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यगोविंदा आला रे आला(Govinda Aala Re Aala)

यगोविंदा आला रे आला(Govinda Aala Re Aala)

गोविंदा आला रे आला

ज़रा मटकी सम्भाल बृजबाला

अरे एक दो तीन चार संग पाँच छः सात हैं ग्वाला ॥

गोविंदा आला रे...॥


आई माखन के चोरों की सेना

ज़रा बच के सम्भल के जी रहना

बड़ी नटखट है फ़ौज, कहीं आई जो मौज

नहीं बचने का कोई भी ताला, ताला ॥

गोविंदा आला रे...॥


हो कैसी निकली है झूम के ये टोली

आज खेलेगी दूध से ये होली

भीगे कितना भी अंग, ठंडी हो ना उमंग

पड़े इनसे किसी का न पाला, पाला ॥

गोविंदा आला रे...॥

गोविंदा आला रे...


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साल 2025 में प्रॉपर्टी खरीद के शुभ मुहूर्त

भारतीय संस्कृति में शुभ मुहूर्त का महत्व सदियों से जारी है। चाहे वह शादी-विवाह हो, मुंडन, अन्य अनुष्ठान, या फिर संपत्ति की खरीदारी, शुभ मुहूर्त का पालन करना अत्यंत आवश्यक माना जाता है। यही कारण है कि लोग किसी भी महत्वपूर्ण काम के लिए शुभ मुहूर्त की तलाश करते हैं।

Vahan Kharidane Shubh Muhurat 2025 (साल 2025 में वाहन खरीदी के शुभ मुहूर्त)

वाहन खरीदना एक महत्वपूर्ण काम होता है जहां आपका एक सपना वास्तविकता में बदलने वाला होता है। हिंदू धर्म में जिस तरह लोग मांगलिक कार्य से पहले शुभ मुहूर्त देखते हैं उसी तरह संपत्ति, वाहन, भूमि खरीदने से पहले भी शुभ मुहूर्त देखा जाता है।

गणेश विसर्जन की परंपरा कैसे शुरू हुई

सनातन धर्म में गणेश चतुर्थी का पर्व धूम-धाम से मनाया जाता है। इस दौरान भक्त पूरी श्रद्धा के साथ गणपति जी का अपने घर में स्वागत करते हैं। इस उत्सव को 10 दिनों तक मनाया जाता है। लोग अपनी श्रद्धा के अनुसार, डेढ़ दिन, 3 दिन, 5 दिन, 7 दिन या 10 दिनों के लिए गणेश जी की स्थापना करते हैं।

नागा भभूत क्यों लगाते हैं?

नागा साधु अपने पूरे शरीर पर भभूत लगाते हैं। ये हमेशा नग्न अवस्था में ही नजर आते हैं। चाहे कोई भी मौसम हो, उनके शरीर पर वस्त्र नहीं होते। वे शरीर पर भस्म लपेटकर घूमते हैं। नागाओं में भी दिगंबर साधु ही शरीर पर भभूत लगाते हैं। यह भभूत ही उनका वस्त्र और श्रृंगार होता है। यह भभूत उन्हें बहुत सारी आपदाओं से बचाता भी है।

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