भोले के कांवड़िया मस्त बड़े मत वाले हैं (Bhole Ke Kawadiya Masat Bade Matwale Hain)

ॐ नमः शिवाय, ॐ नमः शिवाय ॥


चली कांवड़ियों की टोली,

सब भोले के हमजोली,

गौमुख से गंगाजल वो लाने वाले हैं ।

भोले के कांवड़िया,

मस्त बड़े मत वाले हैं ॥


सब अलग अलग शहरों से चलकर आते हैं,

कंधे पे उठा के कावड़ दौड़े जाते हैं ।

है कठिन डगर पर ये ना,

रुकने वाले हैं ॥

॥ भोले के कावड़िया...॥


कोई भांग धतूरा बेल की पत्रि लाए हैं,

कोई दूध दही मलमल के तिलक लगाए हैं ।

यह सब मस्तानी शिव के,

चाहने वाले हैं ॥

॥ भोले के कावड़िया...॥


‘नोधी’ जिद्द छोड़ो कावड़ आप उठा भी लो,

संघ ‘लव’ के शिव भोले की महिमा गा भी लो ।

‘सनी’ ‘दीपक’ भी साथ ही जाने वाले हैं ॥

॥ भोले के कावड़िया...॥

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दूसरों का दुखड़ा दूर करने वाले(Doosron Ka Dukhda Door Karne Wale)

दूसरों का दुखड़ा दूर करने वाले,
तेरे दुःख दूर करेंगे राम ।

कभी भूलू ना.. मेरे राधा रमण (Kabhi Bhoolun Na Radha Raman Mere)

कभी भूलू ना कभी भूलू ना
कभी भूलू ना याद तुम्हारी

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