राम तुम्हारा नाम (Ram Tumhara Naam)

राम तुम्हारा नाम

सुखों का सार हुआ


राम तुम्हारा नाम

सुखों का सार हुआ

राम लहर मैं जो डूबा

बस वो ही पार हुआ ।


हम जैसे भी हैं

राघव उद्धार करो

हमको भी निज चरणों में

स्वीकार करो

हम जैसे भी हैं

राघव उद्धार करो

हमको भी निज चरणों में

स्वीकार करो ।


जब शबरी का बेर

तुम्हें स्वीकार हुआ

राम लहर मैं जो डूबा

बस वो ही पार हुआ ।


राम अलख से

जन्मों का अंधेर गया

जिस पत्थर पे

राम लिखा वो तैर गया

राम अलख से

जन्मों का अंधेर गया

जिस पत्थर पे

राम लिखा वो तैर गया ।


कौन जगत में राम

तुम जैसा अवतार हुआ

राम लहर मैं जो डूबा

बस वो ही पार हुआ ।


क्षीर सिंधु में

शेषनाग पर सोये थे

देख हमारी दशा

नयन भर रोये थे

क्षीर सिंधु में

शेषनाग पर सोये थे

देख हमारी दशा

नयन भर रोये थे ।


तुम उतरे जो राम

धरती पर उपकार हुआ

राम लहर मैं जो डूबा

बस वो ही पार हुआ ।


हम जैसे भी हैं

राघव उद्धार करो

हमको भी निज चरणों में

स्वीकार करो

जब शबरी का बेर

तुम्हें स्वीकार हुआ

राम लहर मैं जो डूबा

बस वो ही पार हुआ ।


राम तुम्हारा नाम

सुखों का सार हुआ

राम लहर मैं जो डूबा

बस वो ही पार हुआ ।

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बुध प्रदोष व्रत, नवंबर 2024

सनातन धर्म में प्रत्येक तिथि का अपना विशेष महत्व है, जैसे एकादशी तिथि भगवान विष्णु को समर्पित है, वैसे ही त्रयोदशी तिथि महादेव भगवान शिव की प्रिय तिथि मानी जाती है।

शाबर मंत्र क्यों पढ़ने चाहिए?

शाबर मंत्र भगवान शिव की विशेष कृपा का प्रतीक हैं, जो मनुष्य की समस्याओं को सहजता से हल करने के लिए बनाए गए। ये मंत्र संस्कृत के कठिन श्लोकों के विपरीत, क्षेत्रीय भाषाओं और बोली में रचे गए हैं, जिससे हर कोई इन्हें आसानी से पढ़ और उपयोग कर सकता है।

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