Logo

भोलेनाथ मेरे मरने से पहले, ऐसी चिलम पिला देना (Bholenath Mere Marne Se Pahle Aisi Chilam Pila Dena)

भोलेनाथ मेरे मरने से पहले, ऐसी चिलम पिला देना (Bholenath Mere Marne Se Pahle Aisi Chilam Pila Dena)

भोलेनाथ मेरे मरने से पहले,

ऐसी चिलम पिला देना,

पी कर सीधा स्वर्ग में पहुंचूं,

ऐसी दम लगवा देना,

भोलेनाथ मेरे मरने से पहलें ॥


खोटे काम अगर गलती से,

हो गए होंगे जीवन में,

जाने अनजाने में अगर कुछ,

पाप उठे होंगे मन में,

पाप ये कोई देख ना पाए,

पाप ये कोई देख ना पाए,

मुंह पर कफ़न ओढ़ा देना,

भोलेनाथ मेरे मरने से पहलें ॥


घर से जब शमशान घाट तक,

अर्थी लेकर लोग चले,

दो हंडी में औघड़दानी,

सत्कर्मो की आग जले,

मिट जाए हर एक बुराई,

मिट जाए हर एक बुराई,

ऐसा धुआँ उठा देना,

भोलेनाथ मेरे मरने से पहलें ॥


चन्दन की लकड़ी चाहे,

मेरी चिता सजाओ ना,

भव सागर से तर जाएंगे,

गंगा जल भी पिलाओ ना,

हे महाकाल चिता पर मेरी,

हे महाकाल चिता पर मेरी,

अपनी भस्म ओढ़ा देना,

भोलेनाथ मेरे मरने से पहलें ॥


मुक्ति की वो चिलम हो भोले,

मोह माया का गांजा हो,

जिसके धुंए से लोभी मन को,

हमने बढ़िया मांजा हो,

परम धन्य हो जाऊं निरंजन,

परम धन्य हो जाऊं निरंजन,

ऐसी कृपा बरसा देना,

भोलेनाथ मेरे मरने से पहलें ॥


भोलेनाथ मेरे मरने से पहले,

ऐसी चिलम पिला देना,

पी कर सीधा स्वर्ग में पहुंचूं,

ऐसी दम लगवा देना,

भोलेनाथ मेरे मरने से पहलें ॥


........................................................................................................
चैत्र नवरात्रि के बीज मंत्र

चैत्र नवरात्रि हिंदू धर्म में अत्यंत महत्वपूर्ण पर्व माना जाता है। इस पर्व में माता दुर्गा के नौ स्वरूपों की पूजा-अर्चना की जाती है और भक्त पूरे विधि-विधान से व्रत रखते हैं। इस वर्ष चैत्र नवरात्रि 30 मार्च 2025 से प्रारंभ होकर 6 अप्रैल 2025 को समाप्त होगी।

रामनवमी के उपाय

चैत्र नवरात्रि हिंदू धर्म में विशेष महत्व रखता है और इसकी नवमी तिथि को रामनवमी के रूप में मनाया जाता है। यह दिन भगवान श्रीराम के जन्मोत्सव के रूप में हर्षोल्लास के साथ मनाया जाता है।

चैत्र नवरात्रि में इन गलतियों से बचें

सनातन धर्म में नवरात्रि का विशेष महत्व है। यह पर्व मां दुर्गा की साधना और शक्ति की उपासना के लिए समर्पित होता है। चैत्र नवरात्रि 2025 का शुभारंभ 30 मार्च को हो रहा है और 6 अप्रैल को इसका समापन होगा।

देवी दुर्गा का कवच का पाठ

चैत्र नवरात्रि हर साल चैत्र मास में मनाई जाती है और नौ दिनों तक चलती है। यह पर्व माँ दुर्गा की पूजा-अर्चना के लिए समर्पित होता है।

यह भी जाने

संबंधित लेख

HomeAartiAartiTempleTempleKundliKundliPanchangPanchang