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शेरावाली के दरबार में, होती है सुनवाई (Sherawali Ke Darbar Mein Hoti Hai Sunwai)

शेरावाली के दरबार में, होती है सुनवाई (Sherawali Ke Darbar Mein Hoti Hai Sunwai)

शेरावाली के दरबार में,

होती है सुनवाई,

सारे जग की महारानी ये,

जगदम्बा महामाई,

शेरावाली के दरबार मे,

होती है सुनवाई ॥


जिसने माँगा मैया तुझसे,

पल में झोली भर गई,

मैया तेरी लाल चुनरिया,

ऐसा जादू कर गई,

किमस्त खुल गई जिसके सर पे,

लाल चुनर लहराई,

शेरावाली के दरबार मे,

होती है सुनवाई ॥


जब भी कोई भारी संकट,

मैया हम पे आए,

मैया तेरे सिवा हमें कोई,

और नज़र ना आए,

कदम कदम पे भक्तो की,

माँ तूने लाज बचाई,

शेरावाली के दरबार मे,

होती है सुनवाई ॥


तो माँ बड़े गर्व से,

सबको ये बतलाता,

हरपल रक्षा करती मेरी,

शेरावाली माता,

मेरी उंगली थाम के चलती,

मैया की परछाई,

शेरावाली के दरबार मे,

होती है सुनवाई ॥


किसको देना कब क्या देना,

माँ को सब खबर है,

हर भक्तो के ऊपर,

मेरी मैया नज़र है,

मैया की कृपा से ही,

ये श्रष्टि रची रचाई,

शेरावाली के दरबार मे,

होती है सुनवाई ॥


शेरावाली के दरबार में,

होती है सुनवाई,

सारे जग की महारानी ये,

जगदम्बा महामाई,

शेरावाली के दरबार मे,

होती है सुनवाई ॥

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गणाधिप संकष्टी चतुर्थी का मुहूर्त

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कान छेदने के मुहूर्त

हिंदू धर्म में मानव जीवन में कुल 16 संस्कारों का बहुत अधिक महत्व है इन संस्कारों में नौवां संस्कार कर्णवेध या कान छेदने का संस्कार।

नवंबर-दिसंबर से लेकर साल 2025 तक यह हैं शादी के लिए सबसे शुभ मुहूर्त

हिन्दू धर्म में मुहुर्त का कितना महत्व है इस बात को समझने के लिए इतना ही काफी है कि हम मुहुर्त न होने पर शादी विवाह जैसी रस्मों को भी कई कई महिनों तक रोक लेते हैं।

नवंबर के शुभ मुहूर्त

देवशयनी एकादशी से लेकर देव उठनी एकादशी तक हिंदू धर्म में शुभ कार्य बंद रहते हैं। देव उठते ही सभी तरह के मंगल कार्य आरंभ हो जातें हैं।

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