कैसे कह दूँ,
दुआ बेअसर हो गई,
मैं रोया,
मेरी माँ को खबर हो गई,
मैं रोया,
मेरी मां को खबर हो गई ॥
पोंछे आंसू मेरी माँ ने,
बड़े प्यार से,
दिल तो भर आया और,
आँखे नम हो गई,
कैसे कह दूँ,
दुआ बेअसर हो गई,
मैं रोया,
मेरी मां को खबर हो गई ॥
माँ के चरणों को छूकर,
निहाल हो गया,
कुछ ना बोला फिर भी,
माँ को खबर हो गई,
कैसे कह दूँ,
दुआ बेअसर हो गई,
मैं रोया,
मेरी मां को खबर हो गई ॥
पूछा लोगों ने माँ के,
दर से क्या मिल गया,
मैंने बोला मुझे,
जीने की डगर मिल गई,
कैसे कह दूँ,
दुआ बेअसर हो गई,
मैं रोया,
मेरी मां को खबर हो गई ॥
कैसे कह दूँ,
दुआ बेअसर हो गई,
मैं रोया,
मेरी माँ को खबर हो गई,
मैं रोया,
मेरी मां को खबर हो गई ॥
ये उत्सव बजरंग बाले का,
ये लाल लंगोटे वाले का,
गुण गावा दिन रात गुण गवा,
विसर नाही दातार अपना नाम देहो,
आंध्र प्रदेश के चित्तूर जिले में तिरुमाला की सातवीं पहाड़ी पर स्थित तिरुपति मंदिर विश्व का सबसे प्रसिद्ध है। यहां आने के बाद बैकुंठ जैसी अनुभूति होती है।
भैरव बाबा हिंदू धर्म में भगवान शिव का एक उग्र रूप हैं। उन्हें तांत्रिक शक्ति और रक्षा का प्रतीक माना जाता है। साथ ही वे भक्तों के रक्षक और दुःख हरने वाले भी हैं। काल भैरव को समय और मृत्यु का देवता माना जाता है।