भगवा रंग चढ़ने लगा है(Bhagwa Rang Chadne Laga Hai)

मंदिर अब बनने लगा है,

भगवा रंग चढ़ने लगा है,

मंदिर जब बन जायेगा,

सोच नजारा क्या होगा,

देश हमारा देश हमारा,

सोच के देखो,

इससे प्यारा क्या होगा ॥


काशी अब सजने लगा है,

डमरू भी बजने लगा है,

काशी अब सजने लगा है,

डमरू भी बजने लगा है,

डमरू जब असर करेगा,

सोच नजारा क्या होगा,

देश हमारा देश हमारा,

सोच के देखो,

इससे प्यारा क्या होगा ॥


मथुरा भी सजने लगी है,

बंशी अब बजने लगी है,

मथुरा भी सजने लगी है,

बंशी अब बजने लगी है,

बंशी जब बज जायेगी,

सोच नजारा क्या होगा,

देश हमारा देश हमारा,

सोच के देखो,

इससे प्यारा क्या होगा ॥


मंदिर अब बनने लगा है,

भगवा रंग चढ़ने लगा है,

मंदिर जब बन जायेगा,

सोच नजारा क्या होगा,

देश हमारा देश हमारा,

सोच के देखो,

इससे प्यारा क्या होगा ॥


मंदिर अब बनने लगा है,

भगवा रंग चढ़ने लगा है,

मंदिर अब बनने लगा है,

भगवा रंग चढ़ने लगा है,

मंदिर अब बनने लगा है,

भगवा रंग चढ़ने लगा है,

मंदिर अब बनने लगा है,

भगवा रंग चढ़ने लगा है,

........................................................................................................
सारे तीर्थ धाम आपके चरणो में(Sare Tirath Dham Apke Charno Me)

सारे तीर्थ धाम आपके चरणो में ।
हे गुरुदेव प्रणाम आपके चरणो में ।

गुरुवार व्रत कैसे करें?

हिंदू धर्म में सप्ताह के हर दिन को किसी न किसी देवी-देवता के नाम समर्पित किया गया है। आपको बता दें कि गुरुवार यानी बृहस्पतिवार का दिन भगवान विष्णु को समर्पित है।

मैया री एक भाई दे दे (Maiya Ri Ek Bhai Dede)

मैया री एक भाई दे दे दे दे,
ना तो मैं मर जांगी,

ए पहुना एही मिथिले में रहुना (Ae Pahuna Mithile Me Rahuna)

ए पहुना एही मिथिले में रहु ना,
जउने सुख बा ससुरारी में,

डिसक्लेमर

'इस लेख में दी गई जानकारी/सामग्री/गणना की प्रामाणिकता या विश्वसनीयता की गारंटी नहीं है। सूचना के विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/धार्मिक मान्यताओं/धर्मग्रंथों से संकलित करके यह सूचना आप तक प्रेषित की गई हैं। हमारा उद्देश्य सिर्फ सूचना पहुंचाना है, पाठक या उपयोगकर्ता इसे सिर्फ सूचना समझकर ही लें। इसके अतिरिक्त इसके किसी भी तरह से उपयोग की जिम्मेदारी स्वयं उपयोगकर्ता या पाठक की ही होगी।

यह भी जाने