भोले की सवारी देखो आई रे (Bhole Ki Sawari Dekho Aayi Re)

बाबा की सवारी देखो आई रे,

भोले की सवारी देखो आई रे,

भक्तो में मस्ती देखो छाई रे,

बाबा की सवारी देखो आई रे ॥


दूर दूर से यात्री आवे,

अर्जी अपनी लगावे,

अर्जी अपनी लगाकर वो तो,

मन चाहा फल पावे,

भोले ने बिगड़ी बनाई रे,

बाबा की सवारी देखो आई रे,

भोले की सवारी देखों आई रे ॥


कोई बजावे झांझ मंजीरा,

ताशा और मृदंग,

रंग गुलाल अबीर में देखो,

मच रही है हुड़दंग,

महिमा भोले की सबने गाई रे,

महाकाल की सवारी देखो आई रे,

भोले की सवारी देखों आई रे ॥


शाही सवारी में बाबा के संग,

भूत प्रेत सब आवे,

बजरंग भेरू गणपति के संग,

हरसिद्धि माँ आवे,

कांवड़ ये सबने चढ़ाई रे,

बाबा की सवारी देखो आई रे,

महाकाल की सवारी देखो आई रे,

भोले की सवारी देखों आई रे ॥


बाबा की सवारी देखो आई रे,

भोले की सवारी देखो आई रे,

भक्तो में मस्ती देखो छाई रे,

बाबा की सवारी देखो आई रे ॥

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मंत्र क्या होते हैं

शास्त्रकार कहते हैं “मननात् त्रायते इति मंत्रः” अर्थात मनन करने पर जो त्राण दे या रक्षा करे वही मंत्र होता है। धर्म, कर्म और मोक्ष की प्राप्ति हेतु प्रेरणा देने वाली शक्ति को मंत्र कहते हैं।

हे नाम रे सबसे बड़ा तेरा नाम (Hai Nam Re Sabse Bada Tera Nam)

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जय जय गौरी ललन (Jai Jai Gouri Lalan )

जय जय गौरी ललन,
जय जय हो गजवदन,

बच्छ बारस व्रत कथा (Bachh Baras Vrat Katha)

बच्छ बारस एक महत्वपूर्ण व्रत है जो माताएं अपने पुत्रों की दीर्घायु, स्वास्थ्य और समृद्धि के लिए रखती हैं।

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