मेरे राम की सवारी (Mere Ram Ki Sawari)

हे उतर रही हे उतर रही

मेरे राम की सवारी हो

स्वागत करता स्वयं मेरे

भोले भंडारी हो

हे उतर रही हे उतर रही

मेरे राम की सवारी हो

स्वागत करता स्वयं मेरे

भोले भंडारी हो


सोने की नगरी रत्नों की धरती

चमक न्यारी हो

स्वागत करता स्वयं मेरे

भोले भंडारी हो


एक ही नाम का

एक ही काम का

चहूं ओर घन घोर

जय घोष श्री राम का


बदल रहा युग बदल रहा हेरी

बदल रहा युग बदल रहा

देवों ने आरती उतारी हो


स्वागत करता स्वयं मेरे

भोले भंडारी हो

स्वागत करता स्वयं मेरे

भोले भंडारी हो


हमरे भी द्वारे

तुम्हरे भी द्वारे

आंगन आंगन घर घर

राम जी पधारे


झूमे नभ जल थल

तीनों लोकों में हल चल

मच रही भारी हो


स्वागत करता स्वयं मेरे

भोले भंडारी हो


हे उतर रही हे उतर रही

मेरे राम की सवारी हो

स्वागत करता स्वयं मेरे

भोले भंडारी हो


सोने की नगरी रत्नों की धरती

चमक न्यारी हो

स्वागत करता स्वयं मेरे

भोले भंडारी हो


स्वागत करता स्वयं मेरे

भोले भंडारी हो

स्वागत करता स्वयं मेरे

भोले भंडारी हो


भोले भंडारी हो

........................................................................................................
जनवरी में कब है संकष्टी चतुर्थी

सनातन हिंदू धर्म में संकष्टी चतुर्थी का व्रत अत्यधिक महत्वपूर्ण माना जाता है। बता दें कि साल की पहली संकष्टी चतुर्थी लम्बोदर संकष्टी चतुर्थी के नाम से भी जानी जाती है। यह व्रत मुख्य रूप से भगवान गणेश जी और सकट माता की पूजा-अर्चना के लिए प्रसिद्ध है।

शेरावाली की जय बोलो (Sherowali Ki Jai Bolo)

मेरी मैया शेरोवाली है,
करे भक्तो की रखवाली है,

हर जनम में बाबा तेरा साथ चाहिए (Har Janam Mein Baba Tera Sath Chahiye)

हर जनम में बाबा तेरा साथ चाहिए,
सिर पे मेरे बाबा तेरा हाथ चाहिए,

मेरे राम राइ, तूं संता का संत तेरे(Mere Ram Rai Tu Santa Ka Sant Tere)

मेरे राम राइ, तूं संता का संत तेरे ॥
तेरे सेवक कउ भउ किछु नाही, जमु नही आवै नेरे ॥

डिसक्लेमर

'इस लेख में दी गई जानकारी/सामग्री/गणना की प्रामाणिकता या विश्वसनीयता की गारंटी नहीं है। सूचना के विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/धार्मिक मान्यताओं/धर्मग्रंथों से संकलित करके यह सूचना आप तक प्रेषित की गई हैं। हमारा उद्देश्य सिर्फ सूचना पहुंचाना है, पाठक या उपयोगकर्ता इसे सिर्फ सूचना समझकर ही लें। इसके अतिरिक्त इसके किसी भी तरह से उपयोग की जिम्मेदारी स्वयं उपयोगकर्ता या पाठक की ही होगी।

यह भी जाने