डमरू वाले आजा, तेरी याद सताए (Damru Wale Aaja Teri Yaad Sataye)

डमरू वाले आजा,

तेरी याद सताए,

मेरा ये भरोसा,

कहीं टूट ना जाए,

छुपा कहाँ आजा भोलेनाथ,

डमरू वालें आजा,

तेरी याद सताए,

मेरा ये भरोसा,

कहीं टूट ना जाए ॥


मन ये पुकारे दिल के सहारे,

नैना हमारे तेरा रस्ता निहारे,

हर पल विचारे,

छुपा कहाँ आजा भोलेनाथ,

डमरू वालें आजा,

तेरी याद सताए,

मेरा ये भरोसा,

कहीं टूट ना जाए ॥


दिल कि ये धड़कन,

गीत तेरे गाये,

रोती है अखियाँ नीर बहाए,

कैसे समझाये,

छुपा कहाँ आजा भोलेनाथ,

डमरू वालें आजा,

तेरी याद सताए,

मेरा ये भरोसा,

कहीं टूट ना जाए ॥


डमरू वाले आजा,

तेरी याद सताए,

मेरा ये भरोसा,

कहीं टूट ना जाए,

छुपा कहाँ आजा भोलेनाथ,

डमरू वालें आजा,

तेरी याद सताए,

मेरा ये भरोसा,

कहीं टूट ना जाए ॥


........................................................................................................
भादी मावस है आई(Bhadi Mawas Hain Aai)

भादी मावस है आई,
भक्ता मिल ज्योत जगाई,

बनवारी रे! जीने का सहारा तेरा नाम रे (Banwari Re Jeene Ka Sahara Tera Naam Re)

बनवारी रे,
जीने का सहारा तेरा नाम रे,

गणेश चालीसा (Ganesh Chalisa)

प्रथम वंदनीय गणेशजी को समर्पित मार्गशीर्ष माह के कृष्ण पक्ष की चतुर्थी तिथि को गणाधिप संकष्टी चतुर्थी के नाम से जाना जाता है। इस दिन भगवान गणेश की आराधना का विशेष महत्व है।

मैं भोला पर्वत का - शिव भजन (Main Bhola Parvat Ka)

मैं भोला पर्वत का
रै तू राणी महला की

डिसक्लेमर

'इस लेख में दी गई जानकारी/सामग्री/गणना की प्रामाणिकता या विश्वसनीयता की गारंटी नहीं है। सूचना के विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/धार्मिक मान्यताओं/धर्मग्रंथों से संकलित करके यह सूचना आप तक प्रेषित की गई हैं। हमारा उद्देश्य सिर्फ सूचना पहुंचाना है, पाठक या उपयोगकर्ता इसे सिर्फ सूचना समझकर ही लें। इसके अतिरिक्त इसके किसी भी तरह से उपयोग की जिम्मेदारी स्वयं उपयोगकर्ता या पाठक की ही होगी।

यह भी जाने