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त्रिवेणी हनुमान मंदिर, फरीदाबाद, हरियाणा

त्रिवेणी हनुमान मंदिर, फरीदाबाद, हरियाणा

फरीदाबाद का त्रिवेणी हनुमान मंदिर, इसमें विराजमान हैं दुनिया की सबसे बड़ी हनुमान जी की मूर्ति 

 "कनक भूधराकार सरीरा। समर भयंकर अतिबल बीरा।"


सुंदरकांड में यह चौपाई तुलसीदास जी ने उस प्रसंग के लिए लिखीं हैं, जहां माता सीता को हनुमान जी की शक्ति पर एक पल की शंका हुई क्योंकि वे एक साधारण वानर दिखाई दे रहे थे। माता की शंका का निवारण करते हुए हनुमान जी ने विराट स्वरूप धारण किया जो कनक यानी सोने के समान दिव्यतम था। ऐसे और भी कई प्रसंग है जब हनुमान जी ने अपने विशालतम स्वरूप को धारण किया है। 

हनुमान जी के जिस स्वरूप का वर्णन रामायण और हनुमान चालीसा सहित अन्य पौराणिक कथाओं में है उसके अनुसार वे बल, बुद्धि, विद्या, ज्ञान, भक्ति और अद्वितीय विवेक के स्वामी हैं। स्वयं रुद्रावतार है और भक्त शिरोमणि कहलाते हैं। तभी तो देशभर में उनके ज्यादातर मंदिरों में बजरंग बली की विशाल और विराट प्रतिमाएं स्थापित की जाती है। यह विशालतम प्रतिमाएं उनके सभी गुणों और भक्तों की उनके प्रति आस्था का प्रतीक भी मानी जाती हैं।  


108 फीट ऊंची है हनुमान जी की प्रतिमा 


एक ऐसी ही दिव्यतम और भव्यतम प्रतिमा दुनिया में हनुमान जी की सबसे ऊंची प्रतिमा के रूप में विख्यात है। यह हनुमान मंदिर फरीदाबाद के पाली गांव में फरीदाबाद-गुरुग्राम हाईवे के समीप स्थित है। यहां हनुमान जी की बैठी अवस्था में 108 फीट ऊंची प्रतिमा है जो दुनिया की सबसे बड़ी हनुमान प्रतिमा है। इसे बनाने में तकरीबन 9 साल का समय लगा। इसे 2010 से बनाना शुरू किया गया और इसका निर्माण 2019 में पूर्ण हुआ। इस विशाल मूर्ति का निर्माण राजस्थान के कलाकारों ने किया है जिनमें प्रमुख नाम श्री मातुराम जी का है। 


जब इस मूर्ति की स्थापना हुई है तब से ही बैठे हुए हनुमान जी की सबसे ऊंची प्रतिमा के दर्शन करने यहां देश विदेश के लोग आते हैं। हाईवे से गुजरते हुए भी आप इस विशाल प्रतिमा को आराम से देख सकते हैं। यहां से केवल 14 किमी दूर अरावली पहाड़ियां हैं जहां पर कई धार्मिक और पर्यटन स्थल मौजूद हैं।


कैसे पहुंचें त्रिवेणी हनुमान मंदिर?


यदि आप दिल्ली से आ रहे हैं तो निकटतम मेट्रो स्टेशन लखानी अरमान मेट्रो स्टेशन है। यहां से त्रिवेणी हनुमान मंदिर के लिए ऑटो या बस आसानी से मिल जाती हैं। लखानी अरमान मेट्रो स्टेशन से त्रिवेणी हनुमान मंदिर 6.5 किमी है। इसके बाटा चौक मेट्रो स्टेशन भी त्रिवेणी हनुमान मंदिर आने के लिए एक अच्छा विकल्प हैं। त्रिवेणी हनुमानजी के नाम से विख्यात हनुमान जी की ये सबसे बड़ी मूर्ति पूरे दिल्ली एनसीआर सहित देशभर के श्रद्धालुओं और पर्यटकों के लिए आकर्षण का केंद्र है।


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किया तप इस कदर हुआ शिव पे असर,
तेरा भोले से गोरा विवाह हो गया,

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करलो करलो चारो धाम,
मिलेंगे कृष्ण, मिलेंगे राम

कोई ऐसी खोल नहीं है (Koi Aisi Khol Nahin)

कोई ऐसी खोल नहीं है,
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