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3 November 2025 Panchang (3 नवंबर 2025 का पंचांग)

3 November 2025 Panchang (3 नवंबर 2025 का पंचांग)

Aaj Ka Panchang: आज 3 नवंबर 2025 का शुभ मुहूर्त, राहुकाल का समय, आज की तिथि और ग्रह

Aaj Ka Panchang 3 November 2025: आज 3 नवंबर 2025 से कार्तिक मास का 28वां दिन है। सोमवार का दिन है। इस दिन सूर्य देव तुला राशि में रहेंगे। वहीं चंद्रमा मीन राशि में रहेंगे। आपको बता दें, आज के दिन अभिजीत मुहूर्त 11:42 ए एम से 12:26 पी एम बजे तक है। इस दिन राहुकाल 07:57 ए एम से 09:19 ए एम तक रहेगा। आज विश्वेश्वर व्रत और सोम प्रदोष व्रत है। साथ ही वार के हिसाब से आप सोमवार का व्रत रख सकते हैं, जो कि भगवान शिव को समर्पित होता है। आइए भक्त वत्सल के इस लेख में हम विस्तार से आपको आज के पंचांग के बारे में बताएंगे कि आज आपके लिए शुभ मुहूर्त क्या है। किस समय कार्य करने से शुभ परिणाम की प्राप्ति हो सकती है। साथ ही आज किन उपायों को करने से लाभ हो सकता है। 

3 नवंबर 2025 को क्या है? (3 November 2025 Ko Kya Hai?)

पंचांग के अनुसार, 3 नवंबर 2025 को कार्तिक मास के शुक्ल पक्ष की त्रयोदशी तिथि है, जो कि 02:05 ए एम, नवम्बर 04 तक जारी रहेगी। इसके बाद चतुर्दशी तिथि लग जाएगी। 

3 नवंबर 2025 का पंचांग (3 November 2025 Ka Panchang)

  • तिथि- 02:05 ए एम, नवम्बर 04 तक कार्तिक मास के शुक्ल पक्ष की त्रयोदशी तिथि। इसके बाद चतुर्दशी तिथि लग जाएगी।
  • नक्षत्र- उत्तर भाद्रपद (03:05 पी एम तक) रेवती
  • दिन/वार- सोमवार
  • योग- हर्षण (07:40 पी एम तक) वज्र
  • करण- कौलव (03:40 पी एम तक) तैतिल ( 02:05 ए एम, नवम्बर 04 तक) गर 

कार्तिक शुक्ल पक्ष त्रयोदशी तिथि प्रारंभ - 05:07 ए एम, नवम्बर 03

कार्तिक शुक्ल पक्ष त्रयोदशी तिथि समाप्त - 02:05 ए एम, नवम्बर 04

सूर्य-चंद्र गोचर (Surya-Chandra Gochar)

  • सूर्य - सूर्य देव तुला राशि में रहेंगे।
  • चंद्र - चंद्रमा मीन राशि में रहेंगे।

सूर्य और चंद्रमा का मुहूर्त (Surya aur Chandrama Ka Muhurat)

  • सूर्योदय- 06:34 ए एम
  • सूर्यास्त- 05:34 पी एम
  • चन्द्रोदय- 03:54 पी एम
  • चन्द्रास्त- 04:57 ए एम, नवम्बर 04

3 नवंबर 2025 का शुभ मुहूर्त और योग (3 November 2025 Ka Shubh Muhurat aur Yog)

  • ब्रह्म मुहूर्त - 04:51 ए एम से 05:43 ए एम
  • अभिजीत मुहूर्त - 11:42 ए एम से 12:26 पी एम
  • विजय मुहूर्त - 01:54 पी एम से 02:38 पी एम
  • गोधूलि मुहूर्त - 05:34 पी एम से 06:00 पी एम
  • संध्या मुहूर्त - 05:34 पी एम से 06:52 पी एम
  • अमृत काल - 10:41 ए एम से 12:09 पी एम
  • रवि योग - 03:05 पी एम से 06:35 ए एम, नवम्बर 04

3 नवंबर 2025 का अशुभ मुहूर्त (3 November 2025 ka Ashubh Muhurat)

  • राहु काल - 07:57 ए एम से 09:19 ए एम
  • गुलिक काल - 01:27 पी एम से 02:49 पी एम
  • यमगंड - 10:42 ए एम से 12:04 पी एम
  • वर्ज्य - 01:50 ए एम, नवम्बर 04 से 03:16 ए एम, नवम्बर 04
  • आडल योग - 03:05 पी एम से 06:35 ए एम, नवम्बर 04
  • विडाल योग - 06:34 ए एम से 03:05 पी एम
  • गण्ड मूल - 03:05 पी एम से 06:35 ए एम, नवम्बर 04
  • पंचक - पूरे दिन
  • दिशाशूल - पूर्व, इस दिशा में यात्रा करने से बचना चाहिए।

3 नवंबर 2025 पर्व/त्योहार/व्रत (3 November 2025 Parv / Tyohar / Vrat)

  • सोमवार का व्रत - आज आप सोमवार का व्रत रख सकते हैं, जो भगवान शिव को समर्पित है।
  • विश्वेवर व्रत - विश्वेश्वर व्रत भगवान शिव को समर्पित एक पवित्र पर्व है, जिसमें भोलेनाथ की उपासना उनके विश्वेश्वर रूप में की जाती है। यह व्रत मुख्य रूप से कर्नाटक में मनाया जाता है, विशेषकर उडुपी जिले के येल्लूर गांव स्थित प्राचीन श्री विश्वेश्वर मंदिर में। सहस्राब्दी से अधिक पुराना यह मंदिर भगवान शिव को समर्पित है और बारह शिलालेखों में इसका उल्लेख मिलता है। इस दिन भक्तगण श्रद्धा से मंदिर जाकर भगवान विश्वेश्वर की विधिवत पूजा-अर्चना करते हैं।
  • सोम प्रदोष व्रत - जब प्रदोष व्रत सोमवार को पड़ता है, तो इसे सोम प्रदोष कहा जाता है। भगवान शिव को ये अत्यंत प्रिय है। यह व्रत मानसिक शांति, वैवाहिक सुख और पारिवारिक समृद्धि के लिए शुभ माना जाता है। ज्योतिष के अनुसार, यह व्रत चंद्र से जुड़े अशुभ योगों को दूर करने में सहायक होता है। विधिवत रूप से सोम प्रदोष व्रत करने पर भगवान शिव की कृपा से मनोवांछित फल प्राप्त होता है और दांपत्य जीवन में प्रेम व सामंजस्य बढ़ता है। इसे मानसिक तनाव और चिंताओं के निवारण के लिए भी अत्यंत लाभकारी माना गया है।

3 नवंबर 2025/आज के उपाय (3 November 2025 Ke Upay)

  • सोमवार के उपाय - सोमवार के दिन भगवान शिव की पूजा करने से कई लाभ मिल सकते हैं। इस दिन शिव मंदिर जाकर शिवलिंग पर जल, दूध और गंगाजल चढ़ाएं। साथ ही बेलपत्र, धतूरा अर्पित करें। महामृत्युंजय मंत्र का जाप करने से रोग और बाधाओं से मुक्ति मिलती है। शिव मंदिर में रुद्राक्ष दान करने से शुभ फलों की प्राप्ति होती है। इस दिन सफेद रंग के कपड़े पहनने और व्रत रखने से मन में शांति और सकारात्मक ऊर्जा रहती है। आर्थिक तंगी दूर करने के लिए सोमवार की रात शिव मंदिर में घी का दीपक जलाएं और नौकरी में सफलता पाने के लिए शिवलिंग पर शहद चढ़ाएं। इन उपायों से जीवन में सुख-समृद्धि और सफलता मिल सकती है।
  • विश्वेवर व्रत के दिन करें ये उपाय - इस शुभ दिन साधक को सुबह जल्दी उठकर स्नान करना चाहिए और भगवान शिव के समक्ष व्रत का संकल्प लेना चाहिए। शिवलिंग पर फल, दूध और मिठाई अर्पित करना शुभ माना जाता है। पूजा का समापन आरती से करें और व्रत का पारण अगले दिन सात्विक भोजन से करें। इसके बाद भगवान विश्वेश्वर का आशीर्वाद पाने के लिए मंदिर दर्शन करें।
  • सोम प्रदोष व्रत के दिन करें ये उपाय - सोम प्रदोष व्रत भगवान शिव और देवी पार्वती को समर्पित है। इस दिन अविवाहित लड़कियों को गंगा जल से स्नान कर सफेद वस्त्र पहनने के बाद सूर्य को जल अर्पित करना चाहिए और शिव पूजा करते समय “ॐ नमः शिवाय” का जाप करना चाहिए। व्रत के दौरान मंदिर में जाकर नंगे पैर भगवान शिव, देवी पार्वती, गणेश, कार्तिकेय और नंदी की पूजा करना शुभ होता है। ज्योतिषियों के अनुसार, इस एकीकृत पूजा से जल्दी विवाह और सुखमय वैवाहिक जीवन की प्राप्ति होती है।
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