Logo

Sanwali Surat Pe Mohan Dil Diwana Ho Gaya (सांवली सूरत पे मोहन, दिल दीवाना हो गया)

Sanwali Surat Pe Mohan Dil Diwana Ho Gaya (सांवली सूरत पे मोहन, दिल दीवाना हो गया)

सांवली सूरत पे मोहन,

दिल दीवाना हो गया ।

दिल दीवाना हो गया,

दिल दीवाना हो गया ॥


एक तो तेरे नैन तिरछे,

दूसरा काजल लगा ।

तीसरा नज़रें मिलाना,

दिल दीवाना हो गया ॥


सांवली सूरत पे मोहन,

दिल दीवाना हो गया ।

दिल दीवाना हो गया,

दिल दीवाना हो गया ॥


एक तो तेरे होंठ पतले,

दूसरा लाली लगी ।

तीसरा तेरा मुस्कुराना,

दिल दीवाना हो गया ॥


सांवली सूरत पे मोहन,

दिल दीवाना हो गया ।

दिल दीवाना हो गया,

दिल दीवाना हो गया ॥


एक तो तेरे हाथ कोमल,

दूसरा मेहँदी लगी ।

तीसरा मुरली बजाना,

दिल दीवाना हो गया ॥


सांवली सूरत पे मोहन,

दिल दीवाना हो गया ।

दिल दीवाना हो गया,

दिल दीवाना हो गया ॥


एक तो तेरे पाँव नाज़ुक,

दूसरा पायल बंधी ।

तीसरा घुंगरू बजाना,

दिल दीवाना हो गया ॥


सांवली सूरत पे मोहन,

दिल दीवाना हो गया ।

दिल दीवाना हो गया,

दिल दीवाना हो गया ॥


एक तो तेरे भोग छप्पन,

दूसरा माखन धरा ।

तीसरा खिचडे का खाना,

दिल दीवाना हो गया ॥


सांवली सूरत पे मोहन,

दिल दीवाना हो गया ।

दिल दीवाना हो गया,

दिल दीवाना हो गया ॥


एक तो तेरे साथ राधा,

दूसरा रुक्मण खड़ी ।

तीसरा मीरा का आना,

दिल दीवाना हो गया ॥


सांवली सूरत पे मोहन,

दिल दीवाना हो गया ।

दिल दीवाना हो गया,

दिल दीवाना हो गया ॥


एक तो तुम देवता हो,

दूसरा प्रियतम मेरे ।

तीसरा सपनों में आना,

दिल दीवाना हो गया ॥


सांवली सूरत पे मोहन,

दिल दीवाना हो गया ।

दिल दीवाना हो गया,

दिल दीवाना हो गया ॥

........................................................................................................
भगवान अय्यप्पा की पूजा कैसे करें?

भगवान अय्यप्पा हिंदू धर्म के एक प्रमुख देवता हैं, जो विशेष रूप से केरल राज्य में पूजे जाते हैं। वे विष्णु और शिव के संयुक्त रूप माने जाते हैं। अय्यप्पा के बारे में कई कथाएं हैं, जो विभिन्न पौराणिक ग्रंथों और धार्मिक कथाओं में बताई जाती हैं।

चित्रगुप्त भगवान की पूजा कैसे करें?

भगवान चित्रगुप्त हिंदू धर्म में एक महत्वपूर्ण देवता हैं। उन्हें कर्मों का लेखाकार माना जाता है। वे सभी मनुष्यों के अच्छे और बुरे कर्मों का लेखा-जोखा रखते हैं और मृत्यु के बाद व्यक्ति को उसके कर्मों के अनुसार फल देते हैं।

षटतिला एकादशी व्रत उपाय

माघ मास में कृष्ण पक्ष की एकादशी तिथि को षटतिला एकादशी मनाई जाती है। धार्मिक मान्यता है कि इस दिन भगवान विष्णु का पूजन करने से धन की प्राप्ति होती है। इस दिन पूजा में तिल का प्रयोग अवश्य करना चाहिए।

षटतिला एकादशी के मंत्र

25 जनवरी 2025 को षटतिला एकादशी का व्रत है। इस दिन तिल का काफी महत्व होता है। षटतिला एकादशी के दिन तिल का छह तरीकों से प्रयोग किया जाता है। इस दिन भगवान विष्णु की पूजा में भी विशेष रूप से तिल का इस्तेमाल किया जाता है।

यह भी जाने

संबंधित लेख

HomeAartiAartiTempleTempleKundliKundliPanchangPanchang