भगवान अयप्पा को दक्षिण भारत में संयम, तप और भक्ति के प्रतीक के रूप में पूजा जाता है। मान्यता है कि वे भगवान शिव और मोहिनी (विष्णु के रूप) के पुत्र हैं। हर साल लाखों श्रद्धालु 41 दिन का ब्रह्मचर्य व्रत रखकर उनके मंदिरों में दर्शन के लिए पहुंचते हैं। विशेष रूप से मकर संक्रांति और मंडलम पूजा के समय इन मंदिरों में श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ती है। आइए जानें भारत के 10 प्रमुख अयप्पा मंदिरों के बारे में:
1. सबरीमला अयप्पा मंदिर (केरल)
सबरीमला, पथनमतिट्टा जिले के पर्वतीय जंगलों में स्थित यह मंदिर विश्व प्रसिद्ध है। यहां केवल 41 दिन का व्रत, संयम और ब्रह्मचर्य का पालन करने के बाद ही दर्शन की अनुमति मिलती है। मकर संक्रांति और मकरविलक्कु पर यहां श्रद्धालुओं का सैलाब उमड़ता है।
2. अचन्कोविल अयप्पा मंदिर (केरल)
यह मंदिर भगवान अयप्पा के वैद्य रूप को समर्पित है। मान्यता है कि यहां रक्त पित्त और चर्म रोगों का निवारण होता है। भक्त यहां औषधीय जल का सेवन भी करते हैं।
3. आर्यंकावु अयप्पा मंदिर (केरल)
यहां भगवान को विवाहोपरांत रूप में पूजा जाता है। यहां अयप्पा और देवी पुष्कला (देवसेना) का प्रतीकात्मक विवाह पर्व भी मनाया जाता है। मंदिर वास्तुकला में पांड्य और केरल शैली का सुंदर मिश्रण है।
4. कुलाथुपुझा अयप्पा मंदिर (केरल)
यहां भगवान अयप्पा को बाल रूप में पूजा जाता है। भक्त उन्हें खिलौने, गुड़िया और दूध अर्पित करते हैं। सबरीमला यात्रा के मार्ग में पड़ने वाला यह एक महत्त्वपूर्ण मंदिर है।
5. चेन्नई अयप्पा मंदिर (तमिलनाडु)
RA पुरम में स्थित यह मंदिर शहरी श्रद्धालुओं के लिए सबरीमला का ही अनुभव देता है। यहां भी काले वस्त्र, माला और नियमों के साथ पूजा होती है। मंडलम पूजा पर विशेष आयोजन होते हैं।
6. कन्याकुमारी अयप्पा मंदिर (तमिलनाडु)
दक्षिणतम भारत में स्थित यह मंदिर तमिल भक्तों के लिए विशेष महत्त्व रखता है। यहां रोजाना पूजन और अन्नदान होता है। पर्वों पर यहां से बड़ी संख्या में श्रद्धालु सबरीमला के लिए रवाना होते हैं।
7. द्वारका तिरुमाला अयप्पा मंदिर (आंध्र प्रदेश)
यह मंदिर अयप्पा भक्तों के लिए आंध्र प्रदेश का प्रमुख केंद्र है। यहां की परंपरा में विष्णु उपासना के साथ अयप्पा भक्ति का सुंदर समन्वय दिखाई देता है।
8. हरिहर बेट्टा अयप्पा मंदिर (कर्नाटक)
यह मंदिर एक पहाड़ी पर स्थित है और सबरीमला जैसी कठिन चढ़ाई के लिए जाना जाता है। स्थानीय मेले और शिवरात्रि पर्व पर बड़ी संख्या में लोग यहां दर्शन को आते हैं।
9. अयप्पा मंदिर, साकेत (दिल्ली)
उत्तर भारत में भगवान अयप्पा का यह प्रमुख मंदिर है। यहां केरल परंपरा के अनुसार पूजन, भजन और अयप्पा नाम संकीर्तन होता है। मकरविलक्कु पर यहां विशेष आयोजन होते हैं।
10. मलायत्तूर अयप्पा मंदिर (केरल)
यह चर्च के करीब स्थित मंदिर दर्शाता है कि अयप्पा भक्ति केवल धर्म तक सीमित नहीं, यह एक संस्कार है। यहां अयप्पा भक्तों और ईसाई श्रद्धालुओं का सौहार्द पूर्ण वातावरण रहता है।
छोटो सो बंदर हद करिग्यो
सावामणि का लड्डू सारा चट करिगयो ॥
चित्रकूट के घाट घाट पर,
शबरी देखे बाट,
दर पे तुम्हारे सांवरे,
सर को झुका दिया,
दर्द किसको दिखाऊं कन्हैया,
कोई हमदर्द तुमसा नहीं है,