उज्जैन में विराजे, महाकाल प्यारे प्यारे (Ujjain Mein Viraje Mahakal Pyaare Pyaare)

उज्जैन में विराजे,

महाकाल प्यारे प्यारे,

महाकाल प्यारे प्यारे,

महाकाल डमरू वाले,

क्ष्रिप्रा तट विराजे,

महाकाल प्यारे प्यारे,

उज्जैन मे विराजे,

महाकाल प्यारे प्यारे ॥


महाकाल की महफ़िल सजी है,

डमरू वाले की महफ़िल सजी है,

महाकाल की महफ़िल सजी है,

उज्जैन मे विराजे,

महाकाल प्यारे प्यारे ॥


शिव की रहमत का झूमर सजा है,

हमको महसूस ये हो रहा है,

शिव की रहमत का झूमर सजा है,

उज्जैन मे विराजे,

महाकाल प्यारे प्यारे ॥


तुम तो कालों के काल हो बाबा,

तेरे नाम से मिट जाए बाधा,

तुम तो कालों के काल हो बाबा,

उज्जैन मे विराजे,

महाकाल प्यारे प्यारे ॥


उज्जैन में विराजे,

महाकाल प्यारे प्यारे,

महाकाल प्यारे प्यारे,

महाकाल डमरू वाले,

क्ष्रिप्रा तट विराजे,

महाकाल प्यारे प्यारे,

उज्जैन मे विराजे,

महाकाल प्यारे प्यारे ॥

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छठ मंत्र (Chhath Mantra)

ॐ ह्रीं ह्रीं सूर्याय सहस्रकिरणराय मनोवांछित फलम् देहि देहि स्वाहा।।

उनके हाथों में लग जाए ताला (Unke Hato Me Lag Jaye Tala)

उनके हाथों में लग जाए ताला, अलीगढ़ वाला।
सवा मन वाला, जो मैय्या जी की ताली न बजाए।

ओ मेरे गोपाल कन्हैया, मोहन मुरली वाले (O Mere Gopal Kanhaiya Mohan Murliwale)

ओ मेरे गोपाल कन्हैया,
मोहन मुरली वाले,

संकष्टी चतुर्थी के उपाय

वैशाख मास के कृष्ण पक्ष की चतुर्थी तिथि को संकष्टी चतुर्थी का व्रत मनाया जाता है, जिसे हिंदू धर्म में अत्यंत फलदायक माना गया है। यह व्रत भगवान गणेश को समर्पित है, जो विघ्नहर्ता, बुद्धि के दाता और मंगलकर्ता हैं।

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