खाटू वाले श्याम प्यारे(Khatu Wale Shyam Pyare)

खाटू वाले श्याम प्यारे,

खूब कियो श्रृंगार,

रूप तेरो मन भावे,

मोरछड़ी तेरे हाथ में साजे,

लीले के असवार,

रूप तेरो मन भावे ॥


रंग सुनहरी केसरी बागा,

सुन्दर छवि प्यारी है,

अहिलावती के लाल जगत में,

तेरी शान निराली है,

जो कोई आवे गले लगावे,

देता सबको प्यार,

रूप तेरो मन भावे,

मोरछड़ी तेरे हाथ में साजे,

लीले के असवार,

रूप तेरो मन भावे ॥


जिसने दिल से याद किया प्रभु,

तू उसका ग़मख़ार बना,

हारे को तू देता सहारा,

तू यारो का यार बना,

रूप सलोना भोला मुखड़ा,

सबसे बड़ा दिलदार,

रूप तेरो मन भावे,

मोरछड़ी तेरे हाथ में साजे,

लीले के असवार,

रूप तेरो मन भावे ॥


धन्ना भगत का यार बना तू,

खेत में उसके काम किया,

नरसी भगत की हुंडी तारी,

सेठ सांवलिया नाम लिया,

ओ भगतों के प्यारे तुझको,

‘भोला’ रहा पुकार,

रूप तेरो मन भावे

मोरछड़ी तेरे हाथ में साजे,

लीले के असवार,

रूप तेरो मन भावे ॥


खाटू वाले श्याम प्यारे,

खूब कियो श्रृंगार,

रूप तेरो मन भावे,

मोरछड़ी तेरे हाथ में साजे,

लीले के असवार,

रूप तेरो मन भावे ॥

........................................................................................................
देवो के देव हे महादेव (Devo Ke Dev He Mahadev)

नाथों के नाथ महादेव शिव शंकर
भीड़ में सुनसान में साक्षात् शम्भुनाथ

29 या 30 नवंबर, मासिक शिवरात्रि कब है?

मासिक शिवरात्रि का पर्व हर महीने कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी तिथि को मनाया जाता है। यह दिन भगवान शिव और माता पार्वती को समर्पित होता है।

मार्च में मासिक कार्तिगाई कब मनाई जाएगी

मासिक कार्तिगाई दक्षिण भारत में मनाया जाने वाला प्रमुख त्योहार है, जो भगवान मुरुगन को समर्पित होता है। यह त्योहार हर महीने कृतिका नक्षत्र के प्रबल होने वाले दिन मनाया जाता है।

धन्य वह घर ही है मंदिर, जहाँ होती है रामायण (Dhanya Wah Ghar Hi Hai Mandir Jahan Hoti Hai Ramayan)

धन्य वह घर ही है मंदिर,
जहाँ होती है रामायण,

डिसक्लेमर

'इस लेख में दी गई जानकारी/सामग्री/गणना की प्रामाणिकता या विश्वसनीयता की गारंटी नहीं है। सूचना के विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/धार्मिक मान्यताओं/धर्मग्रंथों से संकलित करके यह सूचना आप तक प्रेषित की गई हैं। हमारा उद्देश्य सिर्फ सूचना पहुंचाना है, पाठक या उपयोगकर्ता इसे सिर्फ सूचना समझकर ही लें। इसके अतिरिक्त इसके किसी भी तरह से उपयोग की जिम्मेदारी स्वयं उपयोगकर्ता या पाठक की ही होगी।

यह भी जाने