मैं राधा वल्लभ की, राधा वल्लभ मेरे (Main Radha Vallabh Ki, Radha Vallabh Mere)

मैं राधा वल्लभ की, राधा वल्लभ मेरे

मैं राधा वल्लभ की, राधा वल्लभ मेरे

मैं राधा वल्लभ की, राधा वल्लभ मेरे


तुम सदा सदा से मेरे, राधा वल्लभ मेरे

तुम सदा सदा से मेरे

मैं राधा वल्लभ की, राधा वल्लभ मेरे


हम सदा सदा से तेरे राधा वल्लभ मेरे

हम सदा सदा से तेरे राधा वल्लभ मेरे

हम सदा सदा से तेरे राधा वल्लभ मेरे


हम भटक चुके बहुतेरे राधा वल्लभ मेरे

हम दुख पाए बहुतेरे

मैं राधा वल्लभ की, राधा वल्लभ मेरे


अब रखिए अपने नेरे, राधा वल्लभ मेरे

हम सदा सदा से तेरे

मैं राधा वल्लभ की, राधा वल्लभ मेरे

मैं राधा वल्लभ की, राधा वल्लभ मेरे


जय जय राधावल्लभ श्री हरिवंश जय जय श्री वृन्दावन श्री वनचंद

जय जय राधावल्लभ श्री हरिवंश जय जय श्री वृन्दावन श्री वनचंद


जय जय राधावल्लभ श्री हरिवंश जय जय श्री वृन्दावन श्री वनचंद

जय जय राधावल्लभ श्री हरिवंश जय जय श्री वृन्दावन श्री वनचंद


मैं राधा वल्लभ की, राधा वल्लभ मेरे

मैं राधा वल्लभ की, राधा वल्लभ मेरे

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मां की हर बात निराली है(Maa Ki Har Baat Nirali Hai)

माँ की हर बात निराली है
श्लोक – पास की सुनती है,

भीष्म को इच्छा मृत्यु का वरदान कैसे मिला?

वेदों के रचयिता वेदव्यास जी ने महाभारत महाकाव्य की रचना की है। इस महाकाव्य में प्रमुख स्तंभ भीष्म पितामह को बताया गया है। हस्तिनापुर के राजा शांतनु का विवाह देवी गंगा से हुआ था।

भैरव बाबा की पूजा कैसे करें?

भैरव बाबा हिंदू धर्म में भगवान शिव का एक उग्र रूप हैं। उन्हें तांत्रिक शक्ति और रक्षा का प्रतीक माना जाता है। साथ ही वे भक्तों के रक्षक और दुःख हरने वाले भी हैं। काल भैरव को समय और मृत्यु का देवता माना जाता है।

तुम कालों के काल, बाबा मेरे महाकाल(Tum Kalo Ke Kal Baba Mere Mahakal )

तुम कालों के काल,
बाबा मेरे महाकाल ॥

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