ॐ शंकर शिव भोले उमापति महादेव (Shankar Shiv Bhole Umapati Mahadev)

शंकर शिव भोले उमापति महादेव

शंकर शिव भोले उमापति महादेव

पालनहार परमेश्वर, विश्वरूप महादेव

पालनहार परमेश्वर, विश्वरूप महादेव

महादेव, महादेव, महादेव...


महेशम् सुरेशम सुरारती नाशम, सुरारती नाशम

विभूम विश्वनताम, विभुत्यांग भूषं

विभूम विश्वनताम, विभुत्यांग भूषं

तिरूपाक्षहमितवार कृपहुँ त्रिनेत्रम

तिरूपाक्षहमितवार कृपहुँ त्रिनेत्रम

सदानन्द निमें प्रभु पंचबद्रम

सदानन्द निमें प्रभु पंचबद्रम

नमस्ते नमस्ते विभोविश्वमूर्ते


शंकर शिव भोले उमापति महादेव

शंकर शिव भोले उमापति महादेव

पालनहार परमेश्वर, विश्वरूप महादेव

पालनहार परमेश्वर, विश्वरूप महादेव

महादेव, महादेव, महादेव...


तत्व जगतभवती देवभवस्मरारे

त्वयेव तिस्टति जगन मिड्ड विश्वनाथ

तत्व जगतभवती देवभवस्मरारे

त्वयेव तिस्टति जगन मिड्ड विश्वनाथ

त्वयेव गच्छति लयम् जगदीश्वर

लिंगात्मकम हारस्चरात चरः विश्वरूपिंग

नमस्ते नमस्ते तपो योग गम्याः


शंकर शिव भोले उमापति महादेव

शंकर शिव भोले उमापति महादेव

पालनहार परमेश्वर, विश्वरूप महादेव

पालनहार परमेश्वर, विश्वरूप महादेव

महादेव, महादेव, महादेव...


........................................................................................................
माता चंडी की पूजा विधि

मां चंडी जो विशेष रूप से शक्ति, दुर्गा और पार्वती के रूप में पूजी जाती हैं। उनका रूप रौद्र और उग्र होता है, और वे शत्रुओं का नाश करने वाली, बुराई का विनाश करने वाली और संसार को शांति देने वाली देवी के रूप में पूजा जाती हैं।

नाम है तेरा तारण हारा(Naam Hai Tera Taran Hara)

नाम है तेरा तारण हारा,
कब तेरा दर्शन होगा,

रंग पंचमी कब है और इसका महत्व

रंग पंचमी भारत में मनाया जाने वाला एक प्रमुख पर्व है, जिसे होली के पांचवें दिन उत्साह और उमंग के साथ मनाया जाता है। यह केवल रंगों का त्योहार नहीं, बल्कि आध्यात्मिक और धार्मिक महत्व से भी जुड़ा हुआ है।

फूल भी न माँगती, हार भी न माँगती (Phool Bhi Na Mangti Haar Bhi Na Mangti)

फूल भी न माँगती,
हार भी न माँगती,

डिसक्लेमर

'इस लेख में दी गई जानकारी/सामग्री/गणना की प्रामाणिकता या विश्वसनीयता की गारंटी नहीं है। सूचना के विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/धार्मिक मान्यताओं/धर्मग्रंथों से संकलित करके यह सूचना आप तक प्रेषित की गई हैं। हमारा उद्देश्य सिर्फ सूचना पहुंचाना है, पाठक या उपयोगकर्ता इसे सिर्फ सूचना समझकर ही लें। इसके अतिरिक्त इसके किसी भी तरह से उपयोग की जिम्मेदारी स्वयं उपयोगकर्ता या पाठक की ही होगी।