Aaj Ka Panchang: आज 1 अक्टूबर 2025 का शुभ मुहूर्त, राहुकाल का समय, आज की तिथि और ग्रह
1 October 2025 Ka Panchang: आज 1 अक्टूबर 2025 से आश्विन मास का 24वां दिन है। साथ ही आज पंचांग के अनुसार, आश्विन मास के शुक्ल पक्ष की नवमी तिथि है, जो कि शाम 07:01 तक जारी रहेगी। इसके बाद दशमी तिथि लग जाएगी। बता दें कि आज बुधवार का दिन है। इस दिन सूर्य देव कन्या राशि में रहेंगे। वहीं चंद्रमा 02:27 दोपहर तक धनु राशि में रहेंगे। इसके बाद मकर राशि में गोचर करेंगे। आपको बता दें, आज बुधवार के दिन अभिजीत मुहूर्त नहीं है। इस दिन राहुकाल 12:10 दोपहर से 01:40 शाम तक रहेगा। आज कई बड़े त्योहार है, जिसमें महा नवमी, सरस्वती बलिदान, आयुध पूजा, और दुर्गा बलिदान शामिल है। साथ ही वार के हिसाब से आप बुधवार का व्रत रख सकते हैं, जो भगवान गणेश को समर्पित होता है। आइए भक्त वत्सल के इस लेख में हम विस्तार से आपको आज के पंचांग के बारे में बताएंगे कि आज आपके लिए शुभ मुहूर्त क्या है। किस समय कार्य करने से शुभ परिणाम की प्राप्ति हो सकती है। साथ ही आज किन उपायों को करने से लाभ हो सकता है।
आज का पंचांग 1 अक्टूबर 2025 (Aaj Ka Panchang 1 October 2025)
- तिथि - शाम 07:01 तक शुक्ल पक्ष की नवमी तिथि। इसके बाद दशमी तिथि लग जाएगी।
- नक्षत्र - पूर्वाषाढा (सुबह 08:06 तक) उत्तराषाढा
- दिन/वार - बुधवार
- योग - अतिगण्ड (सुबह 12:34, अक्टूबर 02 तक) सुकर्मा
- करण - बालव (सुबह 06:38 तक) कौलव (शाम 07:01 तक) तैतिल
आश्विन शुक्ल पक्ष नवमी तिथि प्रारंभ - शाम 06:06, सितम्बर 30
आश्विन शुक्ल पक्ष नवमी तिथि समाप्त - शाम 07:01, अक्टूबर 01
सूर्य-चंद्र गोचर (Surya-Chandra Gochar)
- सूर्य - सूर्य देव कन्या राशि में रहेंगे।
- चंद्र - चंद्रमा 02:27 दोपहर तक धनु राशि में रहेंगे। इसके बाद मकर राशि में गोचर करेंगे।
सूर्य और चंद्रमा का मुहूर्त (Surya aur Chandrama ka Muhurat)
- सूर्योदय - सुबह 06:14
- सूर्यास्त - शाम 06:07
- चन्द्रोदय - 02:28 दोपहर
- चन्द्रास्त - सुबह 12:53, अक्टूबर 02
आज का शुभ मुहूर्त और योग 1 अक्टूबर 2025 (Aaj ka Shubh Muhurat aur Yog 1 October 2025)
- ब्रह्म मुहूर्त - सुबह 04:37 से 05:26
- अभिजीत मुहूर्त - कोई नहीं
- विजय मुहूर्त - 02:09 दोपहर से शाम 02:57
- गोधूलि मुहूर्त - शाम0 6:07 से शाम 06:31
- संध्या मुहूर्त - शाम 06:07 से शाम 07:20
- अमृत काल - सुबह 02:31 से 04:12, अक्टूबर 02
- रवि योग - सुबह 08:06 से 06:15, अक्टूबर 02
आज का अशुभ मुहूर्त 1 अक्टूबर 2025 (Aaj ka Ashubh Muhurat 1 October 2025)
- राहु काल - 12:10 पी एम से 01:40 दोपहर
- गुलिक काल - सुबह 10:41 से 12:10 दोपहर
- यमगंड - सुबह 07:43 से 09:12
- विडाल योग - सुबह 03:00 से 06:15 , अक्टूबर 02
- आडल योग - 08:06 ए एम से 03:00 ए एम, अक्टूबर 02
- वर्ज्य - 04:28 दोपहर से शाम 06:09
- दिशाशूल - उत्तर, इस दिशा में यात्रा करने से बचना चाहिए।
1 अक्टूबर 2025 पर्व/त्योहार/व्रत (1 October 2025 ke Parv / Tyohar / Vrat)
- बुधवार का व्रत - आज आप बुधवार का व्रत रख सकते हैं, जो भगवान गणेश को समर्पित है।
- महा नवमी - महा नवमी दुर्गा पूजा का तीसरा और अंतिम दिन है, जिसमें देवी दुर्गा के महिषासुरमर्दिनी रूप की पूजा-अर्चना की जाती है। इस दिन देवी दुर्गा ने दुष्ट राक्षस महिषासुर का वध किया था। महा नवमी पर महास्नान और षोडशोपचार पूजा से पूजा का आरंभ होता है, और नवमी हवन किया जाता है, जो दुर्गा पूजा का एक महत्वपूर्ण अनुष्ठान है। नवमी तिथि के अनुसार पूजा और व्रत किया जाता है, और बलिदान के लिए अपराह्न काल सबसे अच्छा समय माना जाता है।
- सरस्वती बलिदान - नवरात्रि के दौरान सरस्वती पूजा के तृतीय दिवस को सरस्वती बलिदान दिवस के रूप में जाना जाता है। इस दिन देवी सरस्वती की पूजा की जाती है, जो हिन्दू धर्म की प्रमुख तीन देवियों में से एक हैं। सरस्वती बलिदान पूजा उत्तराषाढा नक्षत्र में की जानी चाहिए, जिसमें पहले उत्तर पूजा की जाती है और फिर नारियल से हवन किया जाता है। इसके बाद उत्तराषाढा नक्षत्र के दौरान कूष्माण्ड की बलि प्रदान की जाती है।
- आयुध पूजा - आयुध पूजा पर्व महा नवरात्रि के समय मनाया जाता है, विशेष रूप से दक्षिण भारत में, जिसमें कर्नाटक, तमिल नाडु, आंध्र प्रदेश, तेलंगाना और केरल शामिल हैं। यह पर्व नवरात्रि की नवमी तिथि पर पड़ता है, जिसे महा नवमी के नाम से भी जाना जाता है। आयुध पूजा को शस्त्र पूजा और अस्त्र पूजा भी कहा जाता है, जिसमें हथियारों और अन्य यंत्रों की पूजा की जाती है। इस अवसर पर शिल्पकार अपने उपकरणों और सामान की पूजा करते हैं, जो विश्वकर्मा पूजा के समान है, जो भारत के अन्य भागों में मनाया जाता है।
1 अक्टूबर 2025 आज के उपाय (1 October 2025 Aaj ke Upay)
- बुधवार के उपाय - बुधवार के दिन भगवान गणेश की पूजा करने से विशेष लाभ मिलता है। गणेश मंदिर जाकर गणेशजी को गुड़ का भोग लगाने और 21 दूर्वा चढ़ाने से भगवान गणेश और माता लक्ष्मी की कृपा प्राप्त होती है, जिससे घर में धन और अन्न की कमी नहीं होती। इसके अलावा, गाय को हरी घास खिलाने से आर्थिक उन्नति और जीवन की समस्याओं से मुक्ति मिलती है। मां दुर्गा की पूजा और 'ॐ ऐं ह्रीं क्लीं चामुण्डायै विच्चे' मंत्र का जाप करने से भी लाभ होता है। श्री गणेश को सिंदूर अर्पित करने से हर काम में सफलता मिलती है। पन्ना धारण करने से कुंडली में बुध की स्थिति मजबूत होती है। 'ॐ गं गणपतये नम:' या 'श्री गणेशाय नम:' मंत्र का जाप करने से जीवन की परेशानियां दूर होती हैं और जरूरतमंद व्यक्ति को हरी मूंग या हरा कपड़ा दान करने से भी लाभ मिलता है।
- महा नवमी के दिन करें ये उपाय - महानवमी के दिन कई उपाय करके जीवन की समस्याओं का समाधान पाया जा सकता है। अगर घर में कोई लंबे समय से बीमार है तो दक्षिण-पूर्व कोने में मां दुर्गा का दीपक जलाने से शत्रुओं का नाश होगा और बीमारी से मुक्ति मिलेगी। दुर्गा सप्तशती का पाठ करने से सभी मनोकामनाएं पूरी होंगी। आर्थिक तंगी से छुटकारा पाने के लिए मां दुर्गा की मूर्ति को गंगा जल से स्नान कराएं और दुर्गा स्तोत्र का पाठ करें। इसके अलावा, पीले रंग की कौड़ियां और शंख चढ़ाने से आर्थिक स्थिति मजबूत होगी। अखंड सौभाग्य के लिए मां दुर्गा को सुहाग का सामान चढ़ाएं और अचानक धन लाभ के लिए 9 दीपक जलाकर श्रीयंत्र की पूजा करें। इन उपायों को करने से मां दुर्गा की कृपा से जीवन की समस्याएं दूर होंगी।
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