सखी री बांके बिहारी से
हमारी लड़ गयी अंखियाँ ।
बचायी थी बहुत लेकिन
निगोड़ी लड़ गयी अखियाँ ॥
ना जाने क्या किया जादू
यह तकती रह गयी अखियाँ ।
चमकती हाय बरछी सी
कलेजे गड़ गयी आखियाँ ॥
चहू दिश रस भरी चितवन
मेरी आखों में लाते हो ।
कहो कैसे कहाँ जाऊं
यह पीछे पद गयी अखियाँ ॥
भले तन से निकले प्राण
मगर यह छवि ना निकलेगी ।
अँधेरे मन के मंदिर में
मणि सी गड़ गयी अखियाँ ॥
सखी री बांके बिहारी से
हमारी लड़ गयी अंखियाँ ।
बचायी थी बहुत लेकिन
निगोड़ी लड़ गयी अखियाँ ॥
नया व्यवसाय शुरू करना एक महत्वपूर्ण निर्णय है जिसमें कई चीजें शामिल होती हैं। रणनीति, कड़ी मेहनत, नवाचार, और सबसे महत्वपूर्ण शुभ मुहूर्त। जी हां, सही समय चुनना भी उतना ही महत्वपूर्ण है जितना कि आपके व्यवसाय की रणनीति और योजना।
आज 04 फरवरी 2025 माघ माह का 22वां दिन का है और पंचांग के अनुसार माघ माह के शुक्ल पक्ष की सप्तमी तिथि है। वहीं आज मंगलवार का दिन है। इस तिथि पर अश्विनी नक्षत्र और शुभ योग का संयोग भी बन रहा है।
Aaj Ka Panchang 5 February 2025: आज 05 फरवरी 2025 माघ माह का 23वां दिन का है और आज इस पंचांग के अनुसार माघ माह के शुक्ल पक्ष की अष्टमी तिथि है। वहीं आज बुधवार का दिन है। इस तिथि पर भरणी नक्षत्र और शुक्ला योग का संयोग भी बन रहा है।
आज 06 फरवरी 2025 माघ माह का 24वां दिन का है और आज इस पंचांग के अनुसार माघ माह के शुक्ल पक्ष की नवमी तिथि है। वहीं आज गुरुवार का दिन है। इस तिथि पर ब्रह्मा योग और रवि योग का संयोग बन रहा है।