राधे राधे जपा करो,
कृष्ण नाम रस पिया करो,
राधे राधे जपा करों,
कृष्ण नाम रस पिया करो ॥
राधा देगी तुमको शक्ति,
मिलेगी तुमको कृष्ण की भक्ति,
मिलेगी तुमको कृष्ण की भक्ति,
राधे, कृपा दृष्टि बरसाया करो,
राधे राधे जपा करों,
कृष्ण नाम रस पिया करो ॥
राधा रानी है महारानी,
महिमा उनकी सब जग जानी,
महिमा उनकी सब जग जानी,
राधे, चरणों में प्रीती किया करो,
राधे राधे जपा करों,
कृष्ण नाम रस पिया करो ॥
भोली भाली सीधी सादी,
वो है सबसे न्यारी न्यारी,
वो है सबसे न्यारी न्यारी,
राधे, चरणों में शीश झुकाया करो,
राधे राधे जपा करों,
कृष्ण नाम रस पिया करो ॥
राधे जू मैं शरण तिहारी,
तुम्हरी कृपा से मिले बिहारी,
तुम्हरी कृपा से मिले बिहारी,
राधे, राधे शरण में जाया करो,
राधे राधे जपा करों,
कृष्ण नाम रस पिया करो ॥
ब्रज मंडल में गूंज है राधे,
कृष्ण की वो है प्राण आराधे,
कृष्ण की वो है प्राण आराधे,
ऐसी, युगल छवि पे बलि जाया करो,
राधे राधे जपा करों,
कृष्ण नाम रस पिया करो ॥
राधे राधे जपा करो,
कृष्ण नाम रस पिया करो,
राधे राधे जपा करों,
कृष्ण नाम रस पिया करो ॥
उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में महाकुंभ का आयोजन 13 जनवरी से 26 फरवरी तक किया जाएगा। इस पवित्र पर्व में लाखों श्रद्धालु देश-विदेश से शामिल होंगे। इस दौरान वे संगम नदी पर स्नान करेंगे। महाकुंभ में इस स्नान का बहुत महत्व है। माना जाता है कि महाकुंभ में स्नान से सभी पाप समाप्त हो जाते हैं और मोक्ष की प्राप्ति होती है।
महाकुंभ मेला सनातन धर्म में एक अत्यधिक महत्वपूर्ण पर्व है, जो हर 12 साल में एक बार आयोजित होता है। यह मेला चार प्रमुख स्थानों—प्रयागराज, हरिद्वार, उज्जैन और नासिक में आयोजित किया जाता है।
हर साल माघ माह के दौरान कल्पवास के लिए प्रयागराज में भक्तों का जमावड़ा होता है, लेकिन इस बार का महाकुंभ माघ माह में होने के कारण इस संख्या में दोगुना इजाफा होने की उम्मीद है।
कुंभ की शुरुआत में अब 15 दिन से कम का समय रह गया है। 13 जनवरी से प्रयागराज में महाकुंभ की शुरुआत होने वाली है। इस दौरान देश-विदेश से लाखों श्रद्धालु और साधु-संत पवित्र नदियों में डुबकी लगाकर अपनी आस्था प्रकट करेंगे।