Aaj Ka Panchang: आज 2 नवंबर 2025 का शुभ मुहूर्त, राहुकाल का समय, आज की तिथि और ग्रह
Aaj Ka Panchang 2 November 2025: आज 2 नवंबर 2025 से कार्तिक मास का 26वां दिन है। रविवार का दिन है। इस दिन सूर्य देव तुला राशि में रहेंगे। वहीं चंद्रमा 11:27 ए एम तक कुंभ राशि में रहेंगे। इसके बाद मीन राशि में गोचर करेंगे। आपको बता दें, आज के दिन अभिजीत मुहूर्त 11:42 ए एम से 12:26 पी एम बजे तक है। इस दिन राहुकाल 04:12 पी एम से 05:35 पी एम तक रहेगा। आज देवुत्थान एकादशी पारण, तुलसी विवाह, गौण देवुत्थान एकादशी, वैष्णव देवुत्थान एकादशी और योगेश्वर द्वादशी है। साथ ही वार के हिसाब से आप रविवार का व्रत रख सकते हैं, जो कि सूर्य देव को समर्पित होता है। आइए भक्त वत्सल के इस लेख में हम विस्तार से आपको आज के पंचांग के बारे में बताएंगे कि आज आपके लिए शुभ मुहूर्त क्या है। किस समय कार्य करने से शुभ परिणाम की प्राप्ति हो सकती है। साथ ही आज किन उपायों को करने से लाभ हो सकता है।
2 नवंबर 2025 को क्या है? (2 November 2025 Ko Kya Hai?)
पंचांग के अनुसार, 2 नवंबर 2025 कार्तिक मास के शुक्ल पक्ष की एकादशी तिथि है, जो कि 07:31 ए एम तक जारी रहेगी। इसके बाद द्वादशी तिथि लग जाएगी, जो कि 05:07 ए एम, नवम्बर 03 तक जारी रहेगी। ऐसे में आज एकादशी और द्वादशी तिथि एक ही दिन है।
2 नवंबर 2025 का पंचांग (2 November 2025 Ka Panchang)
- तिथि- 07:31 ए एम तक कार्तिक मास के शुक्ल पक्ष की एकादशी तिथि। इसके बाद द्वादशी तिथि लग जाएगी।
- नक्षत्र- पूर्व भाद्रपद (05:03 पी एम तक) उत्तर भाद्रपद
- दिन/वार- रविवार
- योग- व्याघात ( 11:11 पी एम तक) हर्षण
- करण- विष्टि (07:31 ए एम तक) बव (06:24 पी एम तक) बालव (05:07 ए एम, नवम्बर 03 तक) कौलव
- कार्तिक शुक्ल पक्ष एकादशी तिथि प्रारंभ - 09:11 ए एम, नवम्बर 01
- कार्तिक शुक्ल पक्ष एकादशी तिथि समाप्त - 07:31 ए एम, नवम्बर 02
नोट- एकादशी और द्वादशी तिथि एक ही दिन है।
- कार्तिक शुक्ल पक्ष द्वादशी तिथि प्रारंभ - 07:31 ए एम, नवम्बर 02
- कार्तिक शुक्ल पक्ष द्वादशी तिथि समाप्त - 05:07 ए एम, नवम्बर 03
सूर्य-चंद्र गोचर (Surya-Chandra Gochar)
- सूर्य - सूर्य देव तुला राशि में रहेंगे।
- चंद्र - चंद्रमा 11:27 ए एम तक कुंभ राशि में रहेंगे। इसके बाद मीन राशि में गोचर करेंगे।
सूर्य और चंद्रमा का मुहूर्त (Surya aur Chandrama Ka Muhurat)
- सूर्योदय- 06:34 ए एम
- सूर्यास्त- 05:35 पी एम
- चन्द्रोदय- 03:21 पी एम
- चन्द्रास्त- 03:50 ए एम, नवम्बर 03
2 नवंबर 2025 का शुभ मुहूर्त और योग (2 November 2025 Ka Shubh Muhurat aur Yog)
- ब्रह्म मुहूर्त - 04:50 ए एम से 05:42 ए एम
- अभिजीत मुहूर्त - 11:42 ए एम से 12:26 पी एम
- विजय मुहूर्त - 01:55 पी एम से 02:39 पी एम
- गोधूलि मुहूर्त - 05:35 पी एम से 06:01 पी एम
- संध्या मुहूर्त - 05:35 पी एम से 06:53 पी एम
- अमृत काल - 09:29 ए एम से 11:00 ए एम
- त्रिपुष्कर योग - 07:31 ए एम से 05:03 पी एम
- सर्वार्थ सिद्धि योग - 05:03 पी एम से 06:34 ए एम, नवम्बर 03
2 नवंबर 2025 का अशुभ मुहूर्त (2 November 2025 ka Ashubh Muhurat)
- राहु काल - 04:12 पी एम से 05:35 पी एम
- गुलिक काल - 02:50 पी एम से 04:12 पी एम
- यमगंड - 12:04 पी एम से 01:27 पी एम
- वर्ज्य - 01:52 ए एम, नवम्बर 03 से 03:20 ए एम, नवम्बर 03
- पंचक - पूरे दिन
- भद्रा - 06:34 ए एम से 07:31 ए एम
- दिशाशूल - पश्चिम, इस दिशा में यात्रा करने से बचना चाहिए।
2 नवंबर 2025 पर्व/त्योहार/व्रत (2 November 2025 Parv / Tyohar / Vrat)
रविवार का व्रत - आज आप रविवार का व्रत रख सकते हैं, जो सूर्य देव को समर्पित है।
तुलसी विवाह - तुलसी विवाह हिन्दू परंपरा का एक पवित्र पर्व है, जिसमें देवी तुलसी का विवाह भगवान विष्णु या उनके अवतार श्रीकृष्ण से किया जाता है। पद्मपुराण में इसका वर्णन कार्तिक शुक्ल नवमी को मिलता है, जबकि अन्य ग्रंथों में प्रबोधिनी एकादशी से पूर्णिमा तक का समय शुभ माना गया है। इस दिन तुलसी को देवी वृंदा और शालग्राम को भगवान विष्णु का रूप मानकर विवाह संपन्न किया जाता है। वृंदावन, मथुरा और ब्रज क्षेत्र में यह पर्व बड़े हर्ष और श्रद्धा से मनाया जाता है। घरों और मंदिरों में पारंपरिक विवाह की तरह हल्दी, मेहंदी, फेरे और बारात जैसी रस्में निभाई जाती हैं। भक्त पूरे दिन व्रत रखते हैं और सायंकाल भगवान विष्णु व देवी तुलसी का विवाह धूमधाम से संपन्न करते हैं। वृंदावन के प्राचीन मंदिरों में बिना तुलसी के ठाकुर जी को भोग नहीं लगाया जाता, इसलिए यहाँ तुलसी विवाह विशेष भव्यता से मनाया जाता है।
2 नवंबर 2025/आज के उपाय (2 November 2025 Ke Upay)
- रविवार के उपाय - रविवार के दिन सूर्य देव को प्रसन्न करने के लिए कई उपाय किए जा सकते हैं। आप सूर्य देव को अर्घ्य देते हुए ऊं सूर्याय नमः ऊं वासुदेवाय नमः ऊं आदित्य नमः' मंत्र का उच्चारण करें। लाल चंदन का तिलक लगाकर और लाल रंग का वस्त्र पहनकर घर से बाहर निकलने से कार्यों में सफलता मिलती है। घर के मुख्य दरवाजे के दोनों तरफ देसी घी का दिया जलाने से माता लक्ष्मी भी प्रसन्न होती हैं और घर में धन संपत्ति बढ़ती है। सूर्य देवता को गुड़, दूध, चावल और कपड़े का दान करने से सभी काम सफल होते हैं। इसके अलावा, बरगद के पेड़ का पत्ता लेकर अपनी मनोकामना लिखकर बहते जल में बहाने से मनोकामना पूरी होती है। साथ ही पीपल के पेड़ के नीचे आटे का चौमुखी दीपक जला
- तुलसी विवाह के दिन करें ये उपाय - यदि विवाह में बाधा आ रही हो, तो तुलसी विवाह के दिन स्नान कर स्वच्छ वस्त्र पहनें और तुलसी माता की पूजा करते हुए पौधे पर केसर मिश्रित दूध अर्पित करें। ऐसा करने से मनचाहा जीवनसाथी मिलने और शीघ्र विवाह के योग बनते हैं। वहीं, आर्थिक तंगी से मुक्ति के लिए तुलसी विवाह के दिन तुलसी की पत्तियों को लाल कपड़े में बांधकर तिजोरी या पर्स में रखें। मान्यता है कि यह उपाय धन की कमी को दूर कर जीवन में समृद्धि लाता है।