भगवा रंग चढ़ने लगा है(Bhagwa Rang Chadne Laga Hai)

मंदिर अब बनने लगा है,

भगवा रंग चढ़ने लगा है,

मंदिर जब बन जायेगा,

सोच नजारा क्या होगा,

देश हमारा देश हमारा,

सोच के देखो,

इससे प्यारा क्या होगा ॥


काशी अब सजने लगा है,

डमरू भी बजने लगा है,

काशी अब सजने लगा है,

डमरू भी बजने लगा है,

डमरू जब असर करेगा,

सोच नजारा क्या होगा,

देश हमारा देश हमारा,

सोच के देखो,

इससे प्यारा क्या होगा ॥


मथुरा भी सजने लगी है,

बंशी अब बजने लगी है,

मथुरा भी सजने लगी है,

बंशी अब बजने लगी है,

बंशी जब बज जायेगी,

सोच नजारा क्या होगा,

देश हमारा देश हमारा,

सोच के देखो,

इससे प्यारा क्या होगा ॥


मंदिर अब बनने लगा है,

भगवा रंग चढ़ने लगा है,

मंदिर जब बन जायेगा,

सोच नजारा क्या होगा,

देश हमारा देश हमारा,

सोच के देखो,

इससे प्यारा क्या होगा ॥


मंदिर अब बनने लगा है,

भगवा रंग चढ़ने लगा है,

मंदिर अब बनने लगा है,

भगवा रंग चढ़ने लगा है,

मंदिर अब बनने लगा है,

भगवा रंग चढ़ने लगा है,

मंदिर अब बनने लगा है,

भगवा रंग चढ़ने लगा है,

........................................................................................................
मंगलवार को किन मंत्रों का जाप करें?

सनातन धर्म में मंगलवार का दिन हनुमान जी को समर्पित माना गया है। इस दिन विधिपूर्वक पूजा और व्रत करने से जातक की आर्थिक तंगी, शारीरिक पीड़ा और मानसिक तनाव समाप्त हो जाते हैं।

कितने साल तक रखना चाहिए एकादशी और प्रदोष व्रत

हिन्दू धर्म में एकादशी और प्रदोष व्रत का विशेष महत्व है। ये व्रत धार्मिक श्रद्धा, मानसिक शांति और आध्यात्मिक लाभ के लिए किए जाते हैं।

मदन गोपाल शरण तेरी आयो (Madan Gopal Sharan Teri Aayo)

मदन गोपाल शरण तेरी आयो,
चरण कमल की सेवा दीजै,

गुरू प्रदोष व्रत पर शिव अभिषेक कैसे करें?

गुरु प्रदोष व्रत भगवान शिव की कृपा प्राप्त करने और जीवन की समस्याओं से छुटकारा पाने का एक अत्यंत शुभ अवसर है।

डिसक्लेमर

'इस लेख में दी गई जानकारी/सामग्री/गणना की प्रामाणिकता या विश्वसनीयता की गारंटी नहीं है। सूचना के विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/धार्मिक मान्यताओं/धर्मग्रंथों से संकलित करके यह सूचना आप तक प्रेषित की गई हैं। हमारा उद्देश्य सिर्फ सूचना पहुंचाना है, पाठक या उपयोगकर्ता इसे सिर्फ सूचना समझकर ही लें। इसके अतिरिक्त इसके किसी भी तरह से उपयोग की जिम्मेदारी स्वयं उपयोगकर्ता या पाठक की ही होगी।