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जागो वंशीवारे ललना, जागो मोरे प्यारे (Jago Bansivare Lalna Jago More Pyare)

जागो वंशीवारे ललना, जागो मोरे प्यारे (Jago Bansivare Lalna Jago More Pyare)

जागो वंशीवारे ललना,

जागो मोरे प्यारे ।

जागो वंशीवारे ललना,

जागो मोरे प्यारे ।


रजनी बीती भोर भयो है,

घर घर खुले किवारे ।

गोपी दही मथत सुनियत है,

कंगना के झनकारे ।


जागो वंशीवारे ललना,

जागो मोरे प्यारे ।

जागो वंशीवारे ललना,

जागो मोरे प्यारे ।


उठो लालजी भोर भयो है,

सुर नर ठाढे द्वारे ।

ग्वाल बाल सब करत कुलाहल,

ग्वाल बाल सब करत कुलाहल,

जय जय शब्द उचारे ।


जागो वंशीवारे ललना,

जागो मोरे प्यारे ।

जागो वंशीवारे ललना,

जागो मोरे प्यारे ।


माखन रोटी हाथ में लीजे,

गौवन के रखवारे ।

मीरा के प्रभु गिरिधर नागर,

सरन आया को तारे ।


जागो वंशीवारे ललना,

जागो मोरे प्यारे ।

जागो वंशीवारे ललना,

जागो मोरे प्यारे ।


Movie: Meera (1979)

Music Director: Pt. Ravi Shankar

Singers: Vani Jairam

Director: Gulzar


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महाशिवरात्रि पौराणिक कथा

प्रत्येक महीने शिवरात्रि का पर्व मनाया जाता है। हालांकि, फाल्गुन माह की शिवरात्रि का विशेष महत्व होता है। इसे महाशिवरात्रि के नाम से जाना जाता है।

महाशिवरात्रि 2025 कब है

सनातन हिंदू धर्म में, महाशिवरात्रि का विशेष महत्व है। हिंदू धर्म में महाशिवरात्रि भगवान शिव की आराधना का सबसे महत्वपूर्ण पर्व माना जाता है। यह पर्व हर वर्ष फाल्गुन मास की कृष्ण चतुर्दशी तिथि को मनाया जाता है। आमतौर पर यह फरवरी या मार्च महीने में आती है।

क्यों खास होता है फाल्गुन मास

सनातन धर्म में फाल्गुन मास का विशेष महत्व है। पंचांग के अनुसार, साल का अंतिम महीना फाल्गुन मास होता है। इसके बाद हिंदू नववर्ष शुरू हो जाता है।

फाल्गुन में राशिनुसार उपाय

फाल्गुन महीना हिंदू कैलेंडर में साल का आखिरी महीना होता है। इस महीने ग्रीष्म ऋतु का आगमन होने लगता है। होली और महाशिवरात्रि जैसे महत्वपूर्ण त्योहार भी इसी महीने में आते हैं।

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