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3 October 2025 panchang (3 अक्टूबर 2025 का पंचांग)

3 October 2025 panchang (3 अक्टूबर 2025 का पंचांग)

Aaj Ka Panchang: आज 3 अक्टूबर 2025 का शुभ मुहूर्त, राहुकाल का समय, आज की तिथि और ग्रह

Aaj Ka Panchang 3 October 2025: आज 3 अक्टूबर 2025 से आश्विन मास का 26वां दिन है। साथ ही आज पंचांग के अनुसार, आश्विन मास के शुक्ल पक्ष की एकादशी तिथि है, जो कि 06:32 पी एम तक जारी रहेगी। इसके बाद द्वादशी तिथि लग जाएगी। बता दें कि आज शुक्रवार का दिन है। इस दिन सूर्य देव कन्या राशि में रहेंगे। वहीं चंद्रमा 09:27 पी एम तक मकर राशि में रहेंगे। इसके बाद कुंभ राशि में गोचर करेंगे। आपको बता दें, आज शुक्रवार के दिन अभिजीत मुहूर्त 11:46 ए एम से 12:34 पी एम तक है। इस दिन राहुकाल 10:41 ए एम से 12:10 पी एम तक रहेगा। आज पापांकुशा एकादशी है। साथ ही वार के हिसाब से आप शुक्रवार का व्रत रख सकते हैं, जो माता लक्ष्मी को समर्पित होता है। आइए भक्त वत्सल के इस लेख में हम विस्तार से आपको आज के पंचांग के बारे में बताएंगे कि आज आपके लिए शुभ मुहूर्त क्या है। किस समय कार्य करने से शुभ परिणाम की प्राप्ति हो सकती है। साथ ही आज किन उपायों को करने से लाभ हो सकता है। 

आज का पंचांग 3 अक्टूबर 2025 (Aaj Ka Panchang 3 October 2025)

  • तिथि - 06:32 पी एम तक शुक्ल पक्ष की एकादशी तिथि। इसके बाद द्वादशी तिथि लग जाएगी।
  • नक्षत्र - श्रवण (09:34 ए एम तक) धनिष्ठा
  • दिन/वार - शुक्रवार
  • योग - धृति (09:46 पी एम तक) शूल
  • करण - वणिज (06:57 ए एम तक) विष्टि (06:32 पी एम तक) बव (05:56 ए एम, अक्टूबर 04 तक) बालव

आश्विन शुक्ल पक्ष एकादशी तिथि प्रारंभ - 07:10 पी एम, अक्टूबर 02

आश्विन शुक्ल पक्ष एकादशी तिथि समाप्त - 06:32 पी एम, अक्टूबर 03

सूर्य-चंद्र गोचर (Surya-Chandra Gochar)

  • सूर्य - सूर्य देव कन्या राशि में रहेंगे।
  • चंद्र - चंद्रमा 09:27 पी एम तक मकर राशि में रहेंगे। इसके बाद कुंभ राशि में गोचर करेंगे।

सूर्य और चंद्रमा का मुहूर्त (Surya aur Chandrama ka Muhurat)

  • सूर्योदय - 06:15 ए एम
  • सूर्यास्त - 06:05 पी एम
  • चन्द्रोदय - 03:46 पी एम
  • चन्द्रास्त - 02:59 ए एम, अक्टूबर 04

आज का शुभ मुहूर्त और योग 3 अक्टूबर 2025 (Aaj ka Shubh Muhurat aur Yog 3 October 2025)

  • ब्रह्म मुहूर्त - 04:38 ए एम से 05:26 ए एम
  • अभिजीत मुहूर्त - 11:46 ए एम से 12:34 पी एम
  • विजय मुहूर्त - 02:08 पी एम से 02:55 पी एम
  • गोधूलि मुहूर्त - 06:05 पी एम से 06:29 पी एम
  • संध्या मुहूर्त - 06:05 पी एम से 07:18 पी एम
  • अमृत काल - 10:56 पी एम से 12:30 ए एम, अक्टूबर 04
  • रवि योग - 06:15 ए एम से 09:34 ए एम
  • सर्वार्थ सिद्धि योग - 06:15 ए एम से 09:34 ए एम

आज का अशुभ मुहूर्त 3 अक्टूबर 2025 (Aaj ka Ashubh Muhurat 3 October 2025)

  • राहु काल - 10:41 ए एम से 12:10 पी एम
  • गुलिक काल - 07:44 ए एम से 09:12 ए एम
  • यमगंड - 03:07 पी एम से 04:36 पी एम
  • भद्रा - 06:57 ए एम से 06:32 पी एम
  • वर्ज्य - 01:30 पी एम से 03:04 पी एम
  • पंचक - 09:27 पी एम से 06:16 ए एम, अक्टूबर 04
  • दिशाशूल - पश्चिम, इस दिशा में यात्रा करने से बचना चाहिए।

3 अक्टूबर 2025 पर्व/त्योहार/व्रत (3 October 2025 ke Parv / Tyohar / Vrat)

  • शुक्रवार का व्रत - आज आप शुक्रवार का व्रत रख सकते हैं, जो माता लक्ष्मी को समर्पित है। 
  • पापांकुशा एकादशी - पापांकुशा एकादशी का व्रत भगवान विष्णु को समर्पित है और इसे आश्विन माह के शुक्ल पक्ष में रखा जाता है। इस व्रत के पालन से मनुष्य अपने जीवन के पापों से मुक्ति पा सकता है और यमलोक की यातनाएं नहीं सहनी पड़ती हैं। इस दिन भगवान विष्णु के पद्मनाभ स्वरूप की पूजा की जाती है और विष्णु सहस्त्रनाम का पाठ करना लाभदायक माना जाता है। रात्रि जागरण और भगवान का स्मरण भी इस व्रत का हिस्सा है। द्वादशी तिथि को ब्राह्मणों को अन्न और दक्षिणा दान करने के बाद व्रत का समापन होता है। व्रत के नियमों का पालन करने से व्रती को बैकुंठ धाम प्राप्त होता है।

3 अक्टूबर 2025 आज के उपाय (3 October 2025 Aaj ke Upay)

  • शुक्रवार के उपाय - मां लक्ष्मी को प्रसन्न करने के लिए उन्हें सफेद और लाल रंग के फूल जैसे कमल और गुलाब अर्पित करना लाभदायक होता है। कुंडली में शुक्र को मजबूत करने के लिए शुक्रवार को श्वेत वस्त्र धारण करना और चावल, आटा, दूध जैसी सफेद चीजों का दान करना मददगार होता है। आर्थिक तंगी से मुक्ति पाने के लिए मां लक्ष्मी की पूजा में चावल की खीर और श्रीफल अर्पित करना और कमलगट्टे की माला से उनके नामों का जप करना भी लाभकारी होता है। लक्ष्मी वैभव व्रत करने से मनोवांछित फल की प्राप्ति होती है और सभी दुख दूर हो जाते हैं।
  • पापांकुशा एकादशी पर करें ये उपाय - पापांकुशा एकादशी के दिन भगवान विष्णु की पूजा में तुलसी का महत्व है, इसलिए शाम को तुलसी के नीचे घी का दीपक जलाकर 11 परिक्रमा करना और ॐ नमो भगवते वासुदेवाय नम: मंत्र का जाप करना भगवान विष्णु और माता लक्ष्मी का आशीर्वाद प्राप्त करने में मदद करता है। रुके हुए काम पूरे करने के लिए भगवान विष्णु के आगे घी का दीपक जलाकर पूर्व दिशा में मुख करके भगवद गीता के 11वें अध्याय का पाठ करना लाभदायक होता है। धन की समस्या दूर करने के लिए वस्त्र, अन्न-धन, तुलसी के पौधे और कामधेनु की मूर्ति का दान करना और विष्णु जी का केसर घुले दूध से अभिषेक करना मददगार होता है। करियर और कारोबार में तरक्की के लिए नौ मुखी दीपक की अखंड ज्योति जलाना और सौंफ अर्पित करना भी लाभकारी होता है। वैवाहिक जीवन में खुशहाली के लिए दूध की खीर में तुलसी डालकर भगवान विष्णु को चढ़ाना मदद करता है।

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