Aaj Ka Panchang: आज 29 सितंबर 2025 का शुभ मुहूर्त, राहुकाल का समय, आज की तिथि और ग्रह
Aaj Ka Panchang 29 September 2025: आज 29 सितंबर 2025 आश्विन मास का 22वां दिन है। साथ ही आज पंचांग के अनुसार, आश्विन मास के शुक्ल पक्ष की सप्तमी तिथि है, जो कि 04:31 पी एम तक जारी रहेगी। इसके बाद अष्टमी तिथि लग जाएगी। बता दें कि आज सोमवार का दिन है। इस दिन सूर्य देव कन्या राशि में रहेंगे। वहीं चंद्रमा धनु राशि में रहेंगे। आपको बता दें, आज सोमवार के दिन अभिजीत मुहूर्त 11:47 ए एम से 12:35 पी एम तक है। इस दिन राहुकाल 07:43 ए एम से 09:12 ए एम तक रहेगा। आज सरस्वती पूजा का पहला दिन है, जिसे सरस्वती आह्वान कहा जाता है। इसके अलावा आज नवपत्रिका पूजा भी है। साथ ही वार के हिसाब से आप सोमवार का व्रत रख सकते हैं, जो भगवान शिव को समर्पित होता है। आइए भक्त वत्सल के इस लेख में हम विस्तार से आपको आज के पंचांग के बारे में बताएंगे कि आज आपके लिए शुभ मुहूर्त क्या है। किस समय कार्य करने से शुभ परिणाम की प्राप्ति हो सकती है। साथ ही आज किन उपायों को करने से लाभ हो सकता है।
आज का पंचांग 29 सितंबर 2025 (Aaj Ka Panchang 29 September 2025)
- तिथि - 04:31 पी एम तक शुक्ल पक्ष की सप्तमी तिथि। इसके बाद अष्टमी तिथि लग जाएगी।
- नक्षत्र - मूल (पूर्ण रात्रि तक)
- दिन/वार - सोमवार
- योग - सौभाग्य (01:01 ए एम, सितम्बर 30 तक) शोभन
- करण - वणिज (04:31 पी एम तक) विष्टि (05:23 ए एम, सितम्बर 30 तक) बव
आश्विन शुक्ल पक्ष सप्तमी तिथि प्रारंभ - 02:27 पी एम, सितम्बर 28
आश्विन शुक्ल पक्ष सप्तमी तिथि समाप्त - 04:31 पी एम, सितम्बर 29
सूर्य-चंद्र गोचर (Surya-Chandra Gochar)
- सूर्य - सूर्य देव कन्या राशि में रहेंगे।
- चंद्र - चंद्रमा धनु राशि में रहेंगे।
सूर्य और चंद्रमा का मुहूर्त (Surya aur Chandrama ka Muhurat)
- सूर्योदय - 06:13 ए एम
- सूर्यास्त - 06:09 पी एम
- चन्द्रोदय - 12:51 पी एम
- चन्द्रास्त - 10:55 पी एम
आज का शुभ मुहूर्त और योग 29 सितंबर 2025 (Aaj ka Shubh Muhurat aur Yog 29 September 2025)
- ब्रह्म मुहूर्त - 04:37 ए एम से 05:25 ए एम
- अभिजीत मुहूर्त - 11:47 ए एम से 12:35 पी एम
- विजय मुहूर्त - 02:11 पी एम से 02:58 पी एम
- गोधूलि मुहूर्त - 06:09 पी एम से 06:33 पी एम
- संध्या मुहूर्त - 06:09 पी एम से 07:22 पी एम
- अमृत काल - 11:15 पी एम से 01:01 ए एम, सितम्बर 30
आज का अशुभ मुहूर्त 29 सितंबर 2025 (Aaj ka Ashubh Muhurat 29 September 2025)
- राहु काल - 07:43 ए एम से 09:12 ए एम
- गुलिक काल - 01:41 पी एम से 03:10 पी एम
- यमगंड - 10:42 ए एम से 12:11 पी एम
- गण्ड मूल - पूरे दिन
- आडल योग - पूरे दिन
- भद्रा - 04:31 पी एम से 05:23 ए एम, सितम्बर 30
- वर्ज्य - 12:42 पी एम से 02:28 पी एम
- दिशाशूल - पूर्व, इस दिशा में यात्रा करने से बचना चाहिए।
29 सितंबर 2025 पर्व/त्योहार/व्रत (29 September 2025 ke Parv / Tyohar / Vrat)
- सोमवार का व्रत- आज आप सोमवार का व्रत रख सकते हैं, जो भगवान शिव को समर्पित है।
- सरस्वती आवाहन - नवरात्रि के दौरान सरस्वती पूजा एक महत्वपूर्ण अनुष्ठान है, जिसका पहला दिन सरस्वती आवाहन के रूप में मनाया जाता है। इस दिन भक्त देवी सरस्वती को पूजन के लिए आमंत्रित करते हैं, जिसे आवाहन कहा जाता है। इसके बाद, प्रधान पूजा दिवस पर देवी की पूजा-अर्चना की जाती है। धार्मिक ग्रंथों के अनुसार, देवी सरस्वती का आवाहन मूल नक्षत्र में करना चाहिए और मूल से श्रवण नक्षत्र तक निरंतर पूजा-अर्चना करनी चाहिए। विद्या, बुद्धि और ज्ञान की अधिष्ठात्री देवी सरस्वती की पूजा करने से साधकों को विद्या प्राप्ति में मदद मिलती है।
- नवपत्रिका पूजा - महा सप्तमी दुर्गा पूजा का पहला दिन है, जिसे नवपत्रिका पूजा दिवस के रूप में भी जाना जाता है। इस दिन देवी दुर्गा को नौ पौधों के एक समूह में आमंत्रित किया जाता है, जिसे नवपत्रिका कहा जाता है। नवपत्रिका का निर्माण नौ भिन्न पौधों को बाँधकर किया जाता है, जिसमें बिल्व वृक्ष की शाखा भी शामिल होती है। नवपत्रिका को लाल या नारंगी वस्त्र से सुसज्जित कर औपचारिक रूप से स्नान कराया जाता है और फिर देवी दुर्गा के चित्र के दायीं ओर एक लकड़ी की चौकी पर स्थापित किया जाता है। यह पूजा देवी दुर्गा को आमंत्रित करने और उन्हें भावांजलि अर्पित करने का एक महत्वपूर्ण तरीका है।
29 सितंबर 2025 आज के उपाय (29 September 2025 Aaj ke Upay)
- सोमवार के उपाय - सोमवार के दिन भगवान शिव और चंद्रमा की पूजा करने से जीवन में सुख, शांति और मानसिक स्थिरता की प्राप्ति होती है। इस दिन भगवान शिव को जल, बेलपत्र और दूध अर्पित करना शुभ माना जाता है। सोमवार के उपायों में शिव मंत्रों का जाप करना, शिव चालीसा का पाठ करना और भगवान शिव की आराधना करना शामिल है। इन उपायों को करने से चंद्रमा और शिव ग्रह की स्थिति में सुधार होता है और जीवन में सकारात्मक परिणाम प्राप्त होते हैं। सोमवार के दिन विशेष रूप से सफेद वस्त्र, चावल और दूध का दान करना लाभदायक होता है।
- नवपत्रिका के दिन करें ये उपाय - नवपत्रिका पूजा में भगवान गणेश और माता दुर्गा के साथ-साथ नौ पत्तों की आराधना की जाती है, जिन्हें मां दुर्गा के नौ स्वरूपों का प्रतीक माना जाता है। इन नौ पत्तियों में केला, कच्ची, हल्दी, अनार, अशोक, मनका, धान, बिल्व और जौ के पौधों की पत्तियां शामिल होती हैं। पूजा के दौरान इन पत्तियों को साथ में बांधकर पवित्र नदी में स्नान करवाया जाता है, जिसे महास्नान कहा जाता है। इसके बाद घर के मंदिर में एक चौकी बिछाकर मां दुर्गा की मूर्ति स्थापित की जाती है और विधि-विधान से माता की पूजा-अर्चना की जाती है।
- सरस्वती आह्वान के दिन करें ये उपाय - सरस्वती आवाहन के दिन सुबह जल्दी उठकर स्नान करें और पूजा स्थल की सफाई कर गंगाजल का छिड़काव करें। एक चौकी बिछाकर उसपर सरस्वती माता की प्रतिमा या तस्वीर स्थापित करें और शुभ मुहूर्त में पूजा आरंभ करें। धूप-दीप, अगरबत्ती और गुगुल जलाएं, और माता को फूल-फल आदि अर्पित करें। मां सरस्वती को सफेद रंग की मिठाई का भोग लगाएं और पूजा के दौरान उनके मंत्रों का जाप करें। अंत में आरती करें और सभी लोगों में प्रसाद बांटें।
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