Logo

गृह प्रवेश मुहूर्त 2025 March

गृह प्रवेश मुहूर्त 2025 March

March 2025 Griha Pravesh Muhurat : मार्च 2025 में कर रहे हैं गृह प्रवेश का प्लान? यहां जानें शुभ मुहूर्त और नक्षत्र


सनातन धर्म में शुभ कार्यों की शुरुआत करने से पहले शुभ तिथि और मुहूर्त का महत्व बहुत अधिक है। यह मान्यता है कि शुभ तिथि और मुहूर्त में किया गया कार्य अवश्य सफल होता है। इसलिए अधिकतर लोग गृह प्रवेश के पहले शुभ तिथि और मुहूर्त का ख्याल जरूर रखते हैं। गृह प्रवेश के लिए शुभ मुहूर्त और नक्षत्र का चयन करने से आपके नए घर में सुख, समृद्धि और शांति का वास हो सकता है। तो अगर आप भी नए साल में गृह प्रवेश करना चाहते हैं तो इस लेख में हम आपको मार्च 2025 में गृह प्रवेश के शुभ मुहूर्त के बारे में बताएंगे साथ ही इसका महत्व भी जानेंगे। 



मार्च 2025 में गृह प्रवेश के लिए शुभ मुहूर्त 


पंचांग के अनुसार 1, 5, 6, 14 और 15 मार्च 2025 के इन दिनों को गृह प्रवेश करने के लिए अनुकूल बताया गया है। इसके अलावा और शुभ तिथियां, शुभ मुहूर्त और नक्षत्र नीचे दिए गए हैं- 


  • 1 मार्च 2025, शनिवार, गृह प्रवेश मुहूर्त: सुबह: 11:22 से 02 मार्च 2025, सुबह: 06:45 बजे तक, नक्षत्र: उत्तरा भाद्रपद
  • 5 मार्च 2025, बुधवार, गृह प्रवेश मुहूर्त: रात 01:08 से 06 मार्च 2025, सुबह 06:41 बजे तक, नक्षत्र: रोहिणी
  • 6 मार्च 2025, गुरुवार, गृह प्रवेश मुहूर्त: सुबह: 06:41 बजे से सुबह: 10:50 बजे तक, नक्षत्र: रोहिणी
  • 14 मार्च 2025, शुक्रवार, गृह प्रवेश मुहूर्त: दोपहर 12:23 बजे से 15 मार्च 2025, सुबह: 06:31 बजे तक, नक्षत्र: उत्तरा फाल्गुनी।
  • 15 मार्च 2025, शनिवार, गृह प्रवेश मुहूर्त: सुबह: 06:31 से सुबह: 08:54 तक, नक्षत्र: उत्तरा फाल्गुनी



गृह प्रवेश का महत्व 


गृह प्रवेश एक शुभ अवसर है जो हमारे जीवन में एक नए अध्याय की शुरुआत का प्रतीक है। यह एक ऐसा समय होता है जब हम अपने नए घर में प्रवेश करते हैं और एक नए जीवन की शुरुआत करते हैं। वास्तु शास्त्रों के अनुसार कोई भी नया या शुभ कार्य हमेशा एक विशेष शुभ समय में ही करना चाहिए। इससे यह सुनिश्चित होता है कि ग्रह परिवर्तन, नक्षत्र और अन्य कारकों के प्रभाव के कारण कार्य बिना किसी बाधा के पूरा हो जाएगा। 


गृह प्रवेश पूजा परिवार के सदस्यों के लिए बहुत महत्व रखती है। ऐसा माना जाता है कि इस पूजा को करने से नए घर और पूरे परिवार में लंबे समय तक खुशी, सद्भाव और समृद्धि आती है। इसके अतिरिक्त यह अनुष्ठान सभी नकारात्मक और प्रतिकूल ऊर्जाओं को दूर करते हुए नए निवास में दिव्य और आध्यात्मिक आशीर्वाद को आमंत्रित करता है। वैदिक ज्योतिषी इस पूजा के लिए शुभ तिथियां और समय निर्धारित करने के लिए ज्योतिषीय चार्ट का उपयोग करते हैं। शुभ क्षण की गणना करते समय विभिन्न कारकों पर विचार किया जाता है जिसमें नक्षत्र सबसे महत्वपूर्ण होते हैं।


........................................................................................................
भोलेनाथ मेरे मरने से पहले, ऐसी चिलम पिला देना (Bholenath Mere Marne Se Pahle Aisi Chilam Pila Dena)

भोलेनाथ मेरे मरने से पहले,
ऐसी चिलम पिला देना,

बिगड़ी बनाने आजा, एक बार मेरी मैया (Bigdi Banane Aaja Ek Baar Meri Maiya)

फूलों से सजाया है,
दरबार मेरी मैया,

भोले बाबा तेरे दरबार में जो आते हैं (Bhole Baba Tere Darbar Mein Jo Aate Hai)

भोले बाबा तेरे दरबार में जो आते है ॥

बिगड़ी बनाने वाली, कष्ट मिटाने वाली (Bigdi Banane Wali Kasht Mitane Wali)

बिगड़ी बनाने वाली,
कष्ट मिटाने वाली,

यह भी जाने

संबंधित लेख

HomeAartiAartiTempleTempleKundliKundliPanchangPanchang