यंत शुभ होता है, विशेष रूप से स्नान, दान और व्रत के लिए। यह व्रत पवित्रता, आत्मिक शुद्धि और पुण्य की प्राप्ति के लिए रखा जाता है।

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