ये बाबा बहुत बड़ा हैं (Ye Baba Bahut Bada Hai)

हर भक्तों के दिल से निकले,

एक यही आवाज़,

ये बाबा बहुत बड़ा है,

ये बाबा बहुत बड़ा हैं ॥


बाबा की शक्ति ने देखों,

कैसा खेल रचाया,

बाबा की मस्ती ने हर एक,

दिल को दीवाना बनाया,

ब्रह्मा के वेदों से निकलें,

एक यही आवाज़,

ये बाबा बहुत बड़ा हैं,

ये बाबा बहुत बड़ा हैं ॥


ये सरकार अगर चाहे तो,

कुछ भी करके दिखा दे,

उठा सड़क से एक भिखारी,

राजा उसे बना दे,

नारद की वीणा से निकले,

एक यही आवाज़,

ये बाबा बहुत बड़ा हैं,

ये बाबा बहुत बड़ा हैं ॥


इंसा चाहे कुछ भी करले,

इनसे छुपा नहीं है,

‘बनवारी’ गर ये ना चाहे,

कुछ भी हुआ नहीं है,

शंकर के डमरू से निकले,

एक यही आवाज़,

ये बाबा बहुत बड़ा हैं,

ये बाबा बहुत बड़ा हैं ॥


हर भक्तों के दिल से निकले,

एक यही आवाज़,

ये बाबा बहुत बड़ा है,

ये बाबा बहुत बड़ा हैं ॥

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नमस्ते सदा वत्सले मातृभूमे (Namaste Sada Vatsale Matruṛbhume)

नमस्ते सदा वत्सले मातृभूमे
त्वया हिन्दुभूमे सुखं वर्धितोऽहम् ।

सर को झुकालो, शेरावाली को मानलो(Sar Ko Jhukalo Sherawali Ko Manalo)

सर को झुकालो,
शेरावाली को मानलो,

विनायक चतुर्थी का व्रत कथा

हिंदू धर्म में विनायक चतुर्थी सबसे महत्वपूर्ण दिन माना गया है। यह तिथि भगवान गणेश को समर्पित होती है। इस दिन भक्त श्रद्धा पूर्वक पूजा करते हैं और व्रत रखते हैं।

मन चल रे वृन्दावन धाम(Man Chal Re Vrindavan Dham)

मन चल रे वृन्दावन धाम,
राधे राधे गाएंगे,

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