Logo

अरे रे मेरा बजरंग बाला (Are Re Mera Bajrang Bala)

अरे रे मेरा बजरंग बाला (Are Re Mera Bajrang Bala)

अरे रे मेरा बजरंग बाला,

सभी का है रखवाला,

दुनिया ने मानी यही बात है,

कोई कहे बालाजी का,

नाम है महान,

कोई कहे बालाजी,

है वीर बलवान,

कोई कहे रखते है,

सबका ही ध्यान,

कोई कहे पूजता है,

सारा ही जहान,

अरे रे मेरा बजरँग बाला,

सभी का है रखवाला,

दुनिया ने मानी यही बात है ॥


अंजनी के लाला की है,

शक्ति विशाल,

पवन दुलारे की है,

भक्ति महान,

चरणों में अर्जी,

जिसने दी डाल,

उसको ही करते है,

बालाजी निहाल,

अरे रे मेरा बजरँग बाला,

सभी का है रखवाला,

दुनिया ने मानी यही बात है ॥


राम राम रटते है,

ये तो सुबहो शाम,

राम को ही भजते है,

ये तो आठों याम,

इनके ह्रदय में,

बैठे सियाराम,

राम की सेवा पूजा,

राम का ही काम,

अरे रे मेरा बजरँग बाला,

सभी का है रखवाला,

दुनिया ने मानी यही बात है ॥


बालाजी के तन पे है,

चोला लाल लाल,

तन पे सिंदूर लगा,

रंग लाल लाल,

हाथ माहि मोटा मोटा,

घोटा है विशाल,

‘रवि’ कहे इनसे तो,

डरता है काल,

अरे रे मेरा बजरँग बाला,

सभी का है रखवाला,

दुनिया ने मानी यही बात है ॥


अरे रे मेरा बजरंग बाला,

सभी का है रखवाला,

दुनिया ने मानी यही बात है,

कोई कहे बालाजी का,

नाम है महान,

कोई कहे बालाजी,

है वीर बलवान,

कोई कहे रखते है,

सबका ही ध्यान,

कोई कहे पूजता है,

सारा ही जहान,

अरे रे मेरा बजरँग बाला,

सभी का है रखवाला,

दुनिया ने मानी यही बात है ॥

........................................................................................................
कब है स्वामीनारायण जयंती

स्वामीनारायण जयंती हिंदू धर्म का एक प्रमुख पर्व है, जो भगवान स्वामीनारायण के जन्मदिवस के रूप में मनाया जाता है।

महातारा जयंती कब है?

हिंदू धर्म में माता महातारा को आदि शक्ति का एक दिव्य और शक्तिशाली रूप माना जाता है। दस महाविद्याओं में से एक, महातारा देवी को ज्ञान, सिद्धि और सुरक्षा प्रदान करने वाली देवी के रूप में पूजा जाता है।

महातारा जयंती की कथा

हिंदू धर्म में दस महाविद्याओं का विशेष स्थान है, जिनमें से एक देवी महातारा हैं। उन्हें शक्ति, ज्ञान और विनाश की देवी माना जाता है। देवी महातारा का स्वरूप गहरे नीले रंग का होता है, उनकी चार भुजाएं होती हैं और वे त्रिनेत्री हैं।

राम नवमी 2025 तिथि और मुहूर्त

राम नवमी हिन्दू धर्म का एक महत्वपूर्ण और विशेष पर्व है। यह पर्व हर वर्ष चैत्र महीने के शुक्ल पक्ष की नवमी तिथि को मनाया जाता है। यह दिन भगवान श्रीराम के जन्मोत्सव के रूप में मनाया जाता है।

यह भी जाने

संबंधित लेख

HomeAartiAartiTempleTempleKundliKundliPanchangPanchang