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संतान प्राप्ति के लिए शिव पूजा विधि

संतान प्राप्ति के लिए शिव पूजा विधि

संतान सुख के लिए करें भगवान शिव की पूजा, रामेश्वरम की यात्रा से भी मिलता है मनचाहा फल 

संतान सुख हर विवाहित दंपती का स्वाभाविक अधिकार और आशीर्वाद होता है। कई बार मेडिकल रूप से सब कुछ सामान्य होते हुए भी संतान की प्राप्ति नहीं होती। ऐसे में धार्मिक उपायों और पूजा-पाठ से भी लाभ मिल सकता है। खासकर भगवान शिव की कृपा से यह असंभव भी संभव हो सकता है।

अगर संतान की चाह रखते हैं तो हर सोमवार भगवान शिव के साथ उनके पूरे परिवार—माता पार्वती, गणेश जी और कार्तिकेय जी की पूजा करें। केवल शिवजी की आराधना वैराग्य की ओर ले जाती है, लेकिन शिव परिवार की पूजा सुख-समृद्धि और संतान सुख देती है।

ऐसे करें संतान प्राप्ति के लिए शिव पूजा

  • सोमवार के दिन शिव मंदिर जाएं और पूरे विधि-विधान से शिव परिवार की पूजा करें।
  • शिवजी को लाल गुलाब, सफेद कनेर का फूल, भांग और धतूरा अर्पित करें।
  • "ॐ नमः शिवाय" मंत्र का 108 बार जप करें
  • पूजा करते समय पूर्व या उत्तर दिशा की ओर मुख रखें और शिवालय से लौटते समय पीठ न करें।
  • शिवजी को अर्पित किया गया एक कनेर का फूल घर लाकर मंदिर में रखें और सूखने के बाद किसी वृक्ष के नीचे विसर्जित करें। यह उपाय लगातार 21 सोमवार तक करें।

मिट्टी के शिवलिंग से करें घर पर पूजा

अगर मंदिर जाना संभव न हो तो घर पर ही मिट्टी से छोटा सा शिवलिंग (अंगूठे के पोर से बड़ा न हो) बनाकर गमले में स्थापित करें। शिवलिंग के साथ मिट्टी के गणेश और पार्वती जी भी स्थापित करें। जलाभिषेक करें, बेलपत्र अर्पित करें और अपनी मनोकामना व्यक्त करें।

प्रदोष व्रत और लड्डू गोपाल की पूजा भी है लाभकारी

  • हर महीने आने वाले प्रदोष व्रत में उपवास करें। कम से कम 21 प्रदोष व्रत संतान प्राप्ति के लिए रखने की सलाह दी जाती है।
  • भगवान लड्डू गोपाल की आराधना करें और मंत्र जपें:

 "देवकीसुत गोविंद वासुदेव जगत्पते।

देहि मे तनयं कृष्ण त्वामहं शरणं गतः।।"

इस मंत्र की एक माला का जाप प्रतिदिन करें और माखन-मिश्री का भोग लगाएं।

रामेश्वरम यात्रा और सेवा भाव से भी मिलेगा लाभ

ज्योतिष शास्त्र के अनुसार पति-पत्नी अगर साथ में रामेश्वरम की यात्रा करें और सर्प पूजन करवाएं तो पितृदोष दूर होता है और संतान सुख मिलता है। साथ ही रोजाना अपने भोजन का कुछ हिस्सा गाय और बछड़े को खिलाने से भी सकारात्मक परिणाम मिलते हैं।

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हे दयामय आप ही संसार के आधार हो (Hey Dayamay Aap Hi Sansar Ke Adhar Ho)

हे दयामय आप ही संसार के आधार हो।
आप ही करतार हो हम सबके पालनहार हो॥

हे शम्भू बाबा मेरे भोले नाथ(Hey Shambhu Baba Mere Bhole Nath)

शिव नाम से है,
जगत में उजाला ।

हे शेरावाली नजर एक कर दो(Hey Sherawali Nazar Ek Kar Do)

हे शेरावाली नजर एक कर दो
हे मेहरवाली माँ मेहर एक कर दो,

हे दुःख भन्जन, मारुती नंदन (Hey Dukh Bhanjan Maruti Nandan)

हे दुःख भन्जन, मारुती नंदन,
सुन लो मेरी पुकार ।

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