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देश के टॉप 10 मां दुर्गा मंदिर

देश के टॉप 10 मां दुर्गा मंदिर

Maa Durga Mandir in India: ये हैं देश के 10 सबसे बड़े मां दुर्गा मंदिर, 13 किमी की चढ़ाई के बाद होते हैं मां वैष्णो के दर्शन; कामाख्या में योनितत्व की होती है पूजा

भारत में माता दुर्गा को महाशक्ति के रूप में पूजा जाता है। वे संकटों से रक्षा करने वाली, आसुरी शक्तियों का नाश करने वाली और भक्तों को वरदान देने वाली देवी मानी जाती हैं। उनके मंदिरों में भक्तों की भीड़ सालभर उमड़ती है, विशेषकर नवरात्र के अवसर पर। भारत के कोने-कोने में स्थित दुर्गा मंदिर न केवल धार्मिक महत्व रखते हैं, बल्कि वहां की संस्कृति, परंपरा और भक्ति की गहराई को भी दर्शाते हैं। आइए जानें भारत के प्रमुख 10 दुर्गा मंदिरों के बारे में, जो श्रद्धालुओं के लिए शक्ति-साधना का मुख्य केंद्र हैं:

1. वैष्णो देवी मंदिर, कटरा (जम्मू-कश्मीर)

त्रिकूट पर्वत की गुफाओं में स्थित यह मंदिर देश का सबसे प्रसिद्ध शक्ति स्थल माना जाता है। यहां माता को वैष्णवी रूप में पूजा जाता है। मंदिर तक पहुंचने के लिए लगभग 13 किलोमीटर की चढ़ाई करनी पड़ती है, और अब हेलीकॉप्टर तथा घोड़े की सुविधाएं भी उपलब्ध हैं। यह मंदिर वर्ष भर 24 घंटे खुला रहता है।

2. कामाख्या मंदिर, गुवाहाटी (असम)

यह मंदिर देवी के योनितत्त्व की पूजा के लिए प्रसिद्ध है और 51 शक्तिपीठों में प्रमुख माना जाता है। कहा जाता है कि यहां सती का योनिभाग गिरा था। यहां हर वर्ष अंबुबाची मेले का आयोजन होता है, जिसमें हजारों साधु-संत और श्रद्धालु शामिल होते हैं।

3. कालिघाट मंदिर, कोलकाता (पश्चिम बंगाल)

यह मंदिर मां काली को समर्पित है और 51 शक्तिपीठों में एक है। यहां सती का दक्षिण पांव गिरा था। कोलकाता के हृदयस्थल में स्थित यह मंदिर नवरात्र और काली पूजा पर लाखों श्रद्धालुओं से भर जाता है।

4. ज्वाला देवी मंदिर, कांगड़ा (हिमाचल प्रदेश)

यह मंदिर अपनी अग्नि-ज्वालाओं के लिए प्रसिद्ध है जो प्राकृतिक रूप से प्रकट होती हैं। यहां मूर्ति नहीं, बल्कि अग्नि की लौ ही देवी का प्रतीक है। मंदिर प्रात: 5 बजे से रात्रि 10 बजे तक खुला रहता है।

5. चिंतपूर्णी मंदिर, ऊना (हिमाचल प्रदेश)

यह मंदिर मां की 'चिंता हरने वाली' रूप में पूजनीय है। मान्यता है कि यहां सती की चरणपादुका गिरी थी। श्रद्धालु यहां आकर अपनी मनोकामनाएं लिखते हैं और पूर्ण होने पर मन्नत के रूप में नारियल अर्पित करते हैं।

6. दुर्गा कुंड मंदिर, वाराणसी (उत्तर प्रदेश)

यह मंदिर प्राचीन और अत्यंत पूजनीय स्थल है। यहां देवी की मूर्ति स्वयंभू मानी जाती है। मंदिर के समीप एक पवित्र सरोवर है जहां श्रद्धालु स्नान कर देवी का आशीर्वाद लेते हैं। नवरात्र में यहां विशेष मेले का आयोजन होता है।

7. मां विंध्यवासिनी मंदिर, विंध्याचल (उत्तर प्रदेश)

यह मंदिर मां के 'विंध्यवासिनी' रूप में प्रतिष्ठित है। यह स्थल तीन शक्तिपीठों – विंध्यवासिनी, अष्टभुजा और कालीखोह – की त्रिकोण यात्रा के लिए प्रसिद्ध है। हर नवरात्रि में लाखों श्रद्धालु यहां पहुंचते हैं।

8. अंबा माता मंदिर, अंबाजी (गुजरात)

यह मंदिर गुजरात-राजस्थान सीमा पर स्थित है और शक्तिपीठों में सम्मिलित है। यहां सती का हृदय गिरा था। मंदिर के गर्भगृह में कोई मूर्ति नहीं है, बल्कि एक पवित्र यंत्र की पूजा होती है। नवरात्र में यहां गरबा महोत्सव का आयोजन होता है।

9. कनकदुर्गा मंदिर, विजयवाड़ा (आंध्र प्रदेश)

यह मंदिर इंद्रकीलाद्रि पर्वत पर कृष्णा नदी के किनारे स्थित है। यहां देवी दुर्गा के कनक रूप की पूजा होती है। दशहरे के समय यहां विशेष उत्सव होता है। मंदिर प्रात: 4 बजे से रात्रि 9 बजे तक खुला रहता है।

10. योगमाया मंदिर, महरौली (दिल्ली)

यह मंदिर दिल्ली का सबसे प्राचीन दुर्गा मंदिर माना जाता है। इसे श्रीकृष्ण की बहन योगमाया को समर्पित किया गया है। यहां शक्ति और योग की सामूहिक आराधना होती है।
 

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