सारी दुनिया में आनंद छायो,
कान्हा को जन्मदिन आयो ॥
आई भादो की रेन कारी कारी,
आई भादो की रेन कारी कारी,
मथुरा में है जन्मे मुरारी,
मथुरा में है जन्मे मुरारी,
वसुदेव देवकी ने दर्श पायो,
कान्हा को जन्मदिन आयो,
सारी दुनियाँ में आनंद छायो,
कान्हा को जन्मदिन आयो ॥
चले लेके वसुदेव गोकुल में,
चले लेके वसुदेव गोकुल में,
कान्हा पहुंचाए नन्द महल में,
कान्हा पहुंचाए नन्द महल में,
यमुना ने श्री चरण पखारयो,
यमुना ने श्री चरण पखारयो,
कान्हा को जन्मदिन आयो,
सारी दुनियाँ में आनंद छायो,
कान्हा को जन्मदिन आयो ॥
लड्डू पेड़ा बंटे खेल खिलौना,
लड्डू पेड़ा बंटे खेल खिलौना,
झूले पलना में श्याम सलोना,
झूले पलना में श्याम सलोना,
‘चित्र-विचित्र’ को भी बुलवायो,
‘चित्र-विचित्र’ को भी बुलवायो,
कान्हा को जन्मदिन आयो,
सारी दुनियाँ में आनंद छायो,
कान्हा को जन्मदिन आयो ॥
सारी दुनिया में आनंद छायो,
कान्हा को जन्मदिन आयो ॥
महामृत्युंजय मंत्र को अत्यंत प्रभावशाली और सिद्धिदायक माना गया है। यह मंत्र भगवान शिव को समर्पित है और इसका जाप जीवन के भय, रोग, शोक और अकाल मृत्यु से रक्षा करता है। परंतु बिना विधि और नियम के मंत्र जाप करना लाभ के बजाय हानि का कारण बन सकता है।
सनातन धर्म में श्रीरामचरितमानस का पाठ अत्यंत पुण्यदायी माना गया है। इसमें भी जब रामायण का पाठ बिना रुके, लगातार 24 घंटे किया जाए, तो उसे अखंड रामायण पाठ कहा जाता है।
हिंदू धर्म में भगवान हनुमान को संकटमोचन, बल-बुद्धि-विधाता और रामभक्ति के प्रतीक के रूप में पूजा जाता है। मान्यता है कि जिनके जीवन में दुःख, भय या बाधाएं लगातार बनी रहती हैं, उनके लिए हनुमानजी की शरण सबसे बड़ा सहारा है।
शांति केवल बाहर के वातावरण में नहीं, हमारे भीतर भी जरूरी है। जब मन अशांत हो, जीवन में बाधाएँ बार-बार आएं या मानसिक बेचैनी बनी रहे। तब शास्त्र हमें एक उपाय बताते हैं: शांति पूजा।