Logo

देश के टॉप परशुराम मंदिर

देश के टॉप परशुराम मंदिर

Parshuram Mandir in India: ये हैं देश के प्रमुख परशुराम मंदिर, दक्षिण भारत में होंगे लिंग स्वरूप के दर्शन

भगवान परशुराम को भगवान विष्णु का छठा अवतार माना जाता है। वे तप, वीरता और धर्म की रक्षा के लिए प्रसिद्ध हैं। भारत के विभिन्न हिस्सों में उनके नाम से कई प्राचीन मंदिर स्थापित हैं, जो परशुराम जी के जीवन और उपदेशों से जुड़े हैं। इन मंदिरों में न केवल पूजा-अर्चना होती है, बल्कि श्रद्धालु आत्मिक शुद्धि और तप के अनुभव के लिए यहां आते हैं। आइए जानें भगवान परशुराम के प्रमुख मंदिरों के बारे में—

थिरुवल्लम परशुराम मंदिर, केरल

तिरुवनंतपुरम में स्थित यह मंदिर भगवान परशुराम को समर्पित केरल का एकमात्र प्रमुख मंदिर है। यह मंदिर तीन पवित्र नदियों—कारमना, किली और पार्वतीपूथनार के संगम पर स्थित है। माना जाता है कि परशुराम जी ने केरल की रचना के बाद यहीं विश्राम किया था। यह मंदिर करीब दो हजार साल पुराना है और परशुराम जयंती पर यहां विशेष आयोजन होता है।

अनंथेश्वर मंदिर, उदुपि (कर्नाटक)

उदुपि को परशुराम क्षेत्र कहा जाता है और यह मंदिर भगवान परशुराम के लिंग स्वरूप को समर्पित है। यह दक्षिण भारत का एक महत्वपूर्ण तीर्थ है जहां श्रद्धालु विशेष रूप से चतुर्दशी और जयंती पर दर्शन हेतु आते हैं। यहां परंपरागत वैदिक विधि से पूजा होती है।

परशुराम मंदिर, चिपलून (महाराष्ट्र)

महाराष्ट्र के रत्नागिरी जिले के चिपलून में स्थित यह मंदिर वशिष्ठी नदी के किनारे है। यहां भगवान परशुराम की भव्य मूर्ति स्थापित है। मान्यता है कि यहीं से उन्होंने समुद्र को पीछे हटाकर कोंकण क्षेत्र की रचना की थी। मंदिर के पास स्थित घाटों पर श्राद्ध और पितृ कार्य भी होते हैं।

परशुराम कुंड, अरुणाचल प्रदेश

लोहित नदी के किनारे स्थित यह कुंड परशुराम जी के तपस्थल के रूप में प्रसिद्ध है। मकर संक्रांति के अवसर पर यहां लाखों श्रद्धालु डुबकी लगाते हैं और पापों से मुक्ति की कामना करते हैं। यह स्थान पौराणिक मान्यताओं के अनुसार अत्यंत पुण्यदायी माना जाता है।

परशुराम महादेव मंदिर, राजस्थान

अरावली की गुफाओं में स्थित यह मंदिर भगवान परशुराम की तपोभूमि है। माना जाता है कि उन्होंने अपने परशु से पहाड़ काटकर गुफा बनाई और यहां भगवान शिव की आराधना की। यह स्थल आज भी विशेष धार्मिक आकर्षण का केंद्र है।
 

........................................................................................................
राधे झूलन पधारो झुकी आए बदरा(Radhe Jhulan Padharo Jhuk Aaye Badra)

राधे झूलन पधारो झुकी आए बदरा,
झुक आये बदरा झुकी आये बदरा,

ओढ़ चुनरियाँ मैया लाल चली (Odh Chunariya Maiya Lal Chali)

ओढ़ चुनरियाँ मैया लाल चली,
सिंघ सवारी पे है लगती भली ॥

राधे कृष्ण की ज्योति अलोकिक(Radhe Krishna Ki Jyoti Alokik)

राधे कृष्ण की ज्योति अलोकिक,
तीनों लोक में छाये रही है ।

राधे पूछ रही तुलसा से(Radhe Pooch Rahi Tulsa Se)

राधे पूछ रही तुलसा से,
तुलसा कहाँ तेरा ससुराल ।

यह भी जाने

संबंधित लेख

HomeAartiAartiTempleTempleKundliKundliPanchangPanchang