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चारधाम यात्रा के लिए जरूरी टिप्स

चारधाम यात्रा के लिए जरूरी टिप्स

Chardham Yatra 2025 Tips: चारधाम यात्रा पर जाने का प्लान बना रहे तो जान लें ये 10 जरूरी बातें, नहीं होगी कोई परेशानी


Chardham Yatra 2025: अक्षय तृतीया के शुभ अवसर पर गंगोत्री और यमुनोत्री धाम के कपाट खुलने के साथ ही इस साल की चारधाम यात्रा की शुरुआत होगी। हर साल लाखों श्रद्धालु बदरीनाथ, केदारनाथ, गंगोत्री और यमुनोत्री की यात्रा करते हैं। अगर आप भी इस पावन यात्रा पर जाने की सोच रहे हैं, तो कुछ जरूरी तैयारियां कर लें, ताकि आपकी यात्रा आसान और सुखद रहे। यदि आप सही तरह से प्लानिंग करके यात्रा पर नहीं जाएंगे तो इससे आपको परेशानी का सामना करना पड़ सकता है।

मौसम के अनुसार कपड़े साथ रखें

चारधाम की यात्रा में मौसम का कोई भरोसा नहीं रहता है। अचानक बारिश या ठंड हो सकती है। इसलिए हल्के और गर्म कपड़ों की पैकिंग करें। थर्मल, जैकेट, स्वेटर, शॉल, रेनकोट और वॉटरप्रूफ बैग अपने साथ जरूर रखें।

फर्स्ट एड किट जरूर रखें

यात्रा के दौरान छोटी-मोटी चोट या बीमारियां हो सकती हैं। इसलिए यात्रा शुरू करने से पहले खांसी, जुकाम, सिर दर्द, गला दर्द और चोट की दवाइयां अपने साथ जरूर रखें।

पर्सनल हाइजीन का सामान जरूरी

रास्ते में जरूरी सामान हर जगह नहीं मिलेगा। इसलिए अपना टूथब्रश, टूथपेस्ट, साबुन, सैनिटाइजर आदि खुद साथ रखें।

कैश और जरूरी इलेक्ट्रॉनिक्स साथ रखें

हर जगह डिजिटल पेमेंट या एटीएम की सुविधा नहीं होती है। इसलिए अपने साथ पर्याप्त कैश जरूर रखें। चार्जर और पावरबैंक भी जरूर साथ लें ताकि फोन बंद न हो और यात्रा में किसी तरह की परेशानी का सामना न करना पड़े। 

आईडी और डॉक्यूमेंट्स साथ रखें

रजिस्ट्रेशन और पहचान पत्र कई जगह दिखाने पड़ सकते हैं। इसलिए आईडी कार्ड और उसकी फोटोकॉपी अपने साथ जरूर रखें।

खाने-पीने की चीजें साथ रखें

यात्रा में कोई कमजोरी न हो इसलिए अपने साथ सूखे मेवे, एनर्जी बार, फल और पानी अपने बैग में रखें। 

टॉर्च और मोमबत्ती जरूर रखें

यात्रा के दौरान अंधेरे में मदद के लिए मोबाइल टॉर्च के भरोसे न रहें। अपने साथ अच्छी टॉर्च और मोमबत्ती रखें।

हेल्थ चेकअप जरूर करवाएं

चारधाम यात्रा में ऊंचाई ज्यादा होती है, जिससे सांस लेने में परेशानी, थकान या अन्य स्वास्थ्य दिक्कतें हो सकती हैं। खासकर अगर आपको ब्लड प्रेशर, डायबिटीज, अस्थमा या हार्ट की दिक्कत है, तो यात्रा से पहले डॉक्टर से चेकअप करवा लें।

मौसम और यात्रा की अपडेट्स लेते रहें

उत्तराखंड का मौसम अचानक बदल सकता है। यात्रा से पहले और दौरान मौसम की जानकारी जरूर लेते रहें। सरकारी वेबसाइट या न्यूज पर नजर बनाए रखें।

यात्रा का सही समय चुनें

चारधाम यात्रा अप्रैल से अक्टूबर तक चलती है। मई-जून और सितंबर यात्रा के लिए सबसे बेहतर महीने माने जाते हैं, क्योंकि तब मौसम अच्छा रहता है और भीड़ भी थोड़ी कम होती है।

शेड्यूल में कुछ दिन बढ़ाकर रखें

अगर आपने दस दिन का प्लान बनाया है, तो तीन दिन का अतिरिक्त समय भी रखें। क्योंकि दर्शन के लिए श्रद्धालुओं की भीड़ ज्यादा हो सकती है जिससे समय ज्यादा लग सकता है।

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श्री परशुराम चालीसा (Shri Parshuram Chalisa)

श्री गुरु चरण सरोज छवि, निज मन मन्दिर धारि।
सुमरि गजानन शारदा, गहि आशिष त्रिपुरारि।।

श्री बालाजी चालीसा (Shri Balaji Chalisa)

श्री गुरु चरण चितलाय के धरें ध्यान हनुमान ।
बालाजी चालीसा लिखे “ओम” स्नेही कल्याण ।।

श्री गिरीराज चालीसा (Shri Giriraj Chalisa)

बन्दहुँ वीणा वादिनी धरि गणपति को ध्यान |
महाशक्ति राधा सहित, कृष्ण करौ कल्याण ||

श्री रामदेव चालीसा (Shri Ramdev Chalisa)

जय जय जय प्रभु रामदे, नमो नमो हरबार।
लाज रखो तुम नन्द की, हरो पाप का भार।

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