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28 May 2025 Panchang (28 मई 2025 का पंचांग)

28 May 2025 Panchang (28 मई 2025 का पंचांग)

Aaj Ka Panchang: आज 28 मई 2025 का शुभ मुहूर्त, राहुकाल का समय, आज की तिथि और ग्रह


Aaj Ka Panchang 28 May 2025: आज 28 मई 2025 को ज्येष्ठ माह का 15वां दिन है। साथ ही आज पंचांग के अनुसार, ज्येष्ठ माह के शुक्ल पक्ष तिथि द्वितीया है। आज बुधवार का दिन है। सूर्य देव वृषभ राशि में रहेंगे। वहीं चंद्रमा वृषभ से मिथुन राशि में प्रवेश करेंगे। आपको बता दें, आज बुधवार के दिन कोई अभिजीत मुहूर्त नहीं है। इस दिन राहुकाल 12:19 पी एम से 02:02 पी एम तक रहेगा। आज वार के हिसाब से आप बुधवार का व्रत रख सकते हैं, जो गणेश जी को समर्पित होता है। आज अग्नि नक्षत्रम् समाप्त होगा और चन्द्र दर्शन रहेगा। आइए भक्त वत्सल के इस लेख में हम विस्तार से आपको आज के पंचांग के बारे में बताएंगे कि आज आपके लिए शुभ मुहूर्त क्या है। किस समय कार्य करने से शुभ परिणाम की प्राप्ति हो सकती है। साथ ही आज किन उपायों को करने से लाभ हो सकता है। 


आज का पंचांग 28 मई 2025

  • तिथि -  द्वितीया
  • नक्षत्र - मागृशिरा और आर्द्रा
  • दिन/वार - बुधवार
  • योग - धृति और शूल 
  • करण -  बालव, कौलव और तैतिल 

ज्येष्ठ शुक्ल पक्ष द्वितीया तिथि प्रारंभ - 05:02 ए एम, मई 28 से 

ज्येष्ठ शुक्ल पक्ष द्वितीया तिथि समाप्त -  01:54 ए एम, मई 29 तक


सूर्य-चंद्र गोचर

  • सूर्य -  वृषभ
  • चंद्र - वृषभ से मिथुन 


सूर्य और चंद्रमा का मुहूर्त

  • सूर्योदय- 05:25 ए एम
  • सूर्यास्त-  07:12 पी एम
  • चन्द्रोदय- 06:03 ए एम
  • चन्द्रास्त- 08:59 पी एम   


आज का शुभ मुहूर्त और योग 28 मई 2025

  • सर्वार्थ सिद्धि योग - 05:25 ए एम से 12:29 ए एम, मई 29
  • ब्रह्म मुहूर्त - 04:03 ए एम से 04:44 ए एम
  • अभिजीत मुहूर्त - कोई नहीं। 
  • अमृत काल- 04:33 पी एम से 05:59 पी एम
  • विजय मुहूर्त -  दोपहर 00:00 बजे से दोपहर 00:00 बजे तक। 
  • गोधूलि मुहूर्त  - 07:11 पी एम से 07:32 पी एम
  • संध्या मुहूर्त - 07:12 पी एम से 08:14 पी एम


आज का अशुभ मुहूर्त 28 मई 2025

  • राहु काल - 12:19 पी एम से 02:02 पी एम 
  • गुलिक काल  - 10:35 ए एम से 12:19 पी एम।  
  • यमगंड -  07:08 ए एम से 08:52 ए एम। 
  • दिशाशूल - उत्तर, इस दिशा में यात्रा करने से बचना चाहिए।
  • वर्ज्य - 07:53 ए एम से 09:20 ए एम।
  • आडल योग - 05:25 ए एम से 12:29 ए एम, मई 29।


28 मई 2025 पर्व/त्योहार/व्रत

  • बुधवार का व्रत - आज आप बुधवार का व्रत रख सकते हैं, जो भगवान गणेश को समर्पित है। 
  • बुधवार के उपाय - बुधवार के दिन भगवान गणेश और भगवान बुध को प्रसन्न करने के लिए कई उपाय किए जा सकते हैं। सबसे पहले सुबह जल्दी उठकर स्नान करें और फिर गणेश मंदिर में जाकर भगवान गणेश की पूजा करें। उन्हें हरी मूंग और दूर्वा चढ़ाएं। इसके अलावा, आप गणेश मंत्र का जाप भी कर सकते हैं। बुधवार के दिन गणेश एवं बुध की पूजा करने से बुद्धि और विद्या में वृद्धि होती है। साथ ही जीवन में सुख-समृद्धि आती है। 


आज का उपाय 28 मई  2025

आज के दिन अग्नि नक्षत्रम समाप्त हो रहा है साथ चंद्र दर्शन भी होगा। अग्नि नक्षत्र सूर्य के अत्यंत प्रचंड ताप का काल होता है, जो आमतौर पर वैशाख-ज्येष्ठ मास में आता है। इसके दौरान तेज गर्मी, तेज हवाएं और शरीर में अधिक पित्त की प्रवृत्ति देखी जाती है। जब अग्नि नक्षत्र समाप्त होता है, तो प्रकृति में संतुलन लौटने लगता है। वर्षा ऋतु की संभावनाएं बढ़ती हैं, और धार्मिक दृष्टि से यह समय शांतिपाठ, व्रत, जलदान और पवित्र स्नान आदि के लिए श्रेष्ठ माना जाता है।

अमावस्या के बाद प्रथम बार चंद्रमा के दर्शन को चंद्र दर्शन कहते हैं। यह अत्यंत शुभ माना जाता है। चंद्र दर्शन से मानसिक शांति, शुभता और सौम्यता का संचार होता है। इस दिन चंद्रमा को अर्घ्य देकर प्रार्थना करने से मन, विचार और भावनाओं में संतुलन आता है तथा चंद्र दोष की शांति होती है। इसे मनोकामना पूर्ति के लिए अत्यंत फलदायी माना गया है।


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योग शास्त्र (Yog Shaastr)

योग शास्त्र की रचना महर्षि पतंजलि द्वारा मानी जाती है।

सांख्य शास्त्र (Saankhy Shaastr)

सांख्य शास्त्र को आमतौर पर सांख्य दर्शन के नाम से जाना जाता है। ये प्राचीन काल में बहुत अधिक लोकप्रिय रहा है।

वैशेषिक शास्त्र (दर्शन) - Vaisheshik Shaastr (Darshan)

वैशेषिक दर्शन शास्त्रों में चतुर्थ नंबर का स्थान रखता है, इस शास्त्र की रचना महर्षि कणाद द्वारा की गई है।

वेदान्त शास्त्र (Vedaant Shaastr)

वेदान्त शास्त्र को महर्षि वेदव्यास द्वारा रचा गया है। इस शास्त्र में महर्षि वेदव्यास ने ब्रह्मासूत्र को मूल ग्रंथ माना है।

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