रंग बरसे देखो रंग बरसे,
रंग बरसे देखो रंग बरसे,
शेरोवाली के दरबार में रंग बरसे,
अम्बेवाली दे दरबार में रंग बरसे,
ढोल नगाड़ों ढोलक बजे,
ढोल नगाड़ों ढोलक बजे,
सारे भगत यहाँ झूम के नाचे,
सारे भगत यहाँ झूम के नाचे,
माँ को मनाये सब नच नच के,
शेरोवाली के दरबार में रंग बरसे,
सब से ऊँचा धाम तुम्हारा,
सब से ऊँचा धाम तुम्हारा,
जग में पावन नाम तुम्हारा,
जग में पावन नाम तुम्हारा,
जग जाए किस्मत दर्शन से,
शेरोवाली के दरबार में रंग बरसे,
जोता वाली के दरबार में रंग बरसे,
भक्तो के सब काम बनाये,
भक्तो के सब काम बनाये,
जब भी पुकारे मैया दौड़ी आये,
जब भी पुकारे मैया दौड़ी आये,
काट दिये संकट जन जन के,
शेरोवाली के दरबार में रंग बरसे,
जोता वाली के दरबार में रंग बरसे,
मोहन कौशिक वो तर जाते,
मोहन कौशिक वो तर जाते,
जो सुख में सुमरन कर पाते,
जो सुख में सुमरन कर पाते,
गये हरीश भी तन मन से,
शेरोवाली के दरबार में रंग बरसे,
जोता वाली के दरबार में रंग बरसे,
श्री गणपति पद नाय सिर , धरि हिय शारदा ध्यान ।
सन्तोषी मां की करूँ , कीरति सकल बखान ।
शारदीय नवरात्रि का आरंभ होने जा रहा है। नौ दिन तक चलने वाले इस महापर्व में मां दुर्गा के नौ रूपों की पूजा-अर्चना की जाती है। नवरात्रि का पहला दिन बेहद खास माना जाता है, क्योंकि इस दिन घटस्थापना करने का विधान है।
शारदीय नवरात्रि की शुरुआत होने जा रही है। नौ दिन के इस महापर्व में मां दुर्गा के 9 अलग-अलग स्वरूपों की पूजा की जाती है।
उपांग ललिता पंचमी एक महत्वपूर्ण हिंदू त्योहार है, जो पंचांग के अनुसार आश्विन मास की शुक्ल पक्ष की पंचमी तिथि को मनाया जाता है।