वास्तु शास्त्र प्रकृति और मानव जीवन के बीच सामंजस्य स्थापित करने वाला प्राचीन विज्ञान है। जब किसी भवन या स्थान में वास्तु के सिद्धांतों का पालन नहीं होता, तो वहां नकारात्मक ऊर्जा या समस्याएं उत्पन्न हो सकती हैं। इन्हीं दोषों को दूर करने के लिए वास्तु दोष निवारण पूजा या वास्तु शांति पूजा की जाती है।
यह पूजा जीवन में समृद्धि, सौभाग्य, और सकारात्मक ऊर्जा लाने में सहायक मानी जाती है। माना जाता है कि वास्तु शांति पूजा पंच तत्वों—पृथ्वी, जल, अग्नि, वायु और आकाश—के संतुलन को पुनर्स्थापित करती है और घर या कार्यस्थल में सकारात्मक वातावरण बनाती है।
वास्तु शांति पूजा खासतौर पर गृह प्रवेश के समय, नए व्यवसाय की शुरुआत में, रिनोवेशन के बाद या लंबे समय बाद किसी स्थान पर लौटने पर की जाती है। इसके अलावा जब कोई भवन वास्तु सिद्धांतों के विरुद्ध बन जाए, या पुराने घर में नई ऊर्जा भरनी हो, तब भी यह पूजा की जाती है।
यह पूजा केवल धार्मिक क्रिया नहीं, बल्कि एक ऊर्जा संतुलन की प्रक्रिया है, जिससे जीवन में स्थिरता, सफलता और शांति आती है। यह प्रकृति, ग्रहों और हमारे भीतर की शक्ति के बीच तालमेल बैठाकर बेहतर जीवन की दिशा में एक कदम है।
अगर आप अपने घर या ऑफिस में अनचाहे तनाव, बाधाओं या रुकावटों का अनुभव कर रहे हैं, तो वास्तु शांति पूजा कराना एक सकारात्मक और प्रभावी समाधान हो सकता है।
एक बच्चे की शिक्षा यात्रा की शुरुआत एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर होता है जो उसके भविष्य को आकार देता है। यह संस्कार भारतीय परंपरा में विशेष महत्व रखता है, जहां ज्योतिष के अनुसार ग्रह-नक्षत्रों की स्थिति और शुभ योगों का ध्यान रखा जाता है ताकि बच्चे की शिक्षा और जीवन में सफलता के लिए सकारात्मक ऊर्जा का संचार हो।
मार्च 2025 में नई नौकरी जॉइन करने की योजना बना रहे हैं? तो यह जानना जरूरी है कि शुभ मुहूर्त में इसे शुरू करना कितना महत्वपूर्ण है। हिंदू ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, सही तिथि और नक्षत्र में नई जॉब जॉइन करने से करियर में उन्नति, सफलता और आर्थिक स्थिरता मिलती है।
आज 13 फरवरी 2025 माघ माह का 31वां दिन का है और आज इस पंचांग के अनुसार फाल्गुना माह के कृष्ण पक्ष की प्रतिपदा तिथि है। वहीं आज गुरुवार का दिन है।
सनातन हिंदू धर्म में, माघ पूर्णिमा के बाद फाल्गुन माह की शुरुआत मानी जाती है। वैदिक पंचांग के अनुसार, यह वर्ष का अंतिम महीना होता है। फाल्गुन के महीने को फागुन का महीना भी कहा जाता है।