सोचा नहीं जो ख्वाब में, उतना हमें मिला: भजन (Socha Nahi Jo Khwab Me Utna Hame Mila)

सोचा नहीं जो ख्वाब में,

उतना हमें मिला,

टूटे ना तेरी रहमतों का,

श्याम सिलसिला,

सोचा नही था ख्वाब में ॥


एक दिन मेरी ये जिंदगी,

तेरे दर पे मुड़ गई,

टूटी हुई थी ख्वाहिशे,

एक पल में जुड़ गई,

पहली ही हाजरी का,

इतना दिया सिला,

टूटे ना तेरी रहमतों का,

श्याम सिलसिला,

सोचा नही जो ख्वाब में ॥


सेवा में जबसे आपने,

मुझको लगा लिया,

तेरी कृपा का हर घडी,

एहसास है किया,

मुझे जिंदगी से अब प्रभु,

रहा ना कोई गिला,

टूटे ना तेरी रहमतों का,

श्याम सिलसिला,

सोचा नही जो ख्वाब में ॥


आई जो मुश्किलें कभी,

प्रभु दूर हो गई,

गुमनाम सी ये जिंदगी,

मशहूर हो गई,

मुश्किल भरी डगर में भी,

विश्वास ना हिला,

टूटे ना तेरी रहमतों का,

श्याम सिलसिला,

सोचा नही जो ख्वाब में ॥


तेरे प्रेमियों में बस प्रभु,

मेरा भी नाम हो,

चरणों में आपके प्रभु,

जीवन की शाम हो,

‘रोमी’ को अपनी गोद में,

लेना प्रभु सुला,

टूटे ना तेरी रहमतों का,

श्याम सिलसिला,

सोचा नही जो ख्वाब में ॥


सोचा नहीं जो ख्वाब में,

उतना हमें मिला,

टूटे ना तेरी रहमतों का,

श्याम सिलसिला,

सोचा नही था ख्वाब में ॥

........................................................................................................
श्री रविदास चालीसा (Sri Ravidas Chalisa)

बन्दौ वीणा पाणि को , देहु आय मोहिं ज्ञान।
पाय बुद्धि रविदास को , करौं चरित्र बखान।

हनुमान जयंती मुहूर्त और पूजा-विधि

हनुमान जी का जन्मोत्सव हर वर्ष चैत्र शुक्ल पूर्णिमा के दिन मनाया जाता है। उनकी कृपा से व्यक्ति को सभी प्रकार की समस्याओं से छुटकारा मिल जाता है। अभिजीत मुहूर्त में पूजा करने से विशेष फल की प्राप्ति होती है।

राम कहानी सुनो रे राम कहानी (Ram Kahani Suno Re Ram Kanahi)

राम कहानी सुनो रे राम कहानी ।
कहत सुनत आवे आँखों में पानी ।

राम नाम को रटने वाले जरा सामने आओ(Ram Naam Ko Ratne Wale Jara Samne Aao)

राम नाम को रटने वाले
जरा सामने आओ तुम,

डिसक्लेमर

'इस लेख में दी गई जानकारी/सामग्री/गणना की प्रामाणिकता या विश्वसनीयता की गारंटी नहीं है। सूचना के विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/धार्मिक मान्यताओं/धर्मग्रंथों से संकलित करके यह सूचना आप तक प्रेषित की गई हैं। हमारा उद्देश्य सिर्फ सूचना पहुंचाना है, पाठक या उपयोगकर्ता इसे सिर्फ सूचना समझकर ही लें। इसके अतिरिक्त इसके किसी भी तरह से उपयोग की जिम्मेदारी स्वयं उपयोगकर्ता या पाठक की ही होगी।

यह भी जाने